मुरादाबाद: जिले में रिहायशी इलाके के सामने 100 बेडों की क्षमता वाले जिला अस्पताल की नई इमारत बनाई गई है. मंगलवार देर रात इस इमारत में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों ने हंगामा शुरू कर दिया और खिड़की के शीशे तोड़कर भागने की कोशिश की. आनन-फानन में अस्पताल के स्टाफ ने मामले की सूचना अधिकारियों को दी. वहीं कोरोना संक्रमित मरीजों की इस हरकत से कॉलोनी निवासी लोगों में हड़कंप मच गया.
बता दें कि 9 अप्रैल को कोरोना वायरस से संक्रमित और सम्भावित मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने के लिए रिहाइशी कॉलोनी के रास्ते लाया जा रहा था. इसका कॉलोनी निवासियों ने विरोध किया और रास्ता बंद कर दिया था. मंगलवार देर रात सरकारी स्वास्थ्य कर्मचारियों की आवासीय कॉलोनी के सामने बने आइसोलेशन वार्ड में कोरोना संक्रमित और सम्भावित मरीजों ने हरकत करनी शुरू कर दी, जिससे कालोनी में रहने वाले परिवार दहशत में आ गए.
स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल
मामले की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी जायजा लेने के बाद वापस भी हो गए, जिसकी वजह से कॉलोनी निवासियों में रोष है. वहीं जिला अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि हम नौकरी करेंगे लेकिन अपने परिवार को अब यहां नहीं रहने देंगे. अपने परिवारों को किसी सुरक्षित स्थान या अन्य जगह भेज देंगे.
इसे भी पढ़ें- लॉकडाउन-2 के लिए गृह मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइन
कॉलोनी के लोगों ने देखा कि आइसोलेशन में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज पीछे से कूदकर भागने की कोशिश कर रहे थे. मरीज शटर वाली खिड़की खोलकर आधा बाहर निकल आया था और भागने की फिराक में था. अस्पातल के स्टाफ द्वारा पुलिस को सूचना देने पर मौके पर पुलिस ने मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में अंदर कर दिया है.
-वीर सिंह, लिफ्ट मैन (चश्मदीद )