लखनऊ: राजधानी के डॉ. शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय (SMNRU) की एक महिला कर्मचारी ने यौन शोषण के खिलाफ आवाज उठाई. पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली. पीड़ित महिला का आरोप है कि अब पूरा सिस्टम उस पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है.
यौन शोषण के मामले में पीड़ित महिला ने सोमवार को मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मदद की गुहार लगायी. पीड़ित महिला का आरोप है कि उसकी आवाज को दबाने के लिए अब चारों आरोपी प्रशासनिक शक्तियों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उसे धमकाया जा रहा है.
डॉ. शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय (Dr. Shakuntala Misra National Rehabilitation University) की महिला कर्मचारी ने लखनऊ के पारा थाने में कुलसचिव समेत तीनों अधिकारी अमित राय, प्रोफेसर हिमांशु शेखर और डॉ. अरविंद कुमार सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी.
एफआईआर के मुताबिक, साल 2018 में नौकरी लगने के पहले ही दिन से कुलसचिव अमित कुमार किसी न किसी बहाने शारीरिक स्पर्श करते थे. कई बार सीधे तौर पर शारीरिक संबंध बनाने के लिए भी महिला से कहा. पीड़ित महिला के मना करने पर आरोपी अमित ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से उसे धमकाने और उसका भविष्य खराब करने की धमकी दिलवाई.
पीड़ित महिला ने सोमवार को मुख्यमंत्री और राजभवन को लिखित शिकायत भेजी. महिला का आरोप है कि कुलसचिव समेत सभी आरोपी उसको लगातार धमका रहे हैं. जब भी वो अपने कक्ष से बाहर निकलती है, तो उनका लोग पीछा करते हैं. आरोपियों के कहने पर उन पर नजर रखी जा रही है. सरकारी ऑफिस स्टॉफ और सरकारी गाड़ी का उपयोग अपने काम को छिपाने और महिला को धमकाने में किया जा रहा है.
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महिला का कहना है कि विश्वविद्यालय के कुछ लोग उनका समर्थन कर रहे हैं. पीड़ित महिला ने लिखित शिकायत करके कुलसचिव अमित कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक अमित कुमार राय, प्रो. हिमांशु शेखर झा और उप कुलसचिव अमित कुमार सिंह को तत्काल निलम्बित करने और सरकारी संसाधन का दुरूपयोग रोकने की मांग की. उनका कहना है कि आरोपियों को पद से हटाए बगैर प्रकरण की निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है.
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