मुजफ्फरनगर: मापतौल विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक विधिक माप हरीश कुमार प्रजापति को एक पेट्रोल पंप मालिक से 25 हजार की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने मंगलवार की रात को हिरासत में लिया है. एंटी करप्शन सेल ने निरीक्षक के प्राइवेट चालक को भी पूछताछ के लिये हिरासत में लिया है. एंटी करप्शन सेल की टीम दोनों से पूछताछ कर रही है.
एंटी करप्शन सेल की टीम के एक अधिकारी ने बताया कि मखियाली रोड स्थित श्री बालाजी फ्यूज एचपी के मालिक आधार रघुवंशी ने एंटी करप्शन सेल मेरठ के सीईओ संगीता सिंह और दुर्गेश कुमार इंस्पेक्टर से शिकायत की थी. बताया था कि माप तौल विभाग के सीनियर इंस्पेक्टर पेट्रोल पंप पर निरीक्षण और परीक्षण कर सर्टिफिकेट जारी करने के लिए 50 हजार रुपये की मांग की जा रही थी. बाद में 25 हजार रुपये देना तय हो गया था.
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शिकायत के बाद एंटी करप्शन सेल की सीओ संगीता सिंह ने जांच के लिये टीम लगाई. जिसमें एसएचओ अशोक कुमार शर्मा, इंस्पेक्टर दुर्गेश कुमार को टीम में शामिल किया गया. टीम ने मुजफ्फरनगर आकर अपना जाल बिछाया और योजना के अनुसार मापतौल विभाग के सीनियर इंस्पेक्टर के चालक सोनू उर्फ सोहनवीर को पेट्रोल पंप पर बुलाया. एंटी करप्शन सेल ने रंग लगाकर 250 रुपये चालक सोनू को दे दिए.
चालक सोनू ने वही रुपये मापतौल विभाग के इंस्पेक्टर हरीश प्रजापति को थमा दिये. इसी बीच एंटी करप्शन सेल की टीम मौके पर पहुंची और और माप तौल विभाग के सीनियर इंस्पेक्टर हरीश प्रजापति और उनके प्राइवेट चालक सोनू उर्फ सोहनवीर को रुपयों के साथ दबोच लिया. इसके बाद आरोपियों को नई मंडी थाने लाया गया. देर रात तक एंटी करप्शन सेल नई मंडी थाने में ही लिखा पढ़ी करती रही.
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