लखनऊः राजधानी की पुलिस ने एक मानव तस्करी गिरोह का खुलासा किया है. यह गिरोह सोमवार को गोरखपुर से एक लड़की को खरीदकर बदायूं ले जा रहा था. जहां लखनऊ ट्रैफिक पुलिस ने इस गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पता चला कि लड़की को सौतेली मां ने 80 हजार में गिरोह को बेच दिया था. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
लखनऊ ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, राजधानी में सोमवार को बीबीडी थाना क्षेत्र में इंदिरा नहर के पास ट्रैफिक पुलिस डायवर्जन करा रही थी. इसी दौरान एक गाड़ी से बचाओ-बचाओ की आवाज आने लगी. पुलिस जवानों ने गाड़ी का पीछा किया और कुछ दूर पर घेराबंदी कर गाड़ी को रोक लिया. महिंद्रा टीयूवी गाड़ी में लड़की समेत 4-5 लोग सवार थे. पुलिस की पूछताछ में पता चला कि गोरखपुर से लड़की को 80 हजार रुपये में खरीदकर बदायूं ले जाया जा रहा था. पुलिस को किशोरी ने बताया कि उसकी सौतेली मां और चाचा ने उसे 80 हजार में बेच दिया है. उसके पिता मंदित हैं. इसके बाद पुलिस सभी को थाने ले गई, जहां पूछताछ में कई अन्य तथ्यों की जानकारी हुई.
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डीसीपी प्राची सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में बदायूं के उझानी का रहने वाला करन गौतम, उसकी मां आशा गौतम, ओम पाल और दातागंज पडेली का पंचू राम शर्मा है. वहीं, बरामद किशोरी कुशीनगर जनपद के पगरा हाटा की रहने वाली है. लखनऊ ट्रैफिक पुलिस टीआई सतेंद्र बहादुर सिंह, कॉन्स्टेबल सुनील यादव, हेड कांस्टेबल दिलीप राय, हेड कांस्टेबल दिलीप सिंह, हेड कांस्टेबल राज मनी यादव की सूझ-बूझ से शातिर तस्करों को पकड़ा गया और लड़की को बचाया गया. ट्रैफ्रिक पुलिस ने बीबीडी थाना पुलिस को सूचना देकर तस्करों को उनके सुपुर्द कर दिया है.
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