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LU ने जारी किया तुगलकी फरमान तो विरोध में सड़क पर उतरे छात्र - लखनऊ समाचार

लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को सोशल मीडिया पर कोई भी ऐसी पोस्ट शेयर करने से रोक लगा दी है, जिससे विश्वविद्यालय या संकाय की छवि खराब होती है. विश्वविद्यालय प्रशासन के इस फरमान के विरोध में छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया.

लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन करते विद्यार्थी.
लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन करते विद्यार्थी.
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Published : Sep 8, 2021, 5:00 AM IST

लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों की आवाज को दबाने के लिए तुगलकी फरमान जारी किया है. सोशल मीडिया पर कोई भी ऐसी पोस्ट शेयर करने से रोक लगा दी है, जिससे विश्वविद्यालय या संकाय की छवि खराब होती है. बीते दिनों छात्रावास की समस्या को लेकर न्यू कैंपस के छात्रों द्वारा किए गए प्रदर्शन के बाद यह कदम उठाया गया है. यह पोस्ट छात्रों के व्हाट्सएप ग्रुप में एडिशनल प्रॉक्टर न्यू कैंपस के नंबर से शेयर किया गया. छात्रों को चेतावनी दी गई कि यदि वह कोई पोस्ट शेयर करते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी.

लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन करते विद्यार्थी.
लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन करते विद्यार्थी.
प्रशासन के इस तुगलकी फरमान के सामने आने के चंद घंटों बाद ही मंगलवार को छात्र सड़क पर उतर आए और जमकर प्रदर्शन किया. विद्यार्थियों का कहना है कि बीते सप्ताह शनिवार को जिन मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया था, उनमें कोई सुधार नहीं हुआ. इतना ही नहीं, अब छात्रावास से जुड़ी समस्याओं को दूर करने की वजह प्रशासन में बैठे कुछ अधिकारी उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं. जो कि किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा. प्रदर्शन के दौरान छात्र सड़क पर आ गए. पुलिस बल के हस्तक्षेप के बाद उन्हें सड़क के किनारे बैठा दिया गया. इसी बीच मंगलवार को बीते दिनों (शनिवार) का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. यह वीडियो पिछले प्रदर्शन के दौरान विश्वविद्यालय के नए परिसर का है. इसमें एक छात्र प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ बदसलूकी करता हुआ नजर आ रहा है. प्रदर्शनकारियों की मानें तो यह विधि संकाय के डीन प्रोफेसर सीपी सिंह का बेटा है. उनका आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान उसने अभद्रता की थी. गाली-गलौज भी की. ऐसे में प्रदर्शनकारी है उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें-2022 के घमासान के लिए मैदान में उतरे छात्र राजनीति के ये चेहरे, लखनऊ विवि से है नाता



विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि बीते दिनों विश्वविद्यालय के नवीन परिषद के मुख्य गेट पर प्रदर्शन के दौरान LL.B Hons . 9th Semester के छात्र आयुष प्रताप सिंह ने शांति पूर्ण तरीके से बैठे हुए छात्रों को आक्रोशित करने का प्रयत्न किया और अभद्रता करने के साथ गाली-गलौज की. इसके अळावा चीफ प्रॉक्टर ने छात्रों को अगले कार्यदिवस 7 सितंबर तक सारी समस्या का निराकरण करने का आश्वासन दिया गया था. साथ ही यह भी आश्वस्त किया गया था कि उस शांति पूर्ण प्रदर्शन में शामिल किसी भी छात्र के विरूद्ध कोई भी ऐसी कार्यवाही नहीं होगी, जिससे उसका भविष्य प्रभावित हो. दुर्भाग्यपूर्ण है कि छात्रों की समस्याओं के निराकरण हेतु सक्षम प्राधिकारियों द्वारा अभी तक कोई भी कदम नहीं उठाया गया, न ही एडिशनल प्रॉक्टर को हटाया गया. विद्यार्थियों ने कहा कि एडिशनल प्रॉक्टर अपने पद का धौंस दिखाकर छात्रों को डराने धमकाने का प्रयास कर रहे हैं. कक्षा- हास्टल ग्रुप में धमकी भरे मैसेज भेजे गए हैं.

यह है छात्रों की मांगे
1. एडिशनल कुलानानुशासक महोदय को तत्काल प्रभाव से पदभार मुक्त किया जाए. युक्तियुक्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएं.
2. एलएलबी ऑनसे 9th Semester के छात्र आयुष प्रताप सिंह की इस अनुशासनहानता पर हो.
3. हम सबको यह आश्वस्त किया जाए कि इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन में सम्मिलित किसी भी कारक विरुद्ध भविष्य में कोई भी ऐसी विद्वेषपूर्ण कार्यवाही नहीं होगी.
4. नवीन परिसर में क्रीडा स्थल वॉकिंग ट्रैकापार्क, प्राथमिक उपचार के संसाधन, सामूहिक शौचालय एक सामूहिक प्याऊ (पेयजल वाटरकुलर मुख्य गेट के पास ) की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए.
5. परिसर में अपडेटेड पुस्तकों से युक्त लाइब्रेरी, पर्याप्त संख्या में कंप्यूटर सिस्टम, अध्ययन हाल एवं एक प्रेक्षागृह की समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए.
6. कुलपति, अधिष्ठाता छात्र कल्याण तथा अन्य उच्च प्रशासनिक अधिकारियों का नवीन परिसर में भी बैठना सुनिश्चित किया जाए.

लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों की आवाज को दबाने के लिए तुगलकी फरमान जारी किया है. सोशल मीडिया पर कोई भी ऐसी पोस्ट शेयर करने से रोक लगा दी है, जिससे विश्वविद्यालय या संकाय की छवि खराब होती है. बीते दिनों छात्रावास की समस्या को लेकर न्यू कैंपस के छात्रों द्वारा किए गए प्रदर्शन के बाद यह कदम उठाया गया है. यह पोस्ट छात्रों के व्हाट्सएप ग्रुप में एडिशनल प्रॉक्टर न्यू कैंपस के नंबर से शेयर किया गया. छात्रों को चेतावनी दी गई कि यदि वह कोई पोस्ट शेयर करते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी.

लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन करते विद्यार्थी.
लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन करते विद्यार्थी.
प्रशासन के इस तुगलकी फरमान के सामने आने के चंद घंटों बाद ही मंगलवार को छात्र सड़क पर उतर आए और जमकर प्रदर्शन किया. विद्यार्थियों का कहना है कि बीते सप्ताह शनिवार को जिन मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया था, उनमें कोई सुधार नहीं हुआ. इतना ही नहीं, अब छात्रावास से जुड़ी समस्याओं को दूर करने की वजह प्रशासन में बैठे कुछ अधिकारी उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं. जो कि किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा. प्रदर्शन के दौरान छात्र सड़क पर आ गए. पुलिस बल के हस्तक्षेप के बाद उन्हें सड़क के किनारे बैठा दिया गया. इसी बीच मंगलवार को बीते दिनों (शनिवार) का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. यह वीडियो पिछले प्रदर्शन के दौरान विश्वविद्यालय के नए परिसर का है. इसमें एक छात्र प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ बदसलूकी करता हुआ नजर आ रहा है. प्रदर्शनकारियों की मानें तो यह विधि संकाय के डीन प्रोफेसर सीपी सिंह का बेटा है. उनका आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान उसने अभद्रता की थी. गाली-गलौज भी की. ऐसे में प्रदर्शनकारी है उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

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विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि बीते दिनों विश्वविद्यालय के नवीन परिषद के मुख्य गेट पर प्रदर्शन के दौरान LL.B Hons . 9th Semester के छात्र आयुष प्रताप सिंह ने शांति पूर्ण तरीके से बैठे हुए छात्रों को आक्रोशित करने का प्रयत्न किया और अभद्रता करने के साथ गाली-गलौज की. इसके अळावा चीफ प्रॉक्टर ने छात्रों को अगले कार्यदिवस 7 सितंबर तक सारी समस्या का निराकरण करने का आश्वासन दिया गया था. साथ ही यह भी आश्वस्त किया गया था कि उस शांति पूर्ण प्रदर्शन में शामिल किसी भी छात्र के विरूद्ध कोई भी ऐसी कार्यवाही नहीं होगी, जिससे उसका भविष्य प्रभावित हो. दुर्भाग्यपूर्ण है कि छात्रों की समस्याओं के निराकरण हेतु सक्षम प्राधिकारियों द्वारा अभी तक कोई भी कदम नहीं उठाया गया, न ही एडिशनल प्रॉक्टर को हटाया गया. विद्यार्थियों ने कहा कि एडिशनल प्रॉक्टर अपने पद का धौंस दिखाकर छात्रों को डराने धमकाने का प्रयास कर रहे हैं. कक्षा- हास्टल ग्रुप में धमकी भरे मैसेज भेजे गए हैं.

यह है छात्रों की मांगे
1. एडिशनल कुलानानुशासक महोदय को तत्काल प्रभाव से पदभार मुक्त किया जाए. युक्तियुक्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएं.
2. एलएलबी ऑनसे 9th Semester के छात्र आयुष प्रताप सिंह की इस अनुशासनहानता पर हो.
3. हम सबको यह आश्वस्त किया जाए कि इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन में सम्मिलित किसी भी कारक विरुद्ध भविष्य में कोई भी ऐसी विद्वेषपूर्ण कार्यवाही नहीं होगी.
4. नवीन परिसर में क्रीडा स्थल वॉकिंग ट्रैकापार्क, प्राथमिक उपचार के संसाधन, सामूहिक शौचालय एक सामूहिक प्याऊ (पेयजल वाटरकुलर मुख्य गेट के पास ) की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए.
5. परिसर में अपडेटेड पुस्तकों से युक्त लाइब्रेरी, पर्याप्त संख्या में कंप्यूटर सिस्टम, अध्ययन हाल एवं एक प्रेक्षागृह की समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए.
6. कुलपति, अधिष्ठाता छात्र कल्याण तथा अन्य उच्च प्रशासनिक अधिकारियों का नवीन परिसर में भी बैठना सुनिश्चित किया जाए.

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