ETV Bharat / city

महिला अधिकारी पर पैसे ऐंठने का आरोप लगा ठेकेदार ने की आत्महत्या, जानें क्या है सुसाइड नोट में - लखनऊ में पीडब्ल्यूडी ठेकेदार ने की आत्महत्या

राजधानी के गोमती नगर विस्तार थाना क्षेत्र के अंतर्गत पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार (PWD contractors) ने शनिवार को फांसी लगाकर अपने आवास शिप्रा अपार्टमेंट में आत्महत्या कर ली. मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Sep 24, 2022, 6:41 PM IST

Updated : Sep 24, 2022, 10:25 PM IST

लखनऊ: राजधानी के गोमती नगर विस्तार थाना क्षेत्र के अंतर्गत पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार (PWD contractors) ने शनिवार को फांसी लगाकर अपने आवास शिप्रा अपार्टमेंट में आत्महत्या कर ली. आत्महत्या की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि मृतक ठेकेदार पीडब्ल्यूडी में तैनात एक महिला अधिकारी की प्रताड़ना से परेशान था. जिसके बाद ठेकेदार ने आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट में परेशान ठेकेदार ने अपनी प्रताड़ना की पूरी कहानी लिखी है. सुसाइड नोट में ठेकेदार प्रशांत विजय सिंह ने पीडब्ल्यूडी की महिला अधिकारी पर फर्जी रेप की एफआईआर दर्ज कराने व जेल से छूटकर बाहर आने के बाद पैसे ऐंठने का आरोप लगाया है.

गोमती नगर विस्तार थाने के इंस्पेक्टर ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि प्रशांत विजय सिंह नाम के एक व्यक्ति ने अपने घर में आत्महत्या कर ली है. जिसके बाद मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. घटना के संदर्भ में मृतक ठेकेदार के पिता स्वतंत्र विजय सिंह की ओर से पीडब्ल्यूडी की महिला अधिकारी के खिलाफ तहरीर दी गई है, जिसमें गंभीर आरोप लगाए गए हैं. मामले की जांच की जा रही है.

जानकारी देतीं प्राची सिंह

यह भी पढ़ें : योगी के छह माह, विकास के रास्ते पर सरकार, चुनौतियां बरकरार

प्रशांत विजय सिंह के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, सात महीने पहले पीडब्ल्यूडी में तैनात एक महिला अधिकारी ने प्रशांत के ऊपर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसके बाद प्रशांत को जेल जाना पड़ा था. जेल से छूटकर आने के बाद महिला अधिकारी प्रशांत से लगातार पैसे की डिमांड कर रही थी. पैसे न दे पाने के चलते प्रशांत मानसिक तनाव में था, जिसके चलते उसने सुसाइड कर लिया.

पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार प्रशांत विजय सिंह की आत्महत्या मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मृतक के भाई स्वतंत्र देव सिंह की तहरीर पर आरोपी पीडब्ल्यूडी के अधिकारी पूजा श्रीवास्तव और उसके पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रशांत विजय सिंह सुसाइड मामले में तहरीर के आधार पर आत्महत्या के लिए उकसाना व गैर इरादतन हत्या के अपराध में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. मामले की जांच की जा रही है.

प्रशांत के जेल से छूटने के बाद महिला लगातार प्रशांत पर धन उगाही का दबाव बना रही थी जिससे परेशान होकर प्रशांत ने आत्महत्या कर ली. मौके से पुलिस को मिले सुसाइड नोट में प्रशांत ने अपना दुख जाहिर किया था. सुसाइड नोट में प्रशांत ने लिखा है कि तुमने मुझे झूठे रेप केस में फंसाया, मैं जा रहा हूं लेकिन, भगवान तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा. सुसाइट नोट नें लिखा है कि तुमने और तुम्हारे पापा ने मेरे खिलाफ ऐसा षड्यंत्र क्यों रचा. अगर मुझसे कोई गलती हो गई थी तो मुझे उसकी सजा देती. मैं तुम्हारे पापा को फोन करता तुम्हारे ऑफिस में फोन करता तुम्हारे घर आता, गलती की सजा देती, आज मैं जा रहा हूं लेकिन भगवान तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा.

