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रश्मिका मंदाना डीपफेक केस में दिल्ली पुलिस ने संदिग्धों को किया ट्रैक

Rashmika Mandanna Deepfake Case: 'एनिमल' एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का एक डीपफेक वीडियो पिछले महीने सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिससे डिजिटल सुरक्षा की चर्चा शुरू हो गई थी. इस मामले में दिल्ली पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है.

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By ANI

Published : Dec 20, 2023, 11:29 AM IST

दिल्ली: पुलिस ने बुधवार को कहा कि साउथ एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का डीपफेक वीडियो ऑनलाइन अपलोड करने में शामिल चार संदिग्धों का पता लगा लिया गया है. मुख्य साजिशकर्ता को पकड़ने के लिए तलाश जारी है. हालांकि, चारों संदिग्ध अपलोडर निकले, क्रिएटर नहीं. पुलिस ने कहा कि वे मामले में मुख्य साजिशकर्ता की तलाश कर रहे हैं.

फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का ऑन्स और ऑपरेट्स करने वाली कंपनी मेटा द्वारा दिए गए डिटेल्स के आधार पर चार संदिग्धों में से तीन को ट्रैक किया गया है. इस बीच जांच में बाधा भी उत्पन्न हुई क्योंकि आरोपियों ने कथित तौर पर अपने खातों से जानकारी हटा दी थी, जिससे अधिकारियों के लिए उनका पता लगाना मुश्किल हो गया था. दिल्ली पुलिस के साइबर स्पेशलिस्ट फिलहाल इस पोस्ट के पीछे के मुख्य साजिशकर्ता की तलाश कर रहे हैं.

एक्ट्रेस की फीचरिंग वाले डीपफेक वीडियो फेक आई़डी का उपयोग करके अपलोड किए गए थे, और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) का उपयोग अपराधी को ट्रैक करने में कठिनाई की एक और परत जोड़ता है. एक महीना हो गया है जब दिल्ली पुलिस ने रश्मिका मंदाना के डीपफेक एआई-जनरेटेड वीडियो के संबंध में स्पेशल सेल में पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की थी. इससे पहले, दिल्ली महिला आयोग ने भी रश्मिका मंदाना के डीपफेक वीडियो पर कार्रवाई की मांग की थी, जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित हुआ था. केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 18 नवंबर को कहा कि सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को नोटिस जारी किया गया था और उन्हें ऐसी कंटेंट की पहचान करने और हटाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया था.

दिल्ली पुलिस IFSO (ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं के लिए इंटरनेट स्वतंत्रता और सुरक्षा) यूनिट ने पहले मेटा (पूर्व में फेसबुक) को एक पत्र भेजा था, लेकिन सोशल मीडिया कंपनी ने डिलीट किए गए अकाउंट की डिटेल्स देने में असमर्थता व्यक्त करते हुए जवाब दिया. सूत्रों ने बताया कि पुलिस GoDaddy (सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली इंटरनेट डोमेन रजिस्ट्री) से जवाब का इंतजार कर रही है क्योंकि इसी तरह की प्रोफाइल GoDaddy के माध्यम से भी बनाई गई थी.

डीपफेक के खतरे पर प्रकाश डालते हुए अश्विनी वैष्णव ने 18 नवंबर को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, 'डीपफेक हम सभी के लिए एक बड़ा मुद्दा है. हमने हाल ही में सभी बड़े सोशल मीडिया फॉर्मों को नोटिस जारी किया है, उनसे डीपफेक की पहचान करने और उन कंटेंट को हटाने के लिए कदम उठाने को कहा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने जवाब दिया है. वे कार्रवाई कर रहे हैं. हमने उन्हें इस काम में एक्शन लेने के लिए कहा है.'

6 नवंबर को एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का एक मॉडिफाइड वीडियो ऑनलाइन दिखाई दिया, जिसने डिजिटल सुरक्षा के बारे में चर्चा शुरू कर दी. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक्ट्रेस रश्मिका जैसी दिखने वाली एक महिला ब्लैक स्विमसूट पहनकर लिफ्ट में प्रवेश कर रही थी. वीडियो तेजी से वायरल हो गया और कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ता इस बात की पुष्टि करने के लिए आगे आए कि यह एक डीपफेक था.

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फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का ऑन्स और ऑपरेट्स करने वाली कंपनी मेटा द्वारा दिए गए डिटेल्स के आधार पर चार संदिग्धों में से तीन को ट्रैक किया गया है. इस बीच जांच में बाधा भी उत्पन्न हुई क्योंकि आरोपियों ने कथित तौर पर अपने खातों से जानकारी हटा दी थी, जिससे अधिकारियों के लिए उनका पता लगाना मुश्किल हो गया था. दिल्ली पुलिस के साइबर स्पेशलिस्ट फिलहाल इस पोस्ट के पीछे के मुख्य साजिशकर्ता की तलाश कर रहे हैं.

एक्ट्रेस की फीचरिंग वाले डीपफेक वीडियो फेक आई़डी का उपयोग करके अपलोड किए गए थे, और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) का उपयोग अपराधी को ट्रैक करने में कठिनाई की एक और परत जोड़ता है. एक महीना हो गया है जब दिल्ली पुलिस ने रश्मिका मंदाना के डीपफेक एआई-जनरेटेड वीडियो के संबंध में स्पेशल सेल में पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की थी. इससे पहले, दिल्ली महिला आयोग ने भी रश्मिका मंदाना के डीपफेक वीडियो पर कार्रवाई की मांग की थी, जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित हुआ था. केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 18 नवंबर को कहा कि सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को नोटिस जारी किया गया था और उन्हें ऐसी कंटेंट की पहचान करने और हटाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया था.

दिल्ली पुलिस IFSO (ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं के लिए इंटरनेट स्वतंत्रता और सुरक्षा) यूनिट ने पहले मेटा (पूर्व में फेसबुक) को एक पत्र भेजा था, लेकिन सोशल मीडिया कंपनी ने डिलीट किए गए अकाउंट की डिटेल्स देने में असमर्थता व्यक्त करते हुए जवाब दिया. सूत्रों ने बताया कि पुलिस GoDaddy (सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली इंटरनेट डोमेन रजिस्ट्री) से जवाब का इंतजार कर रही है क्योंकि इसी तरह की प्रोफाइल GoDaddy के माध्यम से भी बनाई गई थी.

डीपफेक के खतरे पर प्रकाश डालते हुए अश्विनी वैष्णव ने 18 नवंबर को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, 'डीपफेक हम सभी के लिए एक बड़ा मुद्दा है. हमने हाल ही में सभी बड़े सोशल मीडिया फॉर्मों को नोटिस जारी किया है, उनसे डीपफेक की पहचान करने और उन कंटेंट को हटाने के लिए कदम उठाने को कहा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने जवाब दिया है. वे कार्रवाई कर रहे हैं. हमने उन्हें इस काम में एक्शन लेने के लिए कहा है.'

6 नवंबर को एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का एक मॉडिफाइड वीडियो ऑनलाइन दिखाई दिया, जिसने डिजिटल सुरक्षा के बारे में चर्चा शुरू कर दी. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक्ट्रेस रश्मिका जैसी दिखने वाली एक महिला ब्लैक स्विमसूट पहनकर लिफ्ट में प्रवेश कर रही थी. वीडियो तेजी से वायरल हो गया और कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ता इस बात की पुष्टि करने के लिए आगे आए कि यह एक डीपफेक था.

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