ETV Bharat / international

युगांडा की राजधानी कम्पाला में दो विस्फोट, तीन की मौत 24 घायल

author img

By

Published : Nov 16, 2021, 10:16 PM IST

युगांडा की राजधानी कंपाला में मंगलवार सुबह दो धमाकेदार विस्फोट हुए, जिसके चलते अफरा-तफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागते दिखे. इन विस्फोटों को समन्वित हमला माना जा रहा है. धमाके में तीन लोगों की मौत हुई है.

युगांडा में दो धमाकों
युगांडा में दो धमाकों

कंपाला : युगांडा में दो धमाकों में तीन लोगों के मारे जाने की खबर है. इन धमाकों में दो दर्जन से अधिक लोग घायल भी हुए हैं. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि इनमें से एक विस्फोट एक थाने के पास हुआ तथा दूसरा धमाका संसद भवन के पास सड़क किनारे हुआ. संसद के पास हुआ विस्फोट संभवत: उस इमारत को निशाना बनाकर किया गया था, जिसमें एक बीमा कंपनी का कार्यालय है. विस्फोट के चलते वहां खड़े वाहनों में आग लग गई. राष्ट्रीय प्रसारक यूबीसी के अनुसार, कुछ सांसद पास के संसद भवन परिसर को खाली करते दिखे.

धमाकों की बात युगांडा गई भारत की पैरा बैडमिंटन टीम ने भी कही. अंतरराष्ट्रीय में प्रतिस्पर्धा कर रहे भारतीय पैरा शटलरों को कंपाला में टीम होटल के पास कई विस्फोटों से झटके महसूस हुए.

भारतीय पैरा बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच गौरव खन्ना ने कहा कि विस्फोट होटल से करीब 100 मीटर की दूरी पर हुआ लेकिन सभी सुरक्षित हैं और चिंता की कोई बात नहीं है.

खन्ना ने बताया कि जब यह धमाका हुआ तो कुछ खिलाड़ी बैडमिंटन हॉल के लिए जा रहे थे. इससे सड़क पर बहुत अफरा-तफरी मच गई. हम भी तुरंत वापस चले गए लेकिन अब चीजें ठीक हैं. हमने दूतावास से बात की है और चिंता की कोई बात नहीं है.

युगांडा के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता इमैनुएल ऐनेब्यूना ने ट्वीट करके कहा कि विस्फोटों में घायल हुए कम से कम 24 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनमें से चार गंभीर रूप से घायल हैं.

प्रत्यक्षदर्शी की ओर से अपलोड किये गये वीडियो में पुलिस स्टेशन के पास विस्फोट स्थल से सफेद धुएं का गुबार दिखाई दे रहा है. पुलिस ने इस बारे में तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है और यह स्पष्ट नहीं है कि विस्फोट बम से किए गए या किसी और तरीके से. हताहतों के बारे में भी अभी कुछ नहीं कहा गया है.

युगांडा के अधिकारी हाल के सप्ताहों में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के मद्देनजर लोगों से सतर्कता बरतने का आग्रह करते रहे हैं. कम्पाला में 23 अक्टूबर को एक रेस्तरां में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कम से कम सात घायल हो गए थे.

पुलिस के अनुसार, उसके दो दिन बाद एक यात्री बस में हुए विस्फोट में आत्मघाती हमलावर मारा गया था.

मध्य अफ्रीका में इस्लामिक स्टेट समूह से संबद्ध 'एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेज' ने रेस्तरां में हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी.

यह भी पढ़ें- अफगानिस्तान में मस्जिद में बम विस्फोट, कम से कम 15 लोग घायल

वह समूह लंबे समय से राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी के शासन का विरोध करता रहा है, जो चरमपंथी समूह अल-शबाब से संघीय सरकार की रक्षा के लिए सोमालिया में शांति सैनिकों को तैनात करने वाले पहले अफ्रीकी नेता हैं.

सोमालिया में युगांडा द्वारा शांति सैनिकों की तैनाती के प्रतिशोध में, इस समूह ने 2010 में हमले किए थे, जिसमें कम से कम 70 लोग मारे गए थे, जो विश्व कप फुटबॉल मैच देखने के लिए कम्पाला में सार्वजनिक स्थलों पर इकट्ठे हुए थे. लेकिन एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेस, अपनी स्थानीय जड़ों के साथ, मुसेवेनी के लिए अधिक सिरदर्द साबित हुई है.

समूह की स्थापना 1990 के दशक की शुरुआत में युगांडा के मुसलमानों द्वारा की गई थी, जिन्होंने कहा था कि उन्हें मुसेवेनी की नीतियों से अलग-थलग कर दिया गया है. उस समय, विद्रोही समूह ने युगांडा के गांवों के साथ-साथ राजधानी में भी घातक आतंकवादी हमले किये, जिसमें 1998 का ​​​​हमला भी शामिल था, जिसमें कांगो सीमा के पास एक सीमावर्ती शहर में 80 छात्रों का नरसंहार किया गया था.

