लखनऊ: मुख्यमंत्री आवास से महज दो किलोमीटर के दायरे में राजकीय स्कूल की जर्जर छत गिरने के मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने योगी सरकार पर निशाना साधा. पार्टी के प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने इसे योगी सरकार के विकास की असली तस्वीर बताया. उन्होंने कहा कि राजधानी में सरकारी स्कूलों की हालत जब ऐसी है तो ग्रामीण अंचल के विद्यालयों की दशा का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है.
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी रविवार को लखनऊ के नरही इलाके में स्थित राजकीय बालिका विद्यालय की एक क्लास रूम की जर्जर छत गिर गई थी. गनीमत, यह रही कि स्कूल बंद था इसलिए बड़ा हादसा टल गया. अगर कक्षाएं संचालित हो रही होती तो काफी नुकसान हो सकता था. आप नेता वैभव माहेश्वरी ने कहा कि झूठी उपलब्धियां गिना कर विकास उत्सव मनाने में जुटी योगी सरकार की सच्चाई इस हादसे ने सामने ला दी है. गनीमत रही कि दुर्घटना के वक्त बच्चियां कमरे में नहीं थीं, वरना बड़ा हादसा हुआ होता. छात्राओं की जान से खिलवाड़ करने के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि योगी सरकार के स्कूलों की असलियत सामने ना आए, इसके लिए कुछ माह पहले जब दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया लखनऊ के स्कूल देखने आए तो उन्हें रोक दिया गया था. सरकार ने अपनी नाकामियों के ऊपर पर्दा डालने की जगह, व्यवस्था सुधारने की पहल की होती तो शायद यह हादसा नहीं होता. वैभव माहेश्वरी ने कहा कि एक ओर योगी आदित्यनाथ बड़ी-बड़ी होर्डिंग लगाकर 1,07,000 स्कूलों के कायाकल्प का दावा कर रहे हैं. मगर उनके आवास से महज 2 किलोमीटर के अंदर राजकीय बालिका विद्यालय की छत गिरने के कारण उनके झूठ की पोल खोल चुकी है. इस तरह का झूठ बोलने वाले राजनेता देश के विकास के लिए घातक हैं. शिक्षा बिना देश और समाज के विकास की कल्पना बेमानी है. ऐसे में योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा के क्षेत्र में झूठे दावे करके प्रदेश की जनता के साथ छल किया है.
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आम आदमी पार्टी पिछले कुछ दिनों से योगी सरकार पर लगातार हमले कर रही है. पार्टी की तरफ से मुफ्त बिजली जैसी घोषणा के बाद पार्टी नेताओं की बयानबाजी और बढ़ गयी है. असल में, पार्टी की तरफ से किसानों को मुफ्त बिजली और घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट तक निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराने की घोषणा की गई थी. भाजपा नेताओं ने इसे चुनावी जुमला बताया था.