वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय विज्ञान संस्थान मालवीय सभागार और दूरियों में काशी हिंदू विश्वविद्यालय टाइफैक के तत्वाधान में आयोजित टेली डिजिटल हेल्थ पायलट प्रोग्राम (Tele Digital Health Pilot Program) की लांचिंग की गयी, जिससे अब भारत के किसी भी नागरिक को अपने हेल्थ डॉक्यूमेंट को लेकर नहीं घूमना होगा आधार कार्ड से लिंक (link with aadhar card) होगा और कहीं भी आधार कार्ड के माध्यम से उसके हेल्थ की कुंडली भी निकल जाएगी. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में केंद्र सरकार में विज्ञान प्रौद्याेगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. जीतेंद्र सिंह रहे.
टेली डिजिटल हेल्थ केयर से देश भर के लोगों को बहुत ही फायदा होगा. मात्र 30 सेकेंड के अंदर लोग के सारे हेल्थ की जानकारियां मिल जाएगी, जिसमें वाराणसी उत्तर प्रदेश और गोरखपुर के साथ पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयनित किया गया है.
इसमें जम्मू कश्मीर को भी जोड़ा जाएगा, जिसमें काशी हिंदू विश्वविद्यालय और आईआईटी हैदराबाद इसमें सहयोग करेगा. यह एक आटोमेटिक प्रासेस होगा जिसमें हेल्थ वर्कर जिस किसी का ब्लड सैंपल लेकर जांच करेंगे.
तत्काल उसकी रिपोर्ट और आंकड़े क्लाउड पर चले जाएंगे. वहां से वह चिकित्सकों के पैनल को पोर्टल पर मिल जाएगी. कार्ड बनते समय चिकित्सक उसका विश्लेषण करके उसमें अपलोड कर देंगे. यदि किसी मरीज को कोई दिक्कत है तो उसके बारे में उसको बताया जाएगा और रोग के लक्षणों के बारे में भी तत्काल बता दिया जाएगा, जिससे तत्काल उसका इलाज प्रारंभ हो जाएगा.
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डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने लाल किले के प्राचीर से डिजिटल हेल्थ केयर की बात कही थी. पहली बार मोदी के कार्यकाल में स्वास्थ्य को देश में प्राथमिकता मिली है. विज्ञान और नवाचार को प्राथमिकता मिली है. उसी से आज हम लोगों ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (Banaras Hindu University) में इस प्रयोग को प्रारंभ किया है.
टेली डिजिटल हेल्थ केयर, डिजिटल साधनों से व्यक्ति की जांच की जाए. संबंधित चिकित्सक से उसका जांच करा कर अपनी बीमारी को लेकर उसे विमर्श भी प्राप्त हो. कोविड काल में हमें यह सिखाया है. विशेषकर प्रधानमंत्री ने जिस तरह से देश को लेकर चले हैं.
135 करोड़ की जनता में प्रकोप तेजी से फैल जाता तो पता नहीं क्या हो जाता. स्वास्थ्य के क्षेत्र में टेली डिजिटल हेल्थ का एक महत्वपूर्ण योगदान होने वाला है. ये देश हाइड्रो सिटी वाला है. यहां पर विभिन्न स्थान पर विभिन्न प्रकार के माहौल है. कहीं नाली कहीं पहाड़ कहीं पर्वत है. बहुत से स्थान पर तो डॉक्टर भी नहीं पहुंच पाते थे. टेली डिजिटल हेल्थ देश के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होगा. लोगों के लिए वरदान साबित होगा. जो हेल्थ केयर तक या उन संसाधनों तक नहीं पहुंच पाते थे. श्री काशी विश्वनाथ धाम को देखकर लगा कि प्रधानमंत्री ने जिस तरफ से काशी का रीकंस्ट्रक्शन किया है. वर्तमान स्वरूप में उसके दर्शन का स्वरूप प्राप्त हुआ. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी आधुनिक भारत का तीर्थ स्थान है. वहां पर इस प्लेटफार्म को चालू किया गया.
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