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पर्चा खारिज होने के बाद बौखलाए तेज बहादुर, बीजेपी पर लगाए कई गंभीर आरोप

पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए नामांकन कर चुके बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव का पर्चा खारिज कर दिया गया है. इसके लिए उन्होंने वाराणसी के रिटर्निंग ऑफिसर को जिम्मेदार ठहराया. साथ ही बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी के दबाव में उन्होंने पर्चा खारिज किया है.

बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव
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Published : May 2, 2019, 5:22 PM IST

वाराणसी: देश की सबसे महत्वपूर्ण सीट वाराणसी लोकसभा सीट पर इस बार पीएम मोदी के खिलाफ सेना से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने ताल ठोकी थी. इसके बाद हर किसी की नजर इस सीट पर थी. सेना में खराब खाने की शिकायत करने के बाद बर्खास्त होने वाले जवान ने पूरी तरह से मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. अब नामांकन खारिज होने के बाद तेज बहादुर ने बीजेपी पर हमला बोला है.

बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना.


तेज बहादुर ने गुरुवार को वाराणसी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान भाजपा पर आरोप लगाए हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस वक्त उनके ऊपर आरोप लगाकर सेना से निकाला गया, इसके बाद वह सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद न करें इसके लिए जान से मारने की धमकी दी गई. साथ ही 50 करोड़ रुपये का ऑफर भी दिया गया.


तेज बहादुर ने सपा-बसपा गठबंधन उम्मीदवार शालिनी यादव का नाम फाइनल होने के बाद उनका समर्थन किया. तेज बहादुर यादव ने कहा कि पीएम मोदी को उन्होंने काफी भरोसेमंद समझा था, लेकिन वह भरोसे के लायक नहीं है.


बीजेपी की तरफ से उन्हें कौन ऑफर दिया था, इस सवाल को टालते हुए उन्होंने कहा कि वह यह नहीं बता सकते, लेकिन उन्हें ऑफर मिला था और जान से मारने की धमकी भी दी गई थी. इतना ही नहीं तेज बहादुर ने अपना नामांकन पत्र खारिज होने के लिए बनारस के रिटर्निंग ऑफिसर को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि बीजेपी के दबाव में उन्होंने पर्चा खारिज किया है.

वहीं तेज बहादुर यादव के इन आरोपों के बाद बीजेपी ने तेज बहादुर को राजनीति की भाषा न बोलने की नसीहत दी है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अशोक पांडेय ने तेज बहादुर यादव के इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि राजनीति में इस तरह के आरोप लगाना कोई नई बात नहीं है. 50 करोड़ रुपये देने की बात कर वह सिर्फ अखिलेश और मायावती के खास बनना चाह रहे हैं. इस तरह के आरोप निराधार हैं.

वाराणसी: देश की सबसे महत्वपूर्ण सीट वाराणसी लोकसभा सीट पर इस बार पीएम मोदी के खिलाफ सेना से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने ताल ठोकी थी. इसके बाद हर किसी की नजर इस सीट पर थी. सेना में खराब खाने की शिकायत करने के बाद बर्खास्त होने वाले जवान ने पूरी तरह से मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. अब नामांकन खारिज होने के बाद तेज बहादुर ने बीजेपी पर हमला बोला है.

बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना.


तेज बहादुर ने गुरुवार को वाराणसी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान भाजपा पर आरोप लगाए हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस वक्त उनके ऊपर आरोप लगाकर सेना से निकाला गया, इसके बाद वह सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद न करें इसके लिए जान से मारने की धमकी दी गई. साथ ही 50 करोड़ रुपये का ऑफर भी दिया गया.


तेज बहादुर ने सपा-बसपा गठबंधन उम्मीदवार शालिनी यादव का नाम फाइनल होने के बाद उनका समर्थन किया. तेज बहादुर यादव ने कहा कि पीएम मोदी को उन्होंने काफी भरोसेमंद समझा था, लेकिन वह भरोसे के लायक नहीं है.


