लखमऊ: शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. उन्होंने उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड का चैयरमैन बनने की ख्वाहिश जतायी और कुर्बानी को नाजायज करार दिया.
उन्होंने कहा कि दोबारा शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड का चेयरमैन बनने पर वो धार्मिक स्थल यानी मदरसों, दरगाहों और कर्बलाओं में दी जाने वाली कुर्बानी पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा देंगें. वसीम रिजवी ने मंगलवार को कहा कि बकरीद पर जानवरों की कुर्बानी देना नाजायज है. