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'नॉन-पॉलिटिकल' इंटरव्यू के बाद मोदी का 'नॉन पॉलिटिकल' प्रचार - up news

यूं तो केदार धाम का मौसम अकसर सर्द होता है लेकिन शनिवार सुबह से ही केदारधाम की फिजाओं में अलग सी गर्माहट महसूस हो रही थी. मौका था पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे का. हालांकि, पीएम का ये दौरा चुनावी सरगर्मियों से इतर था, लेकिन चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद भी ये दौरा कम 'चुनावी' नहीं था.

चुनाव प्रचार खत्म पर 'मोदी प्रचार' जारी.
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Published : May 18, 2019, 9:21 PM IST

Updated : May 18, 2019, 11:25 PM IST

केदारनाथ: यूं तो केदार धाम का मौसम अकसर सर्द होता है लेकिन शनिवार सुबह से ही केदारधाम की फिजाओं में अलग सी गर्माहट महसूस हो रही थी. मौका था पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे का. हालांकि, पीएम का ये दौरा चुनावी सरगर्मियों से इतर था लेकिन चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद भी ये दौरा कम 'चुनावी' नहीं था. ऐसा इसलिये क्योंकि, चाहे पीएम की ओर से आचार संहिता का पूरा पालन किया जा रहा हो लेकिन ये स्थिति ठीक वैसी ही थी जैसा मोदी का नॉन-पॉलिटिकल इंटरव्यू, जिसमें प्रचार तो पूरा हुआ लेकिन वो राजनीतिक कतई नहीं था.

चुनाव प्रचार खत्म पर 'मोदी प्रचार' जारी.

लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण (19 मई) के मतदान के लिये हर प्रकार का चुनाव प्रचार थम चुका है. आदर्श आचार संहिता लागू है. ऐसे में भी अगर मोदी ही हर समाचार चैनल और खबरों में छाए हुये हैं और वो भी चुनाव आयोग की इजाजत के साथ, तो इसे बड़ा 'नॉन-पॉलिटिकल' उदाहरण क्या होगा?

बतौर प्रधानमंत्री मोदी चौथी बार उत्तराखंड के इस प्रसिद्ध धाम में पहुंचे हैं. ऐसा पहली बार है कि मोदी बाबा केदार के साथ बदरी विशाल के भी दर्शन करेंगे. अपने दो दिवसीय दौरे पर मोदी ऑल वेदर रोड व केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लेंगे. जो भी करें, वो पूरी सुर्खियों में रहेंगे. ऐसा तब होगा जब देश के सभी राजनीतिक दिग्गज चुनावी गहमागहमी में व्यस्त होंगे और पीएम मोदी शंकराचार्य गुफा में ध्यान साधना कर रहे होंगे.

इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी ऐसा ही कुछ कर चुके हैं. दरअसल, विवादित बयान के बाद चुनाव आयोग के तीन दिन के प्रतिबंध के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कुछ ऐसा ही तरीका अपनाया था. उन्होंने सीधे चुनाव प्रचार तो नहीं किया था लेकिन शहर-शहर मंदिर और मठों का दौरा कर संदेश जरूर दे रहे थे. लखनऊ में बाद वो अयोध्या पहुंचे थे, जहां उन्होंने मंदिर दर्शन के बाद दलित के घर खाना खाकर एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की थी.

2019 के सियासी समर के नतीजों से पहले हर कोई जीत की जुगत में लगा है. पीएम मोदी भी साधना से शपथ की उम्मीद में बाबा के दर पर पहुंचे हैं.ऐसे में देखना ये होगा कि पीएम का ये नॉन चुनावी दौरा उन्हें इस सियासी लड़ाई में कितना फायदा पहुंचाता है.

केदारनाथ: यूं तो केदार धाम का मौसम अकसर सर्द होता है लेकिन शनिवार सुबह से ही केदारधाम की फिजाओं में अलग सी गर्माहट महसूस हो रही थी. मौका था पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे का. हालांकि, पीएम का ये दौरा चुनावी सरगर्मियों से इतर था लेकिन चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद भी ये दौरा कम 'चुनावी' नहीं था. ऐसा इसलिये क्योंकि, चाहे पीएम की ओर से आचार संहिता का पूरा पालन किया जा रहा हो लेकिन ये स्थिति ठीक वैसी ही थी जैसा मोदी का नॉन-पॉलिटिकल इंटरव्यू, जिसमें प्रचार तो पूरा हुआ लेकिन वो राजनीतिक कतई नहीं था.

