लखनऊ: योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में 87% मंत्री करोड़पति हैं. इसमें तिलोई के मयंकेश्वर शरण सिंह सबसे अमीर हैं और धर्मवीर सिंह सबसे कम धनी हैं. इलेक्शन वॉच एडीआर की ओर से जारी रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई. यह रिपोर्ट एडीआर ने शनिवार को जारी की.
एडीआर/उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच ने योगी कैबिनेट में शामिल मंत्रियों के घोषित वित्तीय, आपराधिक, शिक्षा, लिंग एवं अन्य विवरणों के आधार पर 53 में से 45 मंत्रियों का विश्लेषण किया. इस विश्लेषण में पाया गया कि 45 मंत्रियों में 39 (87 प्रतिशत) ऐसे मंत्री है, जो करोड़पति हैं. वहीं मंत्रियों की औसत सम्पत्ति 9 करोड़ रुपये है. सबसे ज्यादा सम्पत्ति तिलोई के मयंकेश्वर शरण सिंह के पास है. इन्होंने अपनी सम्पत्ति 58.07 करोड़ रुपये घोषित की है. वहीं कैबिनेट के मंत्रियों में सबसे कम सम्पत्ति विधान परिषद के सदस्य धर्मवीर सिंह की है. उन्होंने अपनी संपत्ति 42.91 लाख घोषित की थी.
अगर बात आपराधिक मामलों की करें तो 22 (49 प्रतिशत) ऐसे मंत्री है, जिन के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं 20 (44 प्रतिशत) ऐसे मंत्री है, जिन पर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये गए हैं. मंत्रियों की शैक्षिक योग्यता का विश्लेषण करने पर पता चला कि 9 (20 प्रतिशत) ऐसे मंत्री है, जिन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता 8वीं से 12वीं के बीच घोषित की है. जबकि 36 (80 प्रतिशत) ऐसे मंत्री है, जिन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक या इससे अधिक घोषित की है.
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बात अगर आयु की करें तो 20 (44 प्रतिशत) ऐसे मंत्री है, जिनकी आयु 30 से 50 वर्ष की बीच है. वहीं 25 (56 प्रतिशत) ऐसे मंत्री हैं, जिन्होंने अपनी आयु 51 से 70 वर्ष की बीच घोषित की है. कुल 45 मंत्रियों में से 5 (11 प्रतिशत) महिला मंत्री हैं.
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