(पीटीआई-भाषा)

कंपाला : युगांडा में दो धमाकों में तीन लोगों के मारे जाने की खबर है. इन धमाकों में दो दर्जन से अधिक लोग घायल भी हुए हैं. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि इनमें से एक विस्फोट एक थाने के पास हुआ तथा दूसरा धमाका संसद भवन के पास सड़क किनारे हुआ. संसद के पास हुआ विस्फोट संभवत: उस इमारत को निशाना बनाकर किया गया था, जिसमें एक बीमा कंपनी का कार्यालय है. विस्फोट के चलते वहां खड़े वाहनों में आग लग गई. राष्ट्रीय प्रसारक यूबीसी के अनुसार, कुछ सांसद पास के संसद भवन परिसर को खाली करते दिखे.

धमाकों की बात युगांडा गई भारत की पैरा बैडमिंटन टीम ने भी कही. अंतरराष्ट्रीय में प्रतिस्पर्धा कर रहे भारतीय पैरा शटलरों को कंपाला में टीम होटल के पास कई विस्फोटों से झटके महसूस हुए.

भारतीय पैरा बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच गौरव खन्ना ने कहा कि विस्फोट होटल से करीब 100 मीटर की दूरी पर हुआ लेकिन सभी सुरक्षित हैं और चिंता की कोई बात नहीं है.

खन्ना ने बताया कि जब यह धमाका हुआ तो कुछ खिलाड़ी बैडमिंटन हॉल के लिए जा रहे थे. इससे सड़क पर बहुत अफरा-तफरी मच गई. हम भी तुरंत वापस चले गए लेकिन अब चीजें ठीक हैं. हमने दूतावास से बात की है और चिंता की कोई बात नहीं है.

युगांडा के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता इमैनुएल ऐनेब्यूना ने ट्वीट करके कहा कि विस्फोटों में घायल हुए कम से कम 24 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनमें से चार गंभीर रूप से घायल हैं.

प्रत्यक्षदर्शी की ओर से अपलोड किये गये वीडियो में पुलिस स्टेशन के पास विस्फोट स्थल से सफेद धुएं का गुबार दिखाई दे रहा है. पुलिस ने इस बारे में तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है और यह स्पष्ट नहीं है कि विस्फोट बम से किए गए या किसी और तरीके से. हताहतों के बारे में भी अभी कुछ नहीं कहा गया है.

युगांडा के अधिकारी हाल के सप्ताहों में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के मद्देनजर लोगों से सतर्कता बरतने का आग्रह करते रहे हैं. कम्पाला में 23 अक्टूबर को एक रेस्तरां में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कम से कम सात घायल हो गए थे.

पुलिस के अनुसार, उसके दो दिन बाद एक यात्री बस में हुए विस्फोट में आत्मघाती हमलावर मारा गया था.

मध्य अफ्रीका में इस्लामिक स्टेट समूह से संबद्ध 'एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेज' ने रेस्तरां में हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी.

यह भी पढ़ें- अफगानिस्तान में मस्जिद में बम विस्फोट, कम से कम 15 लोग घायल

वह समूह लंबे समय से राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी के शासन का विरोध करता रहा है, जो चरमपंथी समूह अल-शबाब से संघीय सरकार की रक्षा के लिए सोमालिया में शांति सैनिकों को तैनात करने वाले पहले अफ्रीकी नेता हैं.

सोमालिया में युगांडा द्वारा शांति सैनिकों की तैनाती के प्रतिशोध में, इस समूह ने 2010 में हमले किए थे, जिसमें कम से कम 70 लोग मारे गए थे, जो विश्व कप फुटबॉल मैच देखने के लिए कम्पाला में सार्वजनिक स्थलों पर इकट्ठे हुए थे. लेकिन एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेस, अपनी स्थानीय जड़ों के साथ, मुसेवेनी के लिए अधिक सिरदर्द साबित हुई है.

समूह की स्थापना 1990 के दशक की शुरुआत में युगांडा के मुसलमानों द्वारा की गई थी, जिन्होंने कहा था कि उन्हें मुसेवेनी की नीतियों से अलग-थलग कर दिया गया है. उस समय, विद्रोही समूह ने युगांडा के गांवों के साथ-साथ राजधानी में भी घातक आतंकवादी हमले किये, जिसमें 1998 का ​​​​हमला भी शामिल था, जिसमें कांगो सीमा के पास एक सीमावर्ती शहर में 80 छात्रों का नरसंहार किया गया था.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.