मुजफ्फरनगर: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई से नाराज कांग्रेसियों ने मुजफ्फरनगर जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर प्रदर्शन किया.
इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुबोध शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर प्रवर्तन निदेशालय ने लगातार तीसरे दिन कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को बिना सबूत, बिना तथ्यों के निराधार और मनगढ़ंत आरोपों के आधार पर नेशनल हेराल्ड मामले में राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित होकर तलब किया है.
साथ ही पिछले 3 दिनों से केंद्र सरकार ने पार्टी पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं की अनुमति के बिना अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय को किले के रूप में बदल दिया है. पुलिस ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बेरहमी से मारपीट की और बिना कोई कारण बताए उन्हें दूरदराज के पुलिस स्टेशन में ले जाकर बंद कर दिया. उन्होंने कहा कि पूरी तरह से मनमाना रवैया अपनाया जा रहा है, इससे प्रतीत होता है कि भारत देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि इस अलोकतांत्रिक कार्रवाई को तत्काल प्रभाव से रोका जाए, नहीं तो देश की जनता का लोकतंत्र से विश्वास उठ जाएगा.
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वही, अमरोहा में भी शहर के बड़े डाकघर में कांग्रेसियों ने ईडी द्वारा की गई पूछताछ के विरोध में धरना प्रदर्शन. शहर में धारा 144 लागू होने की वजह से समर्थकों को मार्च निकालने की अनुमति नहीं मिली. कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष ओंकार सिंह कटारिया के नेतृत्व में पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता ने मोदी सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा, कि हमारे नेता राहुल गांधी से ईडी सरकार के इशारे पर पूछताछ कर रही है. इसके विरोध में आज हम धरना प्रदर्शन कर रहे है. हम लोग तब तक चुप नहीं बैठेंगे, जब तक हमारे नेता को पूरी तरह न्याय नहीं मिल जाता.
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