वाराणसी: मशहूर अदाकारा उमराव जान की 84वीं पुण्यतिथि पर रविवार को फातमान रोड स्थित मस्जिद के पास बने मकबरे में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया. इस दौरान डर्बीशायर क्लब के अध्यक्ष शकील अहमद जादूगर के साथ कई लोगों ने पुष्प अर्पित कर अदाकारा उमराव जान को श्रद्धांजलि दी. शकील अहमद ने बताया कि उमराव जान फैजाबाद की थीं. उनके बचपन का नाम आमरीन था. नित्य गायन की बारीकियां उन्होंने लखनऊ में सीखी. जिसके बाद उन्होनें नवाबों को अपना दीवाना बना लिया.
उमराव जान को याद करते हुए उन्होंने बताया कि फैजाबाद में पली-बढ़ी उमराव जान किसी पहचान की मोहताज नहीं है. आमरीन को नवाबों के शौक ने उमराव जान बना दिया. उमराव जान की प्रतिभा के कारण इज्जत और शोहरत उनके कदम छू रही थी.
उमराव जान की नृत्य व गायन प्रतिभा से उन्हें काफी प्रसिद्धि मिली. बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं की नजर जब उमराव जान पर पड़ी तो उन्होंने उन पर फिल्म बना दी. बॉलीवुड की दो अभिनेत्रियों ने उनका रोल निभाया है. मशहूर निर्देशक मुजफ्फर अली की फिल्म में रेखा ने उमराव जान का रोल निभाया तो कमाल अमरोही की फिल्म पाकीजा में ऐश्वर्या राय ने उमराव जान का किरदार बखूबी पेश किया. कहा उनके नाम से बनी दोनों फिल्मों से लोगों ने करोड़ों रुपये कमाए.
शकील अहमद जादूगर ने बताया कि 26 दिसंबर 1937 को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. सन 1930 से वो बनारस में आकर अपने समाज के साथ रहने लगी थीं. कहा कि बनारस संगीत घराना है. उमराव जान एक ऐसी कलाकार थी जिन्होंने अपनी अदाकारी से अंग्रेजों का बहिष्कार किया था. राज्य व केंद्र सरकार की मांग है कि उनके लिए एक मार्शल आर्ट लाइट व समरसेबल लगाया जाए.
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