यह भी पढ़ें : 40 घंटे बाद अस्पताल से शव न मिलने पर परिजनों ने लगाया जाम, गंभीर आरोप

लखनऊ: राजधानी के गोमती नगर विस्तार थाना क्षेत्र के अंतर्गत पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार (PWD contractors) ने शनिवार को फांसी लगाकर अपने आवास शिप्रा अपार्टमेंट में आत्महत्या कर ली. आत्महत्या की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि मृतक ठेकेदार पीडब्ल्यूडी में तैनात एक महिला अधिकारी की प्रताड़ना से परेशान था. जिसके बाद ठेकेदार ने आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट में परेशान ठेकेदार ने अपनी प्रताड़ना की पूरी कहानी लिखी है. सुसाइड नोट में ठेकेदार प्रशांत विजय सिंह ने पीडब्ल्यूडी की महिला अधिकारी पर फर्जी रेप की एफआईआर दर्ज कराने व जेल से छूटकर बाहर आने के बाद पैसे ऐंठने का आरोप लगाया है.

गोमती नगर विस्तार थाने के इंस्पेक्टर ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि प्रशांत विजय सिंह नाम के एक व्यक्ति ने अपने घर में आत्महत्या कर ली है. जिसके बाद मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. घटना के संदर्भ में मृतक ठेकेदार के पिता स्वतंत्र विजय सिंह की ओर से पीडब्ल्यूडी की महिला अधिकारी के खिलाफ तहरीर दी गई है, जिसमें गंभीर आरोप लगाए गए हैं. मामले की जांच की जा रही है.

जानकारी देतीं प्राची सिंह

यह भी पढ़ें : योगी के छह माह, विकास के रास्ते पर सरकार, चुनौतियां बरकरार

प्रशांत विजय सिंह के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, सात महीने पहले पीडब्ल्यूडी में तैनात एक महिला अधिकारी ने प्रशांत के ऊपर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसके बाद प्रशांत को जेल जाना पड़ा था. जेल से छूटकर आने के बाद महिला अधिकारी प्रशांत से लगातार पैसे की डिमांड कर रही थी. पैसे न दे पाने के चलते प्रशांत मानसिक तनाव में था, जिसके चलते उसने सुसाइड कर लिया.

पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार प्रशांत विजय सिंह की आत्महत्या मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मृतक के भाई स्वतंत्र देव सिंह की तहरीर पर आरोपी पीडब्ल्यूडी के अधिकारी पूजा श्रीवास्तव और उसके पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रशांत विजय सिंह सुसाइड मामले में तहरीर के आधार पर आत्महत्या के लिए उकसाना व गैर इरादतन हत्या के अपराध में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. मामले की जांच की जा रही है.

प्रशांत के जेल से छूटने के बाद महिला लगातार प्रशांत पर धन उगाही का दबाव बना रही थी जिससे परेशान होकर प्रशांत ने आत्महत्या कर ली. मौके से पुलिस को मिले सुसाइड नोट में प्रशांत ने अपना दुख जाहिर किया था. सुसाइड नोट में प्रशांत ने लिखा है कि तुमने मुझे झूठे रेप केस में फंसाया, मैं जा रहा हूं लेकिन, भगवान तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा. सुसाइट नोट नें लिखा है कि तुमने और तुम्हारे पापा ने मेरे खिलाफ ऐसा षड्यंत्र क्यों रचा. अगर मुझसे कोई गलती हो गई थी तो मुझे उसकी सजा देती. मैं तुम्हारे पापा को फोन करता तुम्हारे ऑफिस में फोन करता तुम्हारे घर आता, गलती की सजा देती, आज मैं जा रहा हूं लेकिन भगवान तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा.

यह भी पढ़ें : 40 घंटे बाद अस्पताल से शव न मिलने पर परिजनों ने लगाया जाम, गंभीर आरोप

Last Updated : Sep 24, 2022, 10:25 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.