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आखिर कब होगी हाईवे किनारे चल रहे अवैध ढाबों पर कार्रवाई?

उत्तर प्रदेश के हाईवे किनारे संचालति बिना पार्किंग वाले ढाबों पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों कार्रवाई के निर्देश दिए थे. इसके बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

लखनऊ-रायबरेली
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Published : Jun 1, 2022, 3:41 PM IST

लखनऊ: राजधानी समेत पूरे प्रदेश के राज्य व राष्ट्रीय राजमार्गों में स्थित ढाबों पर पार्किंग न होने के कारण ट्रक लंबी कतार में सड़कों पर खड़े रहते हैं, जिनसे आये दिन दुर्घटनाएं होना आम बात सी हो गई है. बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क सुरक्षा को लेकर बैठक में इस बात को लेकर चिंता जाहिर करते हुए ऐसे ढाबों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. बावजूद इसके अभी भी लखनऊ से जुड़ने वाले सभी राजमार्गों में स्थित ढाबों के सामने ट्रक सड़कों पर खड़े हुए मिल रहे हैं.

बीते 18 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क सुरक्षा को लेकर की गई बैठक में अधिकारियों को कई सख्त निर्देश दिए थे. सीएम ने कहा था कि चाहे नगरीय मार्ग हो, जिला मार्ग हो, राज्य या राष्ट्रीय राजमार्ग हो, किसी भी सड़क के किनारे बने ढाबे में अगर पार्किंग नहीं है, तो उन अवैध ढाबों को सड़क किनारे से हटाया जाए. अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ये निर्देश काफी थे, लेकिन लखनऊ में अभी तक ऐसे ढाबों पर बुलडोजर नहीं चल सका है. राजधानी में 5 राज्य व राष्ट्रीय राजमार्ग हैं और इन राजमार्गों में स्थित ज्यादातर ढाबे बिना पार्किंग के चल रहे हैं.


लखनऊ-रायबरेली हाईवे : लखनऊ से रायबरेली व प्रयागराज जाने वाले नेशनल हाईवे पर स्थित सैकड़ों ढाबे चल रहे हैं. जिनमें अधिकतर ढाबों के पास पार्किंग की जगह नहीं है और कार से लेकर ट्रक सड़क किनारे खड़े रहते हैं. मोहनलालगंज इलाके में एक साथ दो ढाबे हैं, जिनके पास एक कार खड़ी करने की जगह नहीं है. वहां दर्जनों ट्रक सड़क किनारे घंटों खड़े रहते हैं.

लखनऊ-कानपुर हाईवे.
लखनऊ-कानपुर हाईवे.
लखनऊ-कानपुर हाईवे : लखनऊ से वाया उन्नाव होते हुए कानपुर जाने वाले इस राष्ट्रीय राजमार्ग में सैकड़ों ढाबे और रेस्टोरेंट मौजूद हैं. इस हाईवे पर सबसे अधिक ट्रकों की आवाजाही होती है. बंथरा इलाके में दर्जनों ढाबों में आने वाले ट्रक सड़कों पर खड़े रहते हैं, कई बार इस इलाके में सड़क पर ट्रक खड़े होने की वजह से दुर्घटनायें हुई हैं.
लखनऊ-अयोध्या हाईवे.
लखनऊ-अयोध्या हाईवे.
लखनऊ-अयोध्या हाईवे : लखनऊ-अयोध्या हाइवे पूरे पूर्वांचल को जोड़ता है, जो बस्ती, गोरखपुर होते हुए बिहार व बंगाल तक जाते हैं. इस हाईवे से भी रोजाना हजारों ट्रकों का आना-जाना होता है. नो एंट्री हो या फिर नो एंट्री खुलने के बाद सैकड़ों ट्रक अलग-अलग ढाबों में खाना खाने के लिए रुकते हैं. इनमें अधिकतर ऐसे ढाबे हैं जिनके पास खुद की पार्किंग नहीं है और आधी सड़क पर ट्रक को पार्क करते हैं. बीबीडी इलाके में दर्जनों ढाबों हैं, जिनके पास खुद की पार्किंग नहीं है. इन ढाबों में रुकने वाले ट्रक सड़क पर खड़े होते हैं.
लखनऊ-सीतापुर हाईवे.
लखनऊ-सीतापुर हाईवे.
लखनऊ-सीतापुर हाईवे : लखनऊ-सीतापुर हाईवे, लखीमपुर खीरी, बरेली होते हुए दिल्ली व उत्तराखंड को जोड़ता है. इस हाईवे पर भी हजारों ट्रक रोजाना सड़क पर दौड़ते हैं. मड़ियांव इलाके से बीकेटी इलाके में दर्जनों ढाबे हैं. इस हाईवे पर अधिकतर ढाबों के पास खुद की पार्किंग है, जहां आराम से ट्रक पार्क होते हैं, लेकिन कई ऐसे भी ढाबे हैं जिनके सामने खड़े होने वाले ट्रक सड़क किनारे ही खड़े होते हैं.

ये भी पढ़ें : टीले वाली मस्जिद विवादः हिंदू पक्षकार निचली अदालत में करें कमीशन की मांग

अवैध ढाबों पर हो रही है कार्रवाई : अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद सभी अधिकारियों को ऐसे अवैध ढाबों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे, जिनके पास पार्किंग की जगह नहीं है. उन्होंने बताया कि अब तक सड़क किनारे खड़े 18,875 वाहनों को हटाया गया है. साथ ही 416 अवैध ढाबों के मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि जो भी ढाबा सड़क किनारे बिना पार्किंग के चल रहे हैं उन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई चल रही है.

