लखनऊ: यूपी में कोरोना का कोई नया वैरिएंट नहीं मिला है. पुराने ओमिक्रोन का ही अभी प्रसार है. यह खुलासा जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट से हुआ. वहीं अब दूसरी डोज लगाने वालों की संख्या राज्य में साढ़े 15 करोड़ पार कर गई है. स्वास्थ्य विभाग ने मई तक 312 कोरोना पॉजिटिव के नमूने जीन सिक्वेंसिंग के लिए भेजे. इनकी रिपोर्ट सोमवार को आ गई है. इसमें कोरोना के नए वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है. कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट ही मिला है. इससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है.
कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है. बढ़ते संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी परेशान है. अस्पतालों में व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है. कोरोना जांच की संख्या बढ़ाई जा रही है. खासतौर पर दूसरे देश या फिर प्रदेश की यात्रा से लोटै संक्रमितों की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जा रही है. सीएमओ प्रवक्ता योगेश रघुवंशी ने बताया कि सभी में कोरोना के पुराने वैरिएंट ओमिक्रोन की ही पुष्टि हुई है. यह जांचें केजीएमयू में कराई गई हैं.
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि डेल्टा वैरिएंट ज्यादा खतरनाक है. ओमिक्रोन हल्का वैरिएंट है. लेकिन बुजुर्गों के साथ-साथ गुर्दा, दिल, कैंसर समेत दूसरी गंभीर बीमारी से पीड़ितों को अधिक संजीदा रहने की जरूरत है. यह मरीजों की सेहत के लिए घातक साबित हो सकता है. इसलिए लापरवाही बिलकुल न बरतें. मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें. बारी आने पर कोरोना जांच कराएं.
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33.34 करोड़ लगी कुल डोज : वैक्सीनेशन अभियान जारी है. इस दौरान 33 करोड़ 34 लाख 28 हजार 659 को कुल वैक्सीन लगी है. वहीं सोमवार को दूसरी डोज का आंकड़ा 15 करोड़ 51 लाख 54 हजार 493 पहुंच गया है. जबकि पहली डोज 17 करोड़ 49 लाख 54 हजार 125 को लगी है. इसके अलावा 33 लाख से अधिक लोगों को तीसरी डोज भी लग गई है.
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