लखनऊ : हैदराबाद की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी अब थानों में ट्रांसजेंडर हेल्प डेस्क बनाई जा रही है. इसकी शुरुआत कैसरबाग कोतवाली से हुई है. जहां आज 'भेदभाव और बुरा बर्ताव, ट्रांसजेंडर को कर रहा बीमार' टैग लाइन के साथ हेल्प डेस्क शुरू की गई. अब इस हेल्पडेस्क में तैनात पुलिसकर्मी ट्रांसजेंडर के विरुद्ध होने वाले अपराधों की निगरानी व शिकायतों की प्रमुखता से जांच करेंगे. इससे पहले हैदराबाद में सायबराबाद कमिश्नरेट में ऐसी ही डेस्क की शुरुवात की गई थी.
24 घंटे सुनीं जाएंगी समस्या : एडीसीपी वेस्ट चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि लखनऊ व प्रदेश की पहली ट्रांसजेंडर डेस्क में 2 सब इंस्पेक्टर व 4 कांस्टेबल तैनात किए गए हैं. ये पुलिसकर्मी 24 घंटे यहां क्लॉक वाइज तैनात रहेंगे. उन्होंने बताया कि ट्रांसजेंडर डेस्क सिंगल विंडो की तरह कार्य करेगी. इसी डेस्क में शिकायत सुनीं जाएंगी, एफआईआर भी दर्ज होगी. ट्रांसजेंडर विवेचक से भी मुलाकात कर सकेंगे.
समाज कल्याण विभाग ने निर्देश पर खुल रही है डेस्क : लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने 10 जून 2022 को सभी जोन के अधिकारियों को हेल्प डेस्क बनाये जाने के निर्देश दिए थे. किन्नर कल्याण विभाग ने अपनी बैठक में निर्णय लिया था कि लखनऊ के सभी थानों में ट्रांसजेंडर के लिए एक अलग से हेल्प डेस्क बनाई जाए. जिस पर समाज कल्याण विभाग ने इसकी स्वीकृति दी थी.
ट्रांसजेंडर ने किया स्वागत : कैसरबाग कोतवाली में शहर का पहला हेल्प डेस्क खुलने से ट्रांसजेंडर ने खुशी जाहिर की है. उनका कहना है कि अभी तक वो जब थानों में जाते हैं तो उनकी आवाज बाकी लोगों के बीच दब जाती थी. अब जब वो इस डेस्क में आएंगी तो यहां सिर्फ उन्हीं की बातें सुनी जाएंगी.
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हैदराबाद में बनी थी देश की पहली ट्रांसजेंडर डेस्क : साल 2021 में पुलिस ने सोसायटी फाॅर सायबराबाद सिक्योरिटी कॉउंसिल व प्रज्जवला फाउंडेशन के सहयोग से ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए एक हेल्प डेस्क खोली गई थी. ये हेल्प डेस्क हैदराबाद के सायबराबाद में खोली गई थी. यह देश की पहली ट्रांसजेंडर हेल्प डेस्क थी.
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