बीजेपी की तरफ से उन्हें कौन ऑफर दिया था, इस सवाल को टालते हुए उन्होंने कहा कि वह यह नहीं बता सकते, लेकिन उन्हें ऑफर मिला था और जान से मारने की धमकी भी दी गई थी. इतना ही नहीं तेज बहादुर ने अपना नामांकन पत्र खारिज होने के लिए बनारस के रिटर्निंग ऑफिसर को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि बीजेपी के दबाव में उन्होंने पर्चा खारिज किया है.

वहीं तेज बहादुर यादव के इन आरोपों के बाद बीजेपी ने तेज बहादुर को राजनीति की भाषा न बोलने की नसीहत दी है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अशोक पांडेय ने तेज बहादुर यादव के इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि राजनीति में इस तरह के आरोप लगाना कोई नई बात नहीं है. 50 करोड़ रुपये देने की बात कर वह सिर्फ अखिलेश और मायावती के खास बनना चाह रहे हैं. इस तरह के आरोप निराधार हैं.

Intro:वाराणसी: लोकसभा चुनाव में देश की सबसे महत्वपूर्ण और हॉट सीट की जाने वाली बनारस लोकसभा सीट पर इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जब सेना से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने ताल ठोकी तो हर कोई की नजर इस सीट पर और भी ज्यादा लगी हुई थी क्योंकि सेना में खराब खाने की शिकायत करने के बाद बर्खास्त होने वाले इस जवान ने पूरी तरह से मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और जब बनारस से चुनाव लड़ने पहुंचा तो सीधे-सीधे तेज बहादुर यादव ने पीएम मोदी से टक्कर लेने की तैयारी कर ली लेकिन उनका परिचय खारिज हो जाने के बाद अब वह पूरी तरह से बीजेपी पर हमलावर हो चुके हैं तेज बहादुर ने आज वाराणसी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान भारतीय जनता पार्टी पर बड़े आरोप लगाए हैं तेज बहादुर ने कहा कि जिस वक्त मेरे ऊपर आरोप लगाकर मुझे सेना से निकाला गया उसके बाद मैं सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद ना करूं इसके लिए मुझे जान से मारने की धमकी दी गई और 50 करोड़ रुपये का ऑफर भी दिया.


Body:वीओ-01 तेज बहादुर ने आज वाराणसी से सपा बसपा गठबंधन उम्मीदवार शालिनी यादव का नाम फाइनल होने के बाद उनको समर्थन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं उन्होंने सीधे-सीधे बीजेपी पर सरकार के खिलाफ ना बोलें के लिए 50 करोड़ रुपए देने का आरोप लगाया और यह भी कहा कि उनको जान से मारने की धमकी लगातार दी जा रही थी. तेज बहादुर यादव का कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मैंने काफी भरोसेमंद समझा था लेकिन वह भरोसे के लायक है ही नहीं तेज बहादुर यादव ने बीजेपी पर इतने बड़े आरोप तो लगाए लेकिन जब उनसे पूछा गया कि आपको ऑफर किसने दिया गया था तो इस बात को टालते उन्होंने कहा यह मैं नहीं बता सकता लेकिन मुझे ऑफर मिला था और जान से मारने की धमकी भी दी गई थी इतना ही नहीं तेज बहादुर ने अपना नामांकन पत्र खारिज होने के लिए बनारस के रिटर्निंग ऑफिसर को भी जिम्मेदार ठहराया और कहा कि बीजेपी के दबाव में उन्होंने मेरा पर्चा खारिज किया है.

बाईट- तेज बहादुर यादव, बर्खास्त जवान


Conclusion:वीओ-02 उन्हीं तेज बहादुर यादव के इन आरोपों के बाद बीजेपी ने तेज बहादुर को राजनीति की भाषा ना बोलने की नसीहत दी है बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अशोक पांडेय ने तेज बहादुर यादव के इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि राजनीति में इस तरह के आरोप लगाना कोई नई बात नहीं है लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि तेज बहादुर की बर्खास्तगी या फिर उनकी तरफ से बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ने से बीजेपी क्यों डरने वाली है जो उनको 50 करोड़ रुपए देगी वह सिर्फ ऐसी बातें करके अखिलेश और मायावती के खास बनना चाह रहे हैं इस तरह के आरोप निराधार हैं और इनमें किसी तरह की कोई सत्यता नहीं है.

बाईट- अशोक पांडेय, बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता

gopal mishra
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