चुनाव प्रचार खत्म पर 'मोदी प्रचार' जारी.

लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण (19 मई) के मतदान के लिये हर प्रकार का चुनाव प्रचार थम चुका है. आदर्श आचार संहिता लागू है. ऐसे में भी अगर मोदी ही हर समाचार चैनल और खबरों में छाए हुये हैं और वो भी चुनाव आयोग की इजाजत के साथ, तो इसे बड़ा 'नॉन-पॉलिटिकल' उदाहरण क्या होगा?

बतौर प्रधानमंत्री मोदी चौथी बार उत्तराखंड के इस प्रसिद्ध धाम में पहुंचे हैं. ऐसा पहली बार है कि मोदी बाबा केदार के साथ बदरी विशाल के भी दर्शन करेंगे. अपने दो दिवसीय दौरे पर मोदी ऑल वेदर रोड व केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लेंगे. जो भी करें, वो पूरी सुर्खियों में रहेंगे. ऐसा तब होगा जब देश के सभी राजनीतिक दिग्गज चुनावी गहमागहमी में व्यस्त होंगे और पीएम मोदी शंकराचार्य गुफा में ध्यान साधना कर रहे होंगे.

इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी ऐसा ही कुछ कर चुके हैं. दरअसल, विवादित बयान के बाद चुनाव आयोग के तीन दिन के प्रतिबंध के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कुछ ऐसा ही तरीका अपनाया था. उन्होंने सीधे चुनाव प्रचार तो नहीं किया था लेकिन शहर-शहर मंदिर और मठों का दौरा कर संदेश जरूर दे रहे थे. लखनऊ में बाद वो अयोध्या पहुंचे थे, जहां उन्होंने मंदिर दर्शन के बाद दलित के घर खाना खाकर एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की थी.

2019 के सियासी समर के नतीजों से पहले हर कोई जीत की जुगत में लगा है. पीएम मोदी भी साधना से शपथ की उम्मीद में बाबा के दर पर पहुंचे हैं.ऐसे में देखना ये होगा कि पीएम का ये नॉन चुनावी दौरा उन्हें इस सियासी लड़ाई में कितना फायदा पहुंचाता है.

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नॉन-पॉलिटिकल इंटरव्यू के बाद मोदी का नॉन-पॉलिटिकल प्रचार

PM Modi's  Kedarnath visit, PM Modi's non-political promotion, 



 'बाबा' के दर पर  'नमो'

पीएम मोदी का 'नॉन पॉलिटिकल' प्रचार !

केदारनाथ पहुंचे पीएम मोदी

'बाबा' करेंगे बेड़ा पार 

पीएम मोदी ने भोले बाबा से मांगा जीत का आशीर्वाद

पीएम ने केदारधाम में पुनर्निर्माण कार्यों का लिया जायजा

शंकराचार्य गुफा में पीएम ने लगाया ध्यान



देहरादून: यूं तो केदार धाम का मौसम अकसर सर्द होता है लेकिन शनिवार सुबह से ही केदारधाम की फिजाओं में अलग सी गर्माहट महसूस हो रही थी. मौका था पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे का. हालांकि, पीएम का ये दौरा चुनावी सरगर्मियों से इतर था लेकिन चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद भी ये दौरा कम 'चुनावी' नहीं था. ऐसा इसलिये क्योंकि, चाहे पीएम की ओर से आचार संहिता का पूरा पालन किया जा रहा हो लेकिन ये स्थिति ठीक वैसी ही थी जैसा मोदी का नॉन-पॉलिटिकल इंटरव्यू, जिसमें प्रचार तो पूरा हुआ लेकिन वो राजनीतिक कतई नहीं था.

 


Conclusion:
Last Updated : May 18, 2019, 11:25 PM IST
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