वाराणसी: शुक्रवार को मोक्षदायिनी मां गंगा से वर्ष की आखिरी आरती में यह प्रार्थना की गयी कि आने वाला वर्ष विश्व और भारत देश के लिए अच्छा हो. वैश्विक महामारी कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमीक्रोम से भारत बचा रहे. इसका प्रभाव कम पड़े. देश के प्रत्येक नागरिक पर मां गंगा का आशीर्वाद बना रहे. इसी संकल्प के साथ शुक्रवार को वाराणसी में गंगा आरती की गई.
रोज की तरह पूरे विधि विधान और संकल्प के साथ मां गंगा का पहले पूजन किया गया. इसके बाद 7 अर्चकों ने मां गंगा की आरती की. गंगा आरती में शामिल हुए भक्तों ने हर हर महादेव और जय मां गंगा का उद्घोष किया. सभी ने हाथ जोड़कर मां मोक्षदायिनी से प्रार्थना की.
दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध आरती को देखने के लिए देश भर से लोग यहां पर आते हैं. वर्ष की अंतिम आरती देखने के लिए गंगा घाट पर बड़ी संख्या में लोग नजर आए. वाराणसी गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष आशीष तिवारी ने बताया शुक्रवार को जो आरती हुई है, वो 2022 के पदार्पण के लिए. विशेष दीपों से सजावट की गयी. हम लोगों ने देवी भगवती से यह प्रार्थना की है कि वैश्विक महामारी कोरोना (ओमीक्रोन) से जल्द से जल्द पूरे विश्व और देश को निजात मिले. सभी सुरक्षित और स्वस्थ रहें.
1001 शंखनाद से गूंज उठेगा बाबा का धाम
शनिवार (1 जनवरी) को श्री काशी विश्वनाथ धाम परिसर में 1001 शंखवादक शंखनाद करेंगे. इस कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों के अलावा मणिपुर, असम, पशिम बंगाल, उड़ीसा के कलाकार प्रतिभाग करेंगे. कार्यक्रम का शुभारम्भ 10 बजे राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संस्कृति डॉ. नीलकण्ठ तिवारी दीप प्रज्जवलित करके करेंगे.
वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर को श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया था. इसके बाद देशभर से लोग बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए आ रहे हैं. 1001 शंख बजाकर श्री काशी विश्वनाथ धाम एक नया रिकॉर्ड भी बनाएगा.
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