लखनऊ : इन दिनों प्रदेश के अस्पतालों में बुखार के मरीजों की लंबी लाइन लगी है. बता दें कि रविवार के दिन अस्पताल की ओपीडी नहीं चलती है, लेकिन इन दिनों बीते रविवार को भी भारी संख्या में मरीज भर्ती होने के लिए आए. ज्यादातर मरीज वायरल फीवर से पीड़ित थे. युवा से लेकर बुजुर्ग तक लगभग सभी उम्र के लोग बुखार की चपेट में आ रहे हैं. बच्चों में भी तेजी से वायरल फीवर बन रहा है, जिससे बच्चे डायरिया की चपेट में आ रहे हैं.
इस मौसम में वायरल फीवर से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगती है. जिससे मरीज मलेरिया, डायरिया, टाइफाइड, निमोनिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारी से पीड़ित होने लगते हैं. कोरोना ने पहले से ही लोगों की इम्यूनिटी सिस्टम पर बुरा प्रभाव छोड़ा है. इस बीच कोरोना के बढ़ते मामलों ने भी चिंता बढ़ा दी है. ज्यादातर मरीज कोरोना और वायरल फ्लू को लेकर कंफ्यूजन में हैं. हालांकि, विशेषज्ञ इस मौसम को लेकर पहले भी सचेत करते रहे हैं. अब हालात बिगड़ते देख अधिकारी टेस्टिंग और ट्रीटमेंट में तेजी लाने पर जोर देते नजर आ रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञ यह बात खुलकर बता रहे हैं कि जो लोग पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं उनकी इम्यूनिटी काफी कमजोर है. जिसकी वजह से वह बार-बार वायरस की चपेट में आ रहे हैं.
सिविल अस्पताल में मरीजों की काफी लंबी लाइनें ओपीडी में लगीं. सबसे ज्यादा मरीज फिजिशियन, चेस्ट फिजिशियन की ओपीडी में दिखे. सिविल अस्पताल में इन दिनों रोजाना वायरल फीवर से पीड़ित करीब दो हजार मरीज आ रहे हैं. वहीं इमरजेंसी में भी तत्काल भर्ती के लिए मरीज आ रहे हैं. जिनकी हालत काफी नाजुक है. सिविल अस्पताल के वरिष्ठ चेस्ट फिजिशियन व कोविड नोडल अधिकारी डॉ. एमबी सिंह ने बताया कि वर्तमान में अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है. एक तो सीजनल बीमारी काफी ज्यादा फैल गई है. बहुत सारे लोग सांस नहीं ले पाने की वजह से अस्पताल में दिखाने के लिए आ रहे हैं. कहीं न कहीं लोगों के ऊपर कोरोना वायरस का प्रभाव पड़ा है. जिसकी वजह से मरीजों की शारीरिक क्षमता को काफी क्षति पहुंची है.
वहीं सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि इस मौसम में मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है. हालांकि कोई भी गंभीर केस नहीं आए हैं और अस्पताल में डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड जैसी बीमारी से निपटने के लिए तमाम तैयारियां की जा चुकी हैं. महिला और पुरुष का 28 बेड का अलग-अलग वार्ड बनाया गया है. इसी के साथ ही उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि अपने घर के आस-पास पानी न जमा होने दें. कूलर को साफ रखें साथ ही साफ-सफाई का भी विशेष ख्याल रखें.
वहीं केजीएमयू अस्पताल में इतनी ज्यादा मरीजों की संख्या दो साल पहले एक बार हुई थी. इस बार मंगलवार को 6 हजार से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंचे. इसमें बुखार के मरीजों की संख्या सबसे अधिक रही. केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि ओपीडी में आने वाले मरीजों में बुखार से पीड़ितों की संख्या ज्यादा है. वायरल फीवर के अटैक से मरीजों को सचेत रहने की जरूरत है. हालांकि ऐसे मरीजों को पैनिक होने की जरूरत नही हैं. उनका समुचित इलाज किया जा रहा है.
अस्पताल का नाम मरीजों की संख्या
सिविल अस्पताल 1500-2000
बलरामपुर अस्पताल 1000 से अधिक
लोक बंधु अस्पताल 859 मरीज
बीआरडी अस्पताल 500-800 मरीज
लोहिया 5000 से अधिक
केजीएमयू करीब 6000
पीजीआई 7027 मरीज