कानपुर : वर्तमान के भाग दौड़ भरे जीवन में लोगों को मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो गया है. इस समस्या का एकमात्र साधन है योग. योग से न सिर्फ आपका शरीर लचीला बनता है, बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति भी मिलती है. ऐसे में लोगों को जुड़ाव योग से बढ़ा है. योग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद भी प्रेरित किया है. इसी प्रेरणा से कानपुर की योग साधक मोहिनी राठौर ने विश्व स्तर पर कई रिकॉर्ड बनाए है. मोहिनी राठौर ने हाल ही में इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स बनाया है. साथ ही दूसरा विश्व रिकॉर्ड ग्रैंड यूनिवर्स बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराया है. मोहिनी ने अपना रिकॉर्ड देश को समर्पित किया है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान योग साधक मोहिनी राठौर ने बताया कि योग के प्रति उनकी रुचि बचपन से ही थी. उन्होंने अपने पिता को बचपन से ही योग करते हुए देखा है. जब भी पिता को किसी भी समस्या का समाधान चाहिए होता था तो वह योग के जरिए ध्यान लगाते थे और उन्हें राह मिल जाती थी. मोहिनी ने बताया कि दुबई की कॉन्फ्रेंस में मैंने योग में प्रथम पुरस्कार जीता था. फिर लेवल वन के लिए अनरोल किया. योग सर्टिफाइट टीचर बनने के लिए अभी मैं एक प्रोटोकॉल इंस्ट्रक्टर भी हूं. मोहिनी का मानना है कि अगर आपको दूसरों को योग के लिए जागरूक करना है तो उसके लिए पहले खुद को योग में बेहतर करना होगा. ऐसे में उन्होंने पहले खुद से इस काम की शुरुआत की और आज उन्होंने योगासन के जरिए कई विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं.
मोहनी राठौर ने बताया कि उनकी स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई आगरा से हुई है. वर्तमान में वह इकोनॉमिक्स से पीएचडी कर रही हैं. साथ ही पुणे स्थित स्वास्तिक योगा सेंटर से योग टीचर बनने का कोर्स भी कर रही हैं. मोहिनी योग में ही अपना करियर बनाना चाहती हैं. साथ ही योग के प्रति युवा पीढ़ी को भी जागरूक करने की योजना है. मोहिनी के मुताबिक योग से न सिर्फ मानसिक और शारीरिक शांति मिलती है, बल्कि खुद को स्वस्थ और बेहतर रखा जा सकता है.
योग में दो विश्व रिकॉर्ड किए अपने नाम: मोहिनी राठौर बताती हैं कि योग में दो विश्व कार्ड अपने नाम किए है. सलम्बा शीर्षासन कोणासन में इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराया है. यह उपलब्धि उन्हें ऑनलाइन सलम्बा शीर्षासन कोणासन की मुद्रा में खुद को 10 मिनट 57 सेकंड तक रोककर हासिल करने पर मिली है. दूसरा विश्व रिकॉर्ड ग्रैंड यूनिवर्स बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराया है. यह उपलब्धि उन्हें 11 मिनट तक खुद को हेडस्टैंड वाइड लेग्स पोज में रोककर रखने में हासिल हुई है. मोहिनी पीएम मोदी से काफी ज्यादा इंस्पायर हैं और पीएम योग अवार्ड के लिए मेहनत कर रही हैं. संस्था ने उन्हें उत्तर प्रदेश के लिए कोआर्डिनेटर बनाया है. मोहिनी ग्रैंड यूनिवर्स बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के लिए उत्तर प्रदेश का राज्य समन्वयक नियुक्त होने की जिम्मेदारी के साथ वह अब प्रतिभाशाली व्यक्तियों विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र के लिए लोगों का समर्थन करने के लिए काम करेंगी.
सोशल मीडिया का सही चीज के लिए करें उपयोग: योग साधक मोहिनी राठौर ने बताया कि नैनोटेक्नोलॉजी के समय में मैं ये नहीं कहूंगी कि आप सोशल मीडिया से दूर रहें. टेक्नोलॉजी से अपडेट रहना है तो सोशल मीडिया का उपयोग करना जरूरी है, लेकिन यह निर्भर आप पर करता है कि आप किस कंटेंट को ज्यादा देखते हैं. मेरा मानना है कि आप जिस दिशा में काम करना चाहते हैं उसी से जुड़ी चीजों के बारे में आपको जानना चाहिए. तभी आप उस दिशा में सफल हो सकते हैं. अब ऐसे में जो मैंने दूसरा विश्व रिकॉर्ड बनाया है ग्रैंड यूनिवर्स बुक ऑफ रिकॉर्ड इनके द्वारा मुझे यूपी का कोआर्डिनेटर बनाया गया है.
परिजनों में खुशी का माहौल: मोहिनी की इस सफलता के बाद पूरे परिवार में खुशी का माहौल है. मोहिनी के पिता रघुवीर सिंह राठौर कानपुर में एडीजे हैं. ऐसे में जब मोहिनी ने अपनी इस सफलता का जिक्र उनसे किया तो पिता ने उन्हें मुस्कुराते हुए गले से लगा लिया और नम आंखों से बोले की इसी तरह से आप आगे बढ़ते रहो और पिता का नाम रोशन करते रहो. मोहिनी की मां मंजू ने बताया कि बेटी की इस सफलता के बाद से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है. हमें खुशी है कि बेटी लगातार एक के बाद एक कामयाबी हासिल कर रही है. ईश्वर से यही प्रार्थना है कि वह ऐसे ही आगे बढ़ती रहे और परिवार का नाम रोशन करती रहे. सच कहूं तो ऐसी बेटी पाकर मेरा जीवन धन्य हो गया.
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