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द.अफ्रीका में लॉकडाउन, Omicron से निपटने के लिए डब्ल्यूएचओ ने भेजा दल - Lockdown in south Africa

दक्षिण अफ्रीका में कोरोना का नया वैरिएंट ओमीक्रोन के मामले सबसे अधिक पाए गए हैं. इस वजह से सरकार ने देश में लेवल-1 लॉकडाउन लागू कर दिया है. वहीं, WHO ने ओमीक्रोन के केंद्र रहे इस देश के गौतेंग प्रांत में निगरानी के उपायों में तेजी लाने और वायरस के संपर्क में आए लोगों की पहचान के लिए अधिकारियों का एक दल भेजा है.

lockdown in south africa (file photo)
द.अफ्रीका में लॉकडाउन (फाइल फोटो)
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Published : Dec 3, 2021, 10:10 AM IST

जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका में कोरोना का नया वैरिएंट ओमीक्रोन के मामले सबसे अधिक पाए गए हैं. यहीं ओमीक्रोन का मामला सबसे पहला पाया गया है. ओमिक्रोन के नए मामलों के चलते दक्षिण अफ्रीक में लेवल-1 लॉकडाउन लगा दिया गया है. देश में मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ अब यहां अस्पताल में बेड भी फुल होते जा रहे हैं. ऐसी स्थिति में सरकार ने यह अहम कदम उठाया है.

इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation- WHO) ने ओमीक्रोन (Omicron) के केंद्र रहे इस देश के गौतेंग प्रांत में निगरानी के उपायों में तेजी लाने और वायरस के संपर्क में आए लोगों की पहचान के लिए अधिकारियों का एक दल भेजा है. इस संबंध में एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

ताजा दैनिक आंकड़ों में संक्रमण के 11,500 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इससे पहले संक्रमितों की संख्या में 8,500 मामलों की वृद्धि देखी गई थी. स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले मध्य नवंबर में रोजाना 200 और 300 के बीच संक्रमण के मामले रहते थे.

WHO के अनुसार, ओमीक्रोन का मामला पहली बार दक्षिण अफ्रीका में ठीक एक हफ्ते पहले आया था, जो अब दुनिया भर के कम से कम 24 देशों में सामने आ चुका है. WHO के अफ्रीका के क्षेत्रीय आपातकालीन निदेशक डॉ. सलाम गुए ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम निगरानी और संपर्क में आए लोगों की जांच में सहयोग करने के लिए गौतेंग प्रांत में एक दल तैनात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक दल पहले से ही दक्षिण अफ्रीका में जीनोमिक अनुक्रमण पर काम कर रहा है.

गौतेंग प्रांत दक्षिण अफ्रीका का आर्थिक केंद्र है और वहां पिछले एक सप्ताह में लगभग 80 प्रतिशत संक्रमण के मामले आए हैं. संक्रामक रोग के लिए संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज (NICD) ने कहा कि लगभग 75 प्रतिशत नमूनों में नए स्वरूप की पुष्टि हुई है.

पढ़ें : Omicron को लेकर US अलर्ट, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कोविड-19 टेस्ट अनिवार्य

WHO के अफ्रीका के निदेशक डॉ. मात्शिदिसो मोएती ने कहा कि देशों को कोविड-19 के प्रति सतर्क रहना चाहिए और पूरे अफ्रीका में इसे व्यापक रूप से फैलने से रोकना चाहिए. गौतेंग के प्रधानमंत्री डेविड मखुरा ने एक अलग संवाददाता सम्मेलन में पुष्टि की प्रांत चौथी लहर के मुहाने पर है.

दक्षिण अफ्रीकी सरकार के एक मंत्री ने देश की संसद को बताया है कि टीके का विरोध करने वाले वैसे लोग जो लोग कोविड-19 का टीका नहीं लगवाना चाहते हैं, उनके अधिकार टीका लगवाने के इच्छुक लोगों के अधिकारों पर हावी हो गए हैं.

बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के उप स्वास्थ्य मंत्री डॉ सिबोंगिसेनी ध्लोमो ने बुधवार को कहा कि एक सामूहिक अधिकार एक व्यक्ति के अधिकार से श्रेष्ठ हो जाता है. इसलिए, यदि आप चाहें तो हम आपको घर पर रहने से इनकार नहीं करेंगे. अगर आप टीके का विरोध करते हैं तो आप उन 10 अन्य लोगों की टैक्सी में जबरन नहीं बैठ सकते जिन्होंने टीकाकरण कराया है. वास्तव में यह कहना मूर्खता होगी कि आप टीके का विरोध करते हैं, लेकिन टीका ले चुके लोगों के साथ यात्रा करना चाहते हैं.

वह संसद के उन कुछ सदस्यों की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जो इस बात पर अड़े थे कि टीकाकरण नहीं कराने वाले नागरिकों को कार्यस्थलों और सार्वजनिक कार्यक्रमों तक पहुंच से रोककर और अनिवार्य टीकाकरण की जांच के लिए एक कार्य बल नियुक्त करने के सरकार के फैसले से ऐसे लोगों के अधिकार को कुचला जा रहा है. राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने रविवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए यह घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि उप राष्ट्रपति डेविड माबुजा इस दल का नेतृत्व करेंगे.

(पीटीआई-भाषा)

जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका में कोरोना का नया वैरिएंट ओमीक्रोन के मामले सबसे अधिक पाए गए हैं. यहीं ओमीक्रोन का मामला सबसे पहला पाया गया है. ओमिक्रोन के नए मामलों के चलते दक्षिण अफ्रीक में लेवल-1 लॉकडाउन लगा दिया गया है. देश में मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ अब यहां अस्पताल में बेड भी फुल होते जा रहे हैं. ऐसी स्थिति में सरकार ने यह अहम कदम उठाया है.

इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation- WHO) ने ओमीक्रोन (Omicron) के केंद्र रहे इस देश के गौतेंग प्रांत में निगरानी के उपायों में तेजी लाने और वायरस के संपर्क में आए लोगों की पहचान के लिए अधिकारियों का एक दल भेजा है. इस संबंध में एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

ताजा दैनिक आंकड़ों में संक्रमण के 11,500 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इससे पहले संक्रमितों की संख्या में 8,500 मामलों की वृद्धि देखी गई थी. स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले मध्य नवंबर में रोजाना 200 और 300 के बीच संक्रमण के मामले रहते थे.

WHO के अनुसार, ओमीक्रोन का मामला पहली बार दक्षिण अफ्रीका में ठीक एक हफ्ते पहले आया था, जो अब दुनिया भर के कम से कम 24 देशों में सामने आ चुका है. WHO के अफ्रीका के क्षेत्रीय आपातकालीन निदेशक डॉ. सलाम गुए ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम निगरानी और संपर्क में आए लोगों की जांच में सहयोग करने के लिए गौतेंग प्रांत में एक दल तैनात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक दल पहले से ही दक्षिण अफ्रीका में जीनोमिक अनुक्रमण पर काम कर रहा है.

गौतेंग प्रांत दक्षिण अफ्रीका का आर्थिक केंद्र है और वहां पिछले एक सप्ताह में लगभग 80 प्रतिशत संक्रमण के मामले आए हैं. संक्रामक रोग के लिए संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज (NICD) ने कहा कि लगभग 75 प्रतिशत नमूनों में नए स्वरूप की पुष्टि हुई है.

पढ़ें : Omicron को लेकर US अलर्ट, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कोविड-19 टेस्ट अनिवार्य

WHO के अफ्रीका के निदेशक डॉ. मात्शिदिसो मोएती ने कहा कि देशों को कोविड-19 के प्रति सतर्क रहना चाहिए और पूरे अफ्रीका में इसे व्यापक रूप से फैलने से रोकना चाहिए. गौतेंग के प्रधानमंत्री डेविड मखुरा ने एक अलग संवाददाता सम्मेलन में पुष्टि की प्रांत चौथी लहर के मुहाने पर है.

दक्षिण अफ्रीकी सरकार के एक मंत्री ने देश की संसद को बताया है कि टीके का विरोध करने वाले वैसे लोग जो लोग कोविड-19 का टीका नहीं लगवाना चाहते हैं, उनके अधिकार टीका लगवाने के इच्छुक लोगों के अधिकारों पर हावी हो गए हैं.

बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के उप स्वास्थ्य मंत्री डॉ सिबोंगिसेनी ध्लोमो ने बुधवार को कहा कि एक सामूहिक अधिकार एक व्यक्ति के अधिकार से श्रेष्ठ हो जाता है. इसलिए, यदि आप चाहें तो हम आपको घर पर रहने से इनकार नहीं करेंगे. अगर आप टीके का विरोध करते हैं तो आप उन 10 अन्य लोगों की टैक्सी में जबरन नहीं बैठ सकते जिन्होंने टीकाकरण कराया है. वास्तव में यह कहना मूर्खता होगी कि आप टीके का विरोध करते हैं, लेकिन टीका ले चुके लोगों के साथ यात्रा करना चाहते हैं.

वह संसद के उन कुछ सदस्यों की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जो इस बात पर अड़े थे कि टीकाकरण नहीं कराने वाले नागरिकों को कार्यस्थलों और सार्वजनिक कार्यक्रमों तक पहुंच से रोककर और अनिवार्य टीकाकरण की जांच के लिए एक कार्य बल नियुक्त करने के सरकार के फैसले से ऐसे लोगों के अधिकार को कुचला जा रहा है. राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने रविवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए यह घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि उप राष्ट्रपति डेविड माबुजा इस दल का नेतृत्व करेंगे.

(पीटीआई-भाषा)

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