मेरठ: जिले में कैंट बोर्ड ने टोल वसूली के लिए कई स्थानों पर टोल का ठेका खोला है. इनमें से तीन स्थानों को लेकर शहर के ट्रांसपोर्टरों में रोष है. इस टोल वसूली का ट्रांसपोर्टर लगातार विरोध कर रहे हैं. ठेकेदार इस मामले में कोर्ट पहुंच गया है. वहीं ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि यदि कैंट में विवादित तीन स्थानों पर टोल वसूला गया तो वह अपने ट्रक कैंट में भेजना बंद कर देंगे.
कैंट एरिया के जिन तीन स्थानों पर टोल वसूली को लेकर विरोध हो रहा है, उनमें एक रुड़की रोड पर लेखानगर के पास है, दूसरा मवाना रोड पर और तीसरा शहर के अंदर जली कोठी के पास दिल्ली रोड पर है. ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि यह तीनों पॉइंट कैंट एरिया के रखरखाव वाली सड़कों पर नहीं है. यह सड़कें पीडब्ल्यूडी और एनएचआई की हैं. ऐसे में कैंट बोर्ड को इन तीन पॉइंट पर टोल वसूलने का अधिकार नहीं है.
निरस्त किया गया था टोल प्वाइंटों का ठेका
ट्रांसपोर्टर के हंगामे और विरोध के बीच जिला प्रशासन और कैंट बोर्ड की बैठक में जनहित में विवादित तीनों प्वाइंटों का ठेका पिछले सप्ताह निरस्त कर दिया गया, लेकिन ठेकेदार इस फैसले के खिलाफ कोर्ट पहुंच गया. कोर्ट के माध्यम से ठेकेदार एक बार फिर विवादित तीन स्थानों पर तो टोल वसूली की तैयारी कर रहा है. इस मामले में अब ट्रांसपोर्ट आर-पार की लड़ाई के मूड में है.
कोर्ट के आदेश का करेंगे सम्मान
मेरठ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का कहना है कि यदि कोर्ट का इस संबंध में कोई आदेश आता है तो वे उसका सम्मान करेंगे, लेकिन जिस तरह से एनएचआई और पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर टोल टैक्स वसूला गया वह किसी भी तरह से गुंडा टैक्स से कम नहीं है. एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राज शर्मा का कहना है कि ट्रांसपोर्ट इसका का विरोध भी कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे.
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इस संबंध में अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है. यदि टोल वसूली शुरू होती है तो ट्रांसपोर्टर कैंट एरिया में अपने वाहनों को नहीं ले जाएंगे. वाहनों को पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा.
-गौरव शर्मा, अध्यक्ष, मेरठ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन