लखनऊ : केजीएमयू (KGMU) के ट्रॉमा सेंटर (trauma center) में पिछले तीन साल से अटके पड़े पांचवें तल के संचालन पर शासन ने कड़ा रुख अपनाया है. शासन ने अभी तक इसका उपयोग शुरू न होने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है. शासन की ओर से जारी पत्र में केजीएमयू से जिम्मेदारों के नाम भी मांगे गए हैं. वहीं इस मामले पर केजीएमयू (KGMU) कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी का कहना है कि शासन ने ट्रॉमा सेंटर के पांचवें तल के कामों और तल हैंडओवर न होने पर जवाब मांगा है. जवाब तैयार करके भेजा जा रहा है. जल्द ही पांचवें तल का संचालन शुरू होगा. इसकी प्रक्रिया चल रही है.
केजीएमयू (KGMU) का ट्रॉमा सेंटर (trauma center) इस समय चार तल पर संचालित है. इस समय यहां करीब साढ़े चार सौ बेड हैं. वर्ष 2019 में एसी और सिविल कामों के लिए राजकीय निर्माण निगम को जिम्मेदारी दी गई थी. अभी तक यह काम पूरा नहीं हुआ है. पांचवें तल के मेंटेनेंस और यहां मौजूद संयंत्र के रख-रखाव पर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया.
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उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने 13 जुलाई को अपने निरीक्षण के दौरान इस मामले पर सवाल किया था. इसके जवाब में केजीएमयू प्रशासन ने राजकीय निर्माण निगम द्वारा काम होने और रख-रखाव के लिए कोई अनुबंध न होने की बात कही थी.
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