नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा यमुना एक्सप्रेस वे पर बीते दिन हुए माइलस्टोन 68 के पास हुए सड़क हादसे में 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. वहीं गुरुवार को हादसे में पांच लोगों की मौत और दो लोग घायल हो गए थे. जिसके बाद अब यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारी अपनी नींद से जाग गए हैं. यमुना एक्सप्रेस वे को बनाने वाली कंपनी जेपी ग्रुप के अधिकारियों के साथ मीटिंग करते हुए यमुना एक्सप्रेस के सीईओ ने चार नए थाने बनाने का निर्णय लिया है. यह जानकारी खुद यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने दी.
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सीईओ यमुना विकास प्रधिकरण के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने कहा कि "यमुना एक्सप्रेस वे पर चार नए थाने बनाए जाएंगे. जिसका प्रपोजल शासन को भेजा जा रहा है. इसके साथ ही पेट्रोलिंग की गाड़ियों को बढ़ाकर अब 14 से 28 कर दिया जाएगा. इसके अलावा बढ़ते हादसों को देखते हुए एंबुलेंस की संख्या बढ़ाकर 6 से 12 कर दी गई है, ताकि हादसे के बाद तुरंत पीड़ित को एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध हो सके. इसके साथ ही यमुना एक्सप्रेस वे पर जो वाहन खड़े कर दिए जाते हैं, उनके खिलाफ चालान की कार्रवाई की जाएगी. जिसको लेकर यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने यमुना एक्सप्रेस वे को बनाने वाली कंपनी जेपी ग्रुप से वार्ता की है. इसके साथ ही यमुना एक्सप्रेस वे पर बीते दिनों आईआईटी दिल्ली के द्वारा एक स्टडी की गई थी, जिसके बाद इस एक्सप्रेस-वे पर 108 करोड़ रुपये की लागत से कई और कार्य कराए गए हैं."
वहीं, पेट्रोलिंग को लेकर डॉ. अरुण वीर सिंह का कहना है कि "यमुना एक्सप्रेस वे पर एंबुलेंस और पेट्रोलिंग के लिए गाड़ियों की वार्ता चल रही है, ताकि लोगों को स्मूदसफर का जो वादा किया गया था, उसको पूरा किया जा सके."
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