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LDA  की मिलीभगत से आवासीय इलाके में किया गया था लेवाना होटल का निर्माण - होटल लेवाना

होटल लेवाना (Levana Hotel) व्यापारी व नेता सुमेर अग्रवाल का बताया जा रहा है. यह होटल नियमों के विरुद्ध बनाया गया था.

होटल लेवाना
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Published : Sep 5, 2022, 2:31 PM IST

Updated : Sep 5, 2022, 6:07 PM IST

लखनऊ: राजधानी में एलडीए की लापरवाही की वजह से हुए होटल के अवैध निर्माण से अब तक चार लोगों की जान चली गई. चारबाग में जिस तरह से अवैध निर्माण करके होटल निर्माण किया गया था, ठीक उसी तरह से होटल लेवाना (Levana Hotel) का निर्माण भी आवासीय नक्शा पास करवाकर किया गया है. लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) की ओर से इस होटल को भी केवल नोटिस जारी करके अपनी नौकरी पूरी की गई थी. वर्षों से अवैध होटल का संचालन गोखले मार्ग के आवासीय इलाके में बिना वैध नक्शा पास करवाये किया जाता रहा, लेकिन एलडीए अफसरों की कानों पर जूं भी नहीं रेंगी. कुछ समय पहले दिखावा करने के लिए एक बार फिर से प्राधिकरण की ओर से नोटिस दिया गया था, मगर नतीजा शून्य ही रहा. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्र मणि त्रिपाठी और पवन कुमार गंगवार मौके पर मौजूद रहे.

आग लगने की घटना के बाद होटल होटल लेवाना को ध्वस्थ किया जाएगा. यह जानकारी लखनऊ विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रोशन जैकब ने दी है. होटल के निर्माण को लेकर बताया जा रहा है कि व्यापारी नेता सुमेर अग्रवाल ने इसका निर्माण करवाया है. उनका एक होटल हजरतगंज के जनपथ मार्केट के पास भी लेवाना के नाम से पहले से संचालित किया जा रहा था. वहां भी नक्शे के विपरीत ही निर्माण किया गया है.

गोखले मार्ग पर जिस इलाके में होटल लेवाना सुइट्स का निर्माण किया गया है वह प्राधिकरण की महायोजना में आवासीय दर्ज है. यहां ऐसे होटल का निर्माण किया नहीं जा सकता, लेकिन नियमों को धता बताकर धड़ल्ले से नक्शे के विपरीत होटल का निर्माण किया गया है, जिसमें अग्निशमन विभाग के सभी मांगों को दरकिनार करके यात्रियों को ठहराया जा रहा था. नतीजा यह हुआ कि आग लगी और चार लोगों की मौत अब तक हो चुकी है.

माना जा रहा है कि होटल से निकलने के रास्ते अपर्याप्त थे. ऐसे ही अनेक मानकों का उल्लंघन था. यहां अंदर फायर बिग्रेड की गाड़ियों तक को जाने की जगह नहीं बन पा रही थी. इसकी वजह से राहत एवं बचाव कार्य को करने में और तकलीफों का सामना करना पड़ा. इस मामले की जांच मुख्यमंत्री ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर (Lucknow Police Commissioner) और लखनऊ आयुक्त (Lucknow Commissioner) को दी है. लखनऊ आयुक्त स्तर की जांच में लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारी भी नपेंगे यह तय है.

यह भी पढ़ें : लखनऊ के होटल लेवाना में लगी आग, चार की मौत, सीएम ने दिए जांच के आदेश

बताया जा रहा है कि होटल में इमरजेंसी एग्जिट का इंतजाम नहीं था. दमकल विभाग ने भी नोटिस देकर खानापूर्ति की थी. वहीं सुमेर अग्रवाल और उनके पुत्र राहुल अग्रवाल, रोहित अग्रवाल मनमानी करते रहे. लेवना सुइट्स बनाने में मानकों का भी ध्यान नहीं रखा गया. आग लगने की घटना के बाद एलडीए अब कागज तलाश रहा है. रामकुमार प्लाजा के पास भी सुमेर अग्रवाल और उनके बेटे राहुल का एक और होटल है. वहीं होटल के नक्शे और तमाम दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं.
यह भी पढ़ें : होटल में लापरवाहियों की आग: लखनऊ में पहले भी ले चुकी है 7 लोगों की जान, जिम्मेदार अब भी आजाद

