लखनऊः कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल एयरपोर्ट के अंदर काफी देर तक प्रशासन से बहस के बाद आखिरकार लखनऊ एयरपोर्ट से रवाना हो गए थे. भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में राहुल गांधी को एयरपोर्ट से सीतापुर के लिए रवाना किया गया था. सीतापुर से प्रियंका गांधी के साथ राहुल गांधी लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए. वहीं, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने लखीमपुर में मारे गए पत्रकार सहित सभी लोगों को अपनी सरकार की तरफ 50 लाख रुपये देने की घोषणा की. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी पंजाब सरकार की ओर से मृतकों को 50 लाख देने की घोषणा की.
राहुल गांधी चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर तकरीबन 1:45 बजे पहुंच गए थे. यहां पर प्रशासन से इस बात को लेकर उनकी बहस हो गई कि वह अपनी गाड़ी से ही सीतापुर जाएंगे, लेकिन प्रशासन इस जिद पर अड़ा था कि राहुल गांधी प्रशासन की गाड़ी से ही सीतापुर चलें. इसके बाद दोनों मुख्यमंत्रियों के साथ राहुल गांधी धरने पर बैठ गए. जैसे ही बाहर समर्थकों को यह जानकारी मिली तो वे भी यहां पर सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए.
राहुल गांधी ने कहा, हम अपनी कार में (लखीमपुर खीरी) जाना चाहते हैं लेकिन वे (पुलिस) हमें अपने वाहन में ले जाना चाहते हैं. मैंने उनसे कहा कि मुझे अपने कार्मिक वाहन में जाने दें. वे कुछ योजना बना रहे हैं. मैं यहां बैठा हूं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लखनऊ हवाई अड्डे पर पुलिस अधिकारियों से पूछा, आप किस नियम के तहत तय कर रहे हैं कि मैं कैसे जाऊंगा? बस मुझे नियम बताओ. प्रशासन से राहुल की काफी बातचीत के बाद आखिरकार प्रशासन को ही झुकना पड़ा. राहुल गांधी दोनों मुख्यमंत्रियों के साथ तकरीबन 3:15 बजे एयरपोर्ट से सीतापुर के लिए रवाना हो चुके हैं.
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वहीं, एयरपोर्ट पर राहुल गांधी के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता पहुंचे थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं को डिटेन कर लिया. इनमें वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी और पीएल पुनिया भी शामिल हैं. नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा 'मोना' को भी धारा 144 लागू होने के चलते पुलिस ने अरेस्ट किया. इसके अलावा तमाम कार्यकर्ताओं की गाड़ियां भी सीज की गईं.
सांसद संजय सिंह भारी बंदोबस्त के बीच मृतकों के परिवार से मिलने के लिए रवाना
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और सांसद संजय सिंह लखीमपुर कांड के मृतक किसानों के परिवारों से मिलने के लिए रवाना हो गए हैं. उन्होंने भारी बंदोबस्त के बीच दोपहर करीब तीन बजे प्रशासन के जाने की अनुमति प्रदान कर दी. वह तीन दिन से सीतापुर के बिसवां में पुलिस हिरासत में थे. लखीमपुर कांड के बाद मृतकों के परिजनों से मिलने जाते समय रविवार देर रात को उन्हें हिरासत में लिया गया था.
बता दें, दोपहर तक आम आदमी पार्टी के प्रदेश स्तर के सभी बड़े नेता पुलिस हिरासत में थे. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह और पंजाब से आए प्रतिनिधि मंडल को लखीमपुर में हिरासत में लिया गया. अभी तक उन्हें रिहा किए जाने के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है. इस पूरी घटना के बाद से ही आम आदमी पार्टी प्रदेश सरकार पर लगातार हमलावर है. उनकी ओर से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को पद से हटाए ने और उनके आरोपी बेटे की तत्काल गिरफ्तारी कराए जाने की मांग उठाई जा रही है.
बता दें दोपहर को जब राहुल गांधी सहित अन्य नेता लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे तो पुलिस उन्हें अपनी गाड़ी से लखीमपुर खीरी ले जाना चाहती थी. जिसके बाद राहुल गांधी और अधिकारियों में बहस हो गई. अब प्रशासन ने राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं को अपनी गाड़ी में जाने की इजाजत दे दी है. जिसके बाद राहुल गांधी सहित अन्य कांग्रेसी नेता अपनी गाड़ी में लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए हैं.