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लखनऊ: राजधानी समेत पूरे प्रदेश के राज्य व राष्ट्रीय राजमार्गों में स्थित ढाबों पर पार्किंग न होने के कारण ट्रक लंबी कतार में सड़कों पर खड़े रहते हैं, जिनसे आये दिन दुर्घटनाएं होना आम बात सी हो गई है. बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क सुरक्षा को लेकर बैठक में इस बात को लेकर चिंता जाहिर करते हुए ऐसे ढाबों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. बावजूद इसके अभी भी लखनऊ से जुड़ने वाले सभी राजमार्गों में स्थित ढाबों के सामने ट्रक सड़कों पर खड़े हुए मिल रहे हैं.

बीते 18 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क सुरक्षा को लेकर की गई बैठक में अधिकारियों को कई सख्त निर्देश दिए थे. सीएम ने कहा था कि चाहे नगरीय मार्ग हो, जिला मार्ग हो, राज्य या राष्ट्रीय राजमार्ग हो, किसी भी सड़क के किनारे बने ढाबे में अगर पार्किंग नहीं है, तो उन अवैध ढाबों को सड़क किनारे से हटाया जाए. अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ये निर्देश काफी थे, लेकिन लखनऊ में अभी तक ऐसे ढाबों पर बुलडोजर नहीं चल सका है. राजधानी में 5 राज्य व राष्ट्रीय राजमार्ग हैं और इन राजमार्गों में स्थित ज्यादातर ढाबे बिना पार्किंग के चल रहे हैं.


लखनऊ-रायबरेली हाईवे : लखनऊ से रायबरेली व प्रयागराज जाने वाले नेशनल हाईवे पर स्थित सैकड़ों ढाबे चल रहे हैं. जिनमें अधिकतर ढाबों के पास पार्किंग की जगह नहीं है और कार से लेकर ट्रक सड़क किनारे खड़े रहते हैं. मोहनलालगंज इलाके में एक साथ दो ढाबे हैं, जिनके पास एक कार खड़ी करने की जगह नहीं है. वहां दर्जनों ट्रक सड़क किनारे घंटों खड़े रहते हैं.

लखनऊ-कानपुर हाईवे.
लखनऊ-कानपुर हाईवे.
लखनऊ-कानपुर हाईवे : लखनऊ से वाया उन्नाव होते हुए कानपुर जाने वाले इस राष्ट्रीय राजमार्ग में सैकड़ों ढाबे और रेस्टोरेंट मौजूद हैं. इस हाईवे पर सबसे अधिक ट्रकों की आवाजाही होती है. बंथरा इलाके में दर्जनों ढाबों में आने वाले ट्रक सड़कों पर खड़े रहते हैं, कई बार इस इलाके में सड़क पर ट्रक खड़े होने की वजह से दुर्घटनायें हुई हैं.
लखनऊ-अयोध्या हाईवे.
लखनऊ-अयोध्या हाईवे.
लखनऊ-अयोध्या हाईवे : लखनऊ-अयोध्या हाइवे पूरे पूर्वांचल को जोड़ता है, जो बस्ती, गोरखपुर होते हुए बिहार व बंगाल तक जाते हैं. इस हाईवे से भी रोजाना हजारों ट्रकों का आना-जाना होता है. नो एंट्री हो या फिर नो एंट्री खुलने के बाद सैकड़ों ट्रक अलग-अलग ढाबों में खाना खाने के लिए रुकते हैं. इनमें अधिकतर ऐसे ढाबे हैं जिनके पास खुद की पार्किंग नहीं है और आधी सड़क पर ट्रक को पार्क करते हैं. बीबीडी इलाके में दर्जनों ढाबों हैं, जिनके पास खुद की पार्किंग नहीं है. इन ढाबों में रुकने वाले ट्रक सड़क पर खड़े होते हैं.
लखनऊ-सीतापुर हाईवे.
लखनऊ-सीतापुर हाईवे.
लखनऊ-सीतापुर हाईवे : लखनऊ-सीतापुर हाईवे, लखीमपुर खीरी, बरेली होते हुए दिल्ली व उत्तराखंड को जोड़ता है. इस हाईवे पर भी हजारों ट्रक रोजाना सड़क पर दौड़ते हैं. मड़ियांव इलाके से बीकेटी इलाके में दर्जनों ढाबे हैं. इस हाईवे पर अधिकतर ढाबों के पास खुद की पार्किंग है, जहां आराम से ट्रक पार्क होते हैं, लेकिन कई ऐसे भी ढाबे हैं जिनके सामने खड़े होने वाले ट्रक सड़क किनारे ही खड़े होते हैं.

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अवैध ढाबों पर हो रही है कार्रवाई : अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद सभी अधिकारियों को ऐसे अवैध ढाबों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे, जिनके पास पार्किंग की जगह नहीं है. उन्होंने बताया कि अब तक सड़क किनारे खड़े 18,875 वाहनों को हटाया गया है. साथ ही 416 अवैध ढाबों के मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि जो भी ढाबा सड़क किनारे बिना पार्किंग के चल रहे हैं उन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई चल रही है.

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