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आधुनिक भारत के निर्माण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका के पक्षधर थे बाबा साहब: राष्ट्रपति

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (president ram nath kovind) ने लखनऊ में बाबा साहब आंबेडकर स्मारक का वर्चुअली शिलान्यास (Foundation Stone of Babasaheb Ambedkar Memorial) किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबासाहब, आधुनिक भारत के निर्माण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका के पक्षधर थे. वे महिलाओं को समान अधिकार दिलाने के लिए सदैव सक्रिय रहे. बाबासाहब द्वारा रचित हमारे संविधान में आरंभ से ही मताधिकार समेत प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं को समान अधिकार प्रदान किए गए हैं.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लखनऊ में बाबा साहब आंबेडकर स्मारक का वर्चुअली शिलान्यास किया.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लखनऊ में बाबा साहब आंबेडकर स्मारक का वर्चुअली शिलान्यास किया.
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Published : Jun 29, 2021, 1:56 PM IST

Updated : Jun 29, 2021, 11:53 PM IST

लखनऊ: राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने लखनऊ के लोक भवन में मंगलवार को डॉ.भीमराव आम्बेडर सांस्कृतिक केंद्र का वर्चुअल शिलान्यास किया. इस अवसर पर उनकी पत्नी सविता कोविन्द, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा तथा योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ मुख्य सचिव आरके तिवारी व उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी भी थे.

इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीम राव आंबेडकर ने सबकी भलाई का मंत्र दिया था. उसके बगैर सर्व समाज के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मौजूदा सरकार इस दिशा में अच्छा काम कर रही है. राष्ट्रपति ने कहा कि 93 वर्ष पूर्व डॉक्टर आंबेडकर ने जो समतामूलक समाज के निर्माण की यात्रा शुरू की थी, उसी दिशा में आज यह सांस्कृतिक केंद्र स्थापित किया जा रहा है.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आंबेडकर का लखनऊ से खास सम्बंध रहा है. बाबा साहब लखनऊ बराबर आते थे. भदन्त विद्यानंद जी उनके गुरु थे. वह लखनऊ में ही रहते थे. केंद्र सरकार ने महू, नागपुर, दिल्ली, मुंबई और लन्दन में आंबेडकर से जुड़े स्थलों को विकसित किया है. केंद्र सरकार ने जिस यात्रा की शुरुआत की, उसको आगे बढ़ाते हुए इस सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना की जा रही है. इसके लिए सीएम योगी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी समेत पूरी सरकार को साधुवाद दिया.

उन्होंने कहा कि बाबा आंबेडकर ने धर्म एवं अध्यात्म पर बहुत काम किया है. परिनिर्वाण से पहले ही उन्होंने महाराष्ट्र की एक सभा मे कहा कि भंडारा में चुनाव हारा या जीता यह महत्वपूर्ण नहीं है. महत्वपूर्ण यह है कि हमारे समाज के अलावा दूसरे समाज के लोगों ने भी वोट दिया. बाबा साहब ने महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए बहुत काम किया है. भगवान बुद्ध के विचारों का भारत पर गहरा प्रभाव है. डॉ आंबेडकर ने भगवान बुद्ध के विचारों के प्रचार पर बहुत काम किया है.

इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री नीलकंठ तिवारी ने भी अपने विचार रखे.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि बाबा साहब के ‘विजन’ में चार बातें सबसे महत्वपूर्ण रहीं हैं. ये चार बातें हैं - ‘नैतिकता’, ‘समता’, ‘आत्म-सम्मान’ और ‘भारतीयता’. इन चारों आदर्शों तथा जीवन मूल्यों की झलक बाबा साहब के चिंतन एवं कार्यों में दिखाई देती है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर भीमराव आंबेडकर ने भगवान बुद्ध के विचारों को प्रसारित किया. उनके इस प्रयास के मूल में करुणा, बंधुता, अहिंसा, समता और पारस्परिक सम्मान जैसे भारतीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने का और सामाजिक न्याय के आदर्श को कार्यरूप देने का उनका उद्देश्य परिलक्षित होता है.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि बाबा साहब के जीवन-मूल्यों और आदर्शों के अनुरूप समाज व राष्ट्र का निर्माण करने में ही हमारी वास्तविक सफलता है. इस दिशा में हमने प्रगति अवश्य की है लेकिन अभी हमें और आगे जाना है. उन्होंने कहा कि आज महिलाओं के संपत्ति पर उत्तराधिकार जैसे अनेक विषयों पर बाबा साहब द्वारा सुझाए गए मार्ग पर ही हमारी विधि-व्यवस्था आगे बढ़ रही है. इससे यह स्पष्ट होता है कि बाबा साहब की दूरदर्शी सोच अपने समय से बहुत आगे थी.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भगवान बुद्ध के विचारों का भारत की धरती पर इतना गहरा प्रभाव है कि भारतीय संस्कृति के महत्व को न समझने वाले साम्राज्यवादी लोगों को भी महात्मा बुद्ध से जुड़े सांस्कृतिक आयामों को अपनाना पड़ा.

बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 25 जून को प्रेसिडेंशियल ट्रेन से दिल्ली से कानपुर देहात स्थित अपने गांव आए थे. इसके बाद 28 जून को वे लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचे. यहां पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया. इसके बाद राज्यपाल राजभवन के लिए रवाना हो गए. राष्ट्रपति राजभव में 28 घंटों तक रहेंगे. इस दौरान अपने मित्रों से मुलाकात करेंगे, जिसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. राष्ट्रपति मंगलवार की शाम वायु सेना के विमान से वापस दिल्ली के लिए रवाना होंगे.

राष्ट्रपति
पीएम मोदी ने ट्वीट कर यूपी सरकार की तारीफ की

पीएम ने की आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र बनाए जाने की तारीफ

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूपी में बनाए जाने वाले भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र के लिए यूपी सरकार की तारीफ की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि लखनऊ के ऐशबाग में 1.34 एकड़ क्षेत्र में बनने वाला प्रेरणास्थल युवा पीढ़ी में डॉ आंबेडकर के आदर्शों को और लोकप्रिय बनाएगा. उनके आदर्शों से जन-जन को परिचित कराने का उद्देश्य भी पूरा करेगा.

पीएम नरेन्द्र मोदी ने इस प्रयास में अग्रणी भूमिका निभाने के लिये उत्तर प्रदेश सरकार की प्रशंसा की है. मंगलवार को लोकभवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र की नींव रखी. इस दौरान कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. करीब 45 करोड़ की लागत से बनने वाले स्मारक और सांस्कृतिक केन्द्र में प्रवेश द्वार के ठीक सामने भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर जी की 25 फीट ऊंची प्रतिमा की स्थापना की जाएगी. यहां बाबा साहब की पवित्र अस्थियों का कलश भी लोगों के दर्शनार्थ स्थापित किया जाएगा.

राष्ट्रपति
पीएम मोदी ने ट्वीट कर यूपी सरकार की तारीफ की.

तमाम सुविधाओं से युक्त होगा केंद्र
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों से लखनऊ में बनने वाले इस सांस्कृतिक केन्द्र में पुस्तकालय, शोध केन्द्र, अत्याधुनिक प्रेक्षागृह, आभासी संग्रहालय, डॉरमेट्री, कैफेटेरिया, भूमिगत पार्किंग एवं अन्य जनसुविधाएं भी विकसित की जाएंगी. इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी यूपी में बनने वाले भारत रत्न डॉ भीमराव आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र के लिये उत्तर प्रदेश सरकार की तारीफ कर चुके हैं. उन्होंने अपने उद्बोधन में यह भी कहा कि लखनऊ शहर से बाबासाहब आंबेडकर का एक खास संबंध रहा है, जिसके कारण लखनऊ को बाबा साहब की ‘स्नेह-भूमि’ भी कहा जाता है. ऐसे में यह स्मारक खासकर युवाओं को डॉ आंबेडकर के आदर्शों की प्रेरणा देने का बड़ा केंद्र साबित होगा.

लखनऊ: राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने लखनऊ के लोक भवन में मंगलवार को डॉ.भीमराव आम्बेडर सांस्कृतिक केंद्र का वर्चुअल शिलान्यास किया. इस अवसर पर उनकी पत्नी सविता कोविन्द, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा तथा योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ मुख्य सचिव आरके तिवारी व उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी भी थे.

इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीम राव आंबेडकर ने सबकी भलाई का मंत्र दिया था. उसके बगैर सर्व समाज के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मौजूदा सरकार इस दिशा में अच्छा काम कर रही है. राष्ट्रपति ने कहा कि 93 वर्ष पूर्व डॉक्टर आंबेडकर ने जो समतामूलक समाज के निर्माण की यात्रा शुरू की थी, उसी दिशा में आज यह सांस्कृतिक केंद्र स्थापित किया जा रहा है.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आंबेडकर का लखनऊ से खास सम्बंध रहा है. बाबा साहब लखनऊ बराबर आते थे. भदन्त विद्यानंद जी उनके गुरु थे. वह लखनऊ में ही रहते थे. केंद्र सरकार ने महू, नागपुर, दिल्ली, मुंबई और लन्दन में आंबेडकर से जुड़े स्थलों को विकसित किया है. केंद्र सरकार ने जिस यात्रा की शुरुआत की, उसको आगे बढ़ाते हुए इस सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना की जा रही है. इसके लिए सीएम योगी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी समेत पूरी सरकार को साधुवाद दिया.

उन्होंने कहा कि बाबा आंबेडकर ने धर्म एवं अध्यात्म पर बहुत काम किया है. परिनिर्वाण से पहले ही उन्होंने महाराष्ट्र की एक सभा मे कहा कि भंडारा में चुनाव हारा या जीता यह महत्वपूर्ण नहीं है. महत्वपूर्ण यह है कि हमारे समाज के अलावा दूसरे समाज के लोगों ने भी वोट दिया. बाबा साहब ने महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए बहुत काम किया है. भगवान बुद्ध के विचारों का भारत पर गहरा प्रभाव है. डॉ आंबेडकर ने भगवान बुद्ध के विचारों के प्रचार पर बहुत काम किया है.

इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री नीलकंठ तिवारी ने भी अपने विचार रखे.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि बाबा साहब के ‘विजन’ में चार बातें सबसे महत्वपूर्ण रहीं हैं. ये चार बातें हैं - ‘नैतिकता’, ‘समता’, ‘आत्म-सम्मान’ और ‘भारतीयता’. इन चारों आदर्शों तथा जीवन मूल्यों की झलक बाबा साहब के चिंतन एवं कार्यों में दिखाई देती है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर भीमराव आंबेडकर ने भगवान बुद्ध के विचारों को प्रसारित किया. उनके इस प्रयास के मूल में करुणा, बंधुता, अहिंसा, समता और पारस्परिक सम्मान जैसे भारतीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने का और सामाजिक न्याय के आदर्श को कार्यरूप देने का उनका उद्देश्य परिलक्षित होता है.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि बाबा साहब के जीवन-मूल्यों और आदर्शों के अनुरूप समाज व राष्ट्र का निर्माण करने में ही हमारी वास्तविक सफलता है. इस दिशा में हमने प्रगति अवश्य की है लेकिन अभी हमें और आगे जाना है. उन्होंने कहा कि आज महिलाओं के संपत्ति पर उत्तराधिकार जैसे अनेक विषयों पर बाबा साहब द्वारा सुझाए गए मार्ग पर ही हमारी विधि-व्यवस्था आगे बढ़ रही है. इससे यह स्पष्ट होता है कि बाबा साहब की दूरदर्शी सोच अपने समय से बहुत आगे थी.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भगवान बुद्ध के विचारों का भारत की धरती पर इतना गहरा प्रभाव है कि भारतीय संस्कृति के महत्व को न समझने वाले साम्राज्यवादी लोगों को भी महात्मा बुद्ध से जुड़े सांस्कृतिक आयामों को अपनाना पड़ा.

बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 25 जून को प्रेसिडेंशियल ट्रेन से दिल्ली से कानपुर देहात स्थित अपने गांव आए थे. इसके बाद 28 जून को वे लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचे. यहां पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया. इसके बाद राज्यपाल राजभवन के लिए रवाना हो गए. राष्ट्रपति राजभव में 28 घंटों तक रहेंगे. इस दौरान अपने मित्रों से मुलाकात करेंगे, जिसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. राष्ट्रपति मंगलवार की शाम वायु सेना के विमान से वापस दिल्ली के लिए रवाना होंगे.

राष्ट्रपति
पीएम मोदी ने ट्वीट कर यूपी सरकार की तारीफ की

पीएम ने की आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र बनाए जाने की तारीफ

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूपी में बनाए जाने वाले भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र के लिए यूपी सरकार की तारीफ की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि लखनऊ के ऐशबाग में 1.34 एकड़ क्षेत्र में बनने वाला प्रेरणास्थल युवा पीढ़ी में डॉ आंबेडकर के आदर्शों को और लोकप्रिय बनाएगा. उनके आदर्शों से जन-जन को परिचित कराने का उद्देश्य भी पूरा करेगा.

पीएम नरेन्द्र मोदी ने इस प्रयास में अग्रणी भूमिका निभाने के लिये उत्तर प्रदेश सरकार की प्रशंसा की है. मंगलवार को लोकभवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र की नींव रखी. इस दौरान कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. करीब 45 करोड़ की लागत से बनने वाले स्मारक और सांस्कृतिक केन्द्र में प्रवेश द्वार के ठीक सामने भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर जी की 25 फीट ऊंची प्रतिमा की स्थापना की जाएगी. यहां बाबा साहब की पवित्र अस्थियों का कलश भी लोगों के दर्शनार्थ स्थापित किया जाएगा.

राष्ट्रपति
पीएम मोदी ने ट्वीट कर यूपी सरकार की तारीफ की.

तमाम सुविधाओं से युक्त होगा केंद्र
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों से लखनऊ में बनने वाले इस सांस्कृतिक केन्द्र में पुस्तकालय, शोध केन्द्र, अत्याधुनिक प्रेक्षागृह, आभासी संग्रहालय, डॉरमेट्री, कैफेटेरिया, भूमिगत पार्किंग एवं अन्य जनसुविधाएं भी विकसित की जाएंगी. इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी यूपी में बनने वाले भारत रत्न डॉ भीमराव आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र के लिये उत्तर प्रदेश सरकार की तारीफ कर चुके हैं. उन्होंने अपने उद्बोधन में यह भी कहा कि लखनऊ शहर से बाबासाहब आंबेडकर का एक खास संबंध रहा है, जिसके कारण लखनऊ को बाबा साहब की ‘स्नेह-भूमि’ भी कहा जाता है. ऐसे में यह स्मारक खासकर युवाओं को डॉ आंबेडकर के आदर्शों की प्रेरणा देने का बड़ा केंद्र साबित होगा.
Last Updated : Jun 29, 2021, 11:53 PM IST
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