लखनऊ: तेजस एक्सप्रेस 211 दिन बाद नवरात्रि के पहले दिन यार्ड से निकलकर पटरी पर दोबारा रफ्तार से दौड़ती हुई नजर आएगी. यात्रियों को इस ट्रेन के चलने का बेसब्री से इंतजार था और 17 अक्टूबर को उनकी ये ख्वाहिश पूरी हो जाएगी. लखनऊ-दिल्ली के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस यात्रियों की पसंदीदा ट्रेन है. इस ट्रेन में यात्रियों को विमान जैसी सुविधा मिलती है. एयरोप्लेन में जैसे एयरहोस्टेस यात्रियों को सर्विस प्रोवाइड करती हैं, वैसे ही इस ट्रेन में ट्रेन होस्टेस यात्रियों को सर्विस प्रोवाइड करती हैं. इस ट्रेन में बैठने के बाद यात्रियों को प्लेन जैसी यात्रा का अनुभव होता है.
तय मानकों के तहत होगा संचालन
ट्रेन का संचालन शुरू होने से पहले भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने तेजस एक्सप्रेस में अच्छी तरह से सैनिटाइजेशन कराया. शनिवार सुबह इस ट्रेन को लखनऊ जंक्शन से संचालित किया जाएगा. बीते साल साल चार अक्टूबर को शुरू हुई लखनऊ-नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस का संचालन कोरोना संकट के कारण 19 मार्च से बंद है. अनलॉक के नए नियमों के साथ इस ट्रेन की शुरुआत शनिवार से हो रही है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए हर एक सीट के बगल की सीट खाली रहेगी. यात्रियों के बीच तय मानकों के तहत शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए ये फैसला लिया गया है.
खाली रह गईं सीटें
सात माह बाद यह ट्रेन फिर से शुरू हो रही है, लेकिन पहले ही दिन इस ट्रेन की सीटें खाली रह जाएंगी. ट्रेन में अभी 287 चेयर कार खाली हैं. इसके अलावा 22 सीटें एग्जीक्यूटिव क्लास की खाली रह गईं हैं.
नवरात्रि पर मिलेगा व्रत का खाना
कोरोना के कारण इस बार इस ट्रेन में यात्रियों को पैक्ड फूड के बजाय कुक्ड फूड मिलेगा. नवरात्रि का शनिवार को पहला दिन है ऐसे में ट्रेन के अंदर व्रत के मौके पर खाये जाने वाले विशेष भोजन को भी परोसने की तैयारी है. आईआरसीटीसी यात्रियों को अपने बेस किचन से तैयार ये पैक्ड फूड उपलब्ध कराएगा. इसके साथ ही यात्रियों को ट्रेन के अंदर उनकी पसंद का खाना और नाश्ता भी मिलेगा.
ट्रेन होस्टेस को दी गई ट्रेनिंग
ऐशबाग कोचिंग डिपो में खड़ी इस ट्रेन को सैनिटाइज किया गया. ट्रेन के संचालन के दौरान हर बोगी का तापमान 25 से 26 डिग्री तक रखा जाएगा. बोगी के शौचालय के अलावा सभी दरवाजों और उनके हैंडल को सैनिटाइज किया गया है. ट्रेन होस्टेस को शुक्रवार को भी विशेष प्रशिक्षण दिया गया.