लखनऊ: राजधानी में एलडीए की लापरवाही की वजह से हुए होटल के अवैध निर्माण से अब तक चार लोगों की जान चली गई. चारबाग में जिस तरह से अवैध निर्माण करके होटल निर्माण किया गया था, ठीक उसी तरह से होटल लेवाना (Levana Hotel) का निर्माण भी आवासीय नक्शा पास करवाकर किया गया है. लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) की ओर से इस होटल को भी केवल नोटिस जारी करके अपनी नौकरी पूरी की गई थी. वर्षों से अवैध होटल का संचालन गोखले मार्ग के आवासीय इलाके में बिना वैध नक्शा पास करवाये किया जाता रहा, लेकिन एलडीए अफसरों की कानों पर जूं भी नहीं रेंगी. कुछ समय पहले दिखावा करने के लिए एक बार फिर से प्राधिकरण की ओर से नोटिस दिया गया था, मगर नतीजा शून्य ही रहा. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्र मणि त्रिपाठी और पवन कुमार गंगवार मौके पर मौजूद रहे.

आग लगने की घटना के बाद होटल होटल लेवाना को ध्वस्थ किया जाएगा. यह जानकारी लखनऊ विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रोशन जैकब ने दी है. होटल के निर्माण को लेकर बताया जा रहा है कि व्यापारी नेता सुमेर अग्रवाल ने इसका निर्माण करवाया है. उनका एक होटल हजरतगंज के जनपथ मार्केट के पास भी लेवाना के नाम से पहले से संचालित किया जा रहा था. वहां भी नक्शे के विपरीत ही निर्माण किया गया है.

गोखले मार्ग पर जिस इलाके में होटल लेवाना सुइट्स का निर्माण किया गया है वह प्राधिकरण की महायोजना में आवासीय दर्ज है. यहां ऐसे होटल का निर्माण किया नहीं जा सकता, लेकिन नियमों को धता बताकर धड़ल्ले से नक्शे के विपरीत होटल का निर्माण किया गया है, जिसमें अग्निशमन विभाग के सभी मांगों को दरकिनार करके यात्रियों को ठहराया जा रहा था. नतीजा यह हुआ कि आग लगी और चार लोगों की मौत अब तक हो चुकी है.

माना जा रहा है कि होटल से निकलने के रास्ते अपर्याप्त थे. ऐसे ही अनेक मानकों का उल्लंघन था. यहां अंदर फायर बिग्रेड की गाड़ियों तक को जाने की जगह नहीं बन पा रही थी. इसकी वजह से राहत एवं बचाव कार्य को करने में और तकलीफों का सामना करना पड़ा. इस मामले की जांच मुख्यमंत्री ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर (Lucknow Police Commissioner) और लखनऊ आयुक्त (Lucknow Commissioner) को दी है. लखनऊ आयुक्त स्तर की जांच में लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारी भी नपेंगे यह तय है.

यह भी पढ़ें : लखनऊ के होटल लेवाना में लगी आग, चार की मौत, सीएम ने दिए जांच के आदेश

बताया जा रहा है कि होटल में इमरजेंसी एग्जिट का इंतजाम नहीं था. दमकल विभाग ने भी नोटिस देकर खानापूर्ति की थी. वहीं सुमेर अग्रवाल और उनके पुत्र राहुल अग्रवाल, रोहित अग्रवाल मनमानी करते रहे. लेवना सुइट्स बनाने में मानकों का भी ध्यान नहीं रखा गया. आग लगने की घटना के बाद एलडीए अब कागज तलाश रहा है. रामकुमार प्लाजा के पास भी सुमेर अग्रवाल और उनके बेटे राहुल का एक और होटल है. वहीं होटल के नक्शे और तमाम दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं.
यह भी पढ़ें : होटल में लापरवाहियों की आग: लखनऊ में पहले भी ले चुकी है 7 लोगों की जान, जिम्मेदार अब भी आजाद

Last Updated : Sep 5, 2022, 6:07 PM IST
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