लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षामित्र और अनुदेशकों के लिए एक फरमान जारी किया गया है. इनकी संविदा अवधि में परिवर्तन किया गया है. अभी तक यह शिक्षक 1 जुलाई से 31 मई तक की संविदा पर काम करते थे. अब इनकी संविदा अवधि 16 जून से 31 मई तक होगी. इस तरह इनकी सेवाएं 11 महीने की ही रहेंगी. इस बदलाव को लेकर शिक्षामित्रों और अनुदेशकों में काफी नाराजगी है.
प्रदेश में शिक्षामित्रों की संख्या करीब 1 लाख 48 हजार और अनुदेशकों की संख्या करीब 28 हजार है. इनकी संविदा अवधि की स्थिति स्पष्ट ना होने के कारण अभी तक कक्षाओं को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई थी. सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था अनुदेशकों और शिक्षामित्रों के भरोसे है. अनुबंध ना होने के कारण गुरुवार को पहले दिन बड़ी संख्या में अनुदेशक और शिक्षामित्र सरकारी प्राइमरी व अपर प्राइमरी स्कूलों में नहीं पहुंचे. नाम ना छापने की शर्त पर एक शिक्षामित्र ने बताया कि उनका अनुबंध सिर्फ 11 महीने के लिए होता है. यह अनुबंध मई में समाप्त हो चुका है. अब इस संविदा अवधि में परिवर्तन कर दिया गया है.
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आंकड़ों में यूपी के सरकारी स्कूल
कुल स्कूलों की संख्या: 1.35 लाख
पढ़ने वाले बच्चों की संख्या: 1.85 करोड़
पढ़ाने वाले शिक्षकों की संख्या: 3.32 लाख
लखनऊ में स्कूलों की संख्या: करीब 1624
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