वाराणसी: धर्म नगरी में वेद और शास्त्र पढ़ने वाले छात्र अब अभिनय के गुर भी सीखेंगे. इसकी शुरुआत वाराणसी की संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी में होने जा रही है. संस्कृति एवं सूचना मंत्रालय के प्रयास से शनिवार को विश्वविद्यालय और निर्देशक व गोविंदा के भाई कीर्ति कुमार के बीच एमओयू साइन किया गया है.
उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी (Film City in Uttar Pradesh) बनने के साथ ही रोजगार के लिए पूर्वांचल के छात्रों को फिल्मी दुनिया की ओर ले जाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए नई शिक्षा नीति के अंतर्गत विश्वविद्यालयों में ड्रामा और अभिनय की पढ़ाई शुरू की जा रही है. सबसे पहले वाराणसी की संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी (Sampurnanand Sanskrit University) में इसकी कक्षाएं शुरू की जाएंगी.
यहां वेद पढ़ने वाले छात्रों को अभिनय के गुर सिखाए जाएंगे. विश्वविद्यालय के कुलपति हरेराम त्रिपाठी ने बताया कि यह पाठ्यक्रम अभी 3 महीने का होगा. इसके बाद डिप्लोमा कोर्स के अंतर्गत 6 महीने या फिर 1 साल तक के लिए किया जाएगा. इससे वाराणसी और आसपास के इलाकों में रहने वाले छात्रों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे साथ ही अभिनय की दुनिया में जाने के रास्ते मिलेंगे.
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गोविंदा के भाई व फिल्म निर्देशक कीर्ति कुमार ने वेद के छात्रों को अभिनय सिखाने (Teaching acting to the students of Vedas) की जिम्मेदारी ली है. वह वाराणसी की संपूर्णानंद यूनिवर्सिटी में सबसे पहले अभिनय व ड्रामा के गुर छात्रों को सिखाएंगे. कीर्ति कुमार ने बताया कि यूपी के छात्रों को अभिनय सीखने के लिए बॉलीवुड जाना पड़ता है. मुख्यमंत्री योगी के प्रयास से अब यूपी में ही फिल्म जगत की सारी सुविधाएं मिल रहीं हैं. ऐसे में यदि यहां के छात्र एक्टिंग की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं तो उन्हें अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा. उनको यहीं पर रोजगार मिल जाएगा.
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