पीलीभीत: लोकसभा चुनाव 2019 का बिगुल बज चुका है. सभी पार्टी के प्रत्याशी लोगों से वोट मांग रहे हैं. घर-घर जा रहे हैं. जब ईटीवी की टीम ने गठबंधन के सपा प्रत्याशी हेमराज वर्मा के गांव का दौरा किया तो कुछ अलग ही नजारे देखने को मिले. गठबंधन के सपा प्रत्याशी हेमराज वर्मा उत्तर प्रदेश सरकार में जब मंत्री हुआ करते थे तो उस समय की दबंगई का असर देखने को मिला.
तो आइए जानते हैं क्या कहा गांव के लोगों ने..
जब ईटीवी की टीम सपा प्रत्याशी हेमराज वर्मा के गांव गई तो लोगों ने बताया कि सूबे के राज्यमंत्री रहते हुए हेमराज वर्मा ने क्षेत्र का तो विकास नहीं किया, बल्कि उनकी दबंगई चरम पर रही है. ग्रामीणों ने कहा कि हेमराज वर्मा ने दबंगई करते हुए अपने गांव टाह-पौंटा में कई लोगों पर सत्ता की हनक दिखा कर लोगों पर झूठे मुकदमे लिखवाए. इतना ही नहीं कई लोगों के घर भी तुड़वाए. इस तरह की दबंगई के कारण केवल हेमराज वर्मा के गांव के लोग हेमराज वर्मा को वोट देने से इनकार कर रहे हैं.
गठबंधन के सपा प्रत्याशी हेमराज वर्मा अपने ही घर में हुए बेगाने. जब ईटीवी ने गांव के विजयपाल से बात की तो विजयपाल ने बताया कि वह एथलीट था और बरेली मंडल का स्वर्ण पदक विजेता भी था. हेमराज वर्मा पर आरोप लगाते हुए विजयपाल ने कहा कि मेरे ऊपर हेमराज वर्मा ने 376 जैसे कई झूठे मुकदमे लिखवाए. इसके कारण आज मैं कुछ नहीं कर पाया. नहीं तो मैं आज देश की सेवा कर रहा होता. जब संवाददाता ने इस मुकदमे के पीछे का कारण पूछा तो बताया कि मैंने चुनाव में उनको वोट नहीं दिया था. मैं चुनाव से पहले से बीजेपी को सपोर्ट करता आ रहा था. इसलिए मेरे ऊपर मुकदमा लिखवाकर मेरे जीवन को चौपट कर दिया.
गांव के ही हीरा लाल ने बताया कि हम तो खुद गाय पालते हैं. गायों की सेवा करते हैं और हमारे गांव के रहने वाले हेमराज वर्मा ने अपने मंत्री पद पर रहते हुए सत्ता की हनक दिखाते हुए हमारे ऊपर ही गो तस्करी का झूठा मुकदमा लिखवाया. बस बात इतनी थी कि मैं चुनाव के पहले से भाजपा का समर्थन करते आ रहा था, इसलिए मैंने वोट नहीं दिया तो हमारे ऊपर झूठा मुकदमा लिखवा दिया.
सपा प्रत्याशी हेमराज वर्मा के गांव टाह-पौंटा में ग्रामीणों से बात करते संवाददाता. सपा प्रत्याशी हेमराज वर्मा के गांव टाह-पौंटा निवासी विजयपाल लोधी ने बताया कि हेमराज वर्मा मंत्री जरूर रहे, लेकिन अपनी गुंडई के करण कई लोगों के साथ-साथ हमारे ऊपर भी उनके घर में काम करने वाले नौकर से हमारे ऊपर फर्जी एससी-एसटी केस लगवाया, जबकि उस झूठे मुकदमे में मैं न्यायालय से बरी भी हो गया हूं.
हेमराज वर्मा के इस तरह के अभद्र व्यवहार से पूरा गांव और उनकी ही जाति के लोग भी उनसे नाराज हैं. पीलीभीत लोकसभा सीट तो छोड़िए हेमराज वर्मा अपना बूथ भी नहीं बचा पाएंगे. रामलाल ने बताया कि ये जो लोकसभा का चुनाव हेमराज वर्मा लड़ रहे हैं, ये कभी चुनाव नहीं जीत सकते. रामलाल ने रोते हुए बताया कि एक तरफ मोदी सरकार हम बे-सहारा गरीब लोगों को आवास दे रही है और हेमराज वर्मा ने हम लोगों का घर उजाड़ने का काम किया है. हेमराज वर्मा ने अपने जमीनी लाभ के लिए हमारा पक्का मकान गिरवा दिया था, जिसके बाद आज तक हमारा पक्का घर नहीं बन पाया.