लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनशिकायतों के निस्तारण में हीलाहवाली पर सख्त नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने जनशिकायतों के निस्तारण में हीलाहवाली पर जिला स्तरीय अफसरों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. सीएम योगी जल्द जनसुनवाई, आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा करेंगे. इस बाबत मुख्य सचिव ने जिला और कमिश्नरी स्तर तक के सभी अधिकारियों को आदेश जारी किया है. सीएम योगी ने हाल ही में मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए थे कि डीएम और पुलिस कप्तान जनसमस्याओं के त्वरित और संतुष्टिपरक समाधान के प्रति संवेदनशील रहें. आमजन के प्रार्थना पत्रों का समयबद्ध ढंग से निस्तारण हो.
चिह्नित तहसील और थानों की विशेष समीक्षा करने के आदेश : मुख्य सचिव ने आदेश में कहा है कि जनसुनवाई में अधिकारियों की अनुपस्थिति, आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन पर मिली जनशिकायतों का गुणवत्तापूर्ण और त्वरित निस्तारण हो. ऐसा न होने पर सम्बन्धित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने आदेश दिए हैं कि चिह्नित तहसील और थानों की विशेष समीक्षा करें.
प्रदर्शन करने वाले टॉप टेन जिले : मई माह में आईजीआरएस पर मिली शिकायतों के निस्तारण में अच्छा प्रदर्शन करने वाले टॉप टेन जिलों में पीलीभीत, एटा, मुरादाबाद, बांदा, संभल, सीतापुर, उन्नाव, बहराइच, फर्रुखाबाद और अमेठी हैं. जबकि खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में प्रयागराज, रायबरेली, प्रतापगढ़, बस्ती, मिर्जापुर, कौशांबी, सोनभद्र, भदोही, मेरठ और अयोध्या शामिल हैं.
ये भी पढ़ें : नमाज के बाद बवालः ACS अवनीश अवस्थी ने जिलाधिकारियों से मांगी रिपोर्ट
वहीं, मई में पुलिस विभाग में अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों में सिद्धार्थनगर, भदोही, फर्रुखाबाद, महोबा, सहारनपुर, गाजीपुर, शामली, कासगंज, सोनभद्र और जालौन हैं, जबकि खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में पुलिस आयुक्त लखनऊ, एसएसपी प्रयागराज, आगरा, पुलिस आयुक्त कानपुर शहर, एसएसपी मैनपुरी, संभल, कानपुर देहात, प्रतापगढ़, खीरी और गोरखपुर हैं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप