लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सोमवार शाम फेसबुक लाइव के जरिए योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में यूपी भय, भूख और भ्रष्टाचार का पर्याय बन गया है. योगी सरकार ने युवाओं के ऊपर जुल्म, ज्यादती और अत्याचार करने का काम किया है. नौजवान बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं. 69,000 शिक्षकों की भर्ती में इसी सरकार ने दलित, पिछड़ों, नौजवानों के साथ धोखा किया.
उन्होंने कहा कि अनेक भर्तियों में गड़बड़ियों के चलते या तो नौजवान कोर्ट के चक्कर काट रहा है या फिर सड़कों पर आंदोलन कर रहा है, लाठी खा रहा है और जेल जा रहा है. टीईटी की परीक्षा में 21 लाख से अधिक नौजवान परीक्षा में शामिल हुए. परीक्षा देने के लिए बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन समेत अन्य जगहों पर रात गुजारी. सवेरे सेंटर पर परीक्षा देने के बाद उन्हें पता चला कि पेपर आउट हो गया. नौजवान हताश हुआ, परेशान हुआ और पेपर आउट होने के नाते लगातार उपेक्षा, सरकार द्वारा की जा रही ठगी, धोखे ने युवाओं के अंतर्मन पर चोट पहुंचाई है. दारोगा भर्ती का नौजवान हो, चाहे सिपाही, पीएससी भर्ती का हो या लेखपाल भर्ती का हो, सहायक अभियंता हो या फिर तमाम भर्तियों के नौजवान धरने पर हैं.
लखनऊ में अजय कुमार लल्लू ने कहा कि सरकार ने उनके साथ भद्दा मजाक और विश्वासघात करने का काम किया है. योगी सरकार ने अपने घोषणा पत्र में 14 लाख रोजगार हर साल देने की बात की थी, लेकिन योगी सरकार ने सिर्फ प्रचार, विज्ञापन, होर्डिंग, बैनर, टीवी प्रबंधन के अलावा रोजगार देने का कोई काम नहीं किया है. सूबे के किसान हताश, निराश, परेशान हैं. बुंदेलखंड का किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं, पश्चिम का किसान, आलू उत्पादक किसान, धान-मक्का का किसान, गन्ना उत्पादक किसान परेशान हैं. उनके लिए सरकार ने कुछ नहीं किया, उन्हें बिचौलियों ने लूटा है.
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि किसानों ने जब विरोध किया, आंदोलन किया, तीन काले कानूनों का विरोध किया, तब सरकार ने उनके दमन का काम किया. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने किसानों का साथ दिया, उनके साथ खड़े रहे. लखीमपुर की घटना कौन भूलेगा, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे ने किसानों को गाड़ी से कुचल दिया. सरकार ने उसका संरक्षण किया और बचाया. जब प्रियंका गांधी जाती हैं, तो सरकार दमन करती है. हम सबके प्रयासों से किसानों को न्याय मिला और अंत में सरकार को माफी मांगनी पड़ी.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि इसी सरकार में सैकड़ों की मौत पुलिस कस्टडी में हुई हैं. किसानों के पैसों की बंदरबांट हुई, घोटाले होते रहे, मंत्री पदासीन रहे, ट्रस्ट के नाम पर लूट हुई, लेकिन योगी सरकार सोती रही. ट्रस्ट के नाम पर दलितों की जमीन को लूटा गया. सरकार ने एसआईटी बनाकर पल्ला झाड़ लिया. कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश में दलित, पिछड़ों, शोषित, पीड़ित पक्ष के साथ खड़ी रही. कोरोना काल में जब लोग उस चिलचिलाती धूप में पैदल जा रही थी, तो अपने बीच पूरी तरह कांग्रेस को पा रही थी. मैं एक हजार बस लेकर गया, लेकिन इस सरकार ने मुझे जेल भेज दिया. इस सरकार ने मेरे ऊपर 100 से अधिक मुकदमे लिखे.
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि उत्तर प्रदेश में उद्योग, लघु उद्योग समाप्त हो गया है. फिरोजाबाद का कांच का उद्योग खत्म होने की कगार पर है. मुरादाबाद का पीतल का उद्योग खत्म हो गया, हजारों करोड़ का कारोबार कुछ सौ करोड़ में सिमट गया है. चीनी, लकड़ी और कपड़ा उद्योग समाप्ति की कगार पर है. आगरा और कानपुर का चमड़ा कोलकाता चला गया, लेकिन इसके बारे में योगी सरकार ने कहीं भी उन लोगों का कोई सहयोग नहीं किया, जिससे वह संभल सकें, लेकिन अब यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Elections 2022) में इस सरकार को सत्ता से हटाने का समय आ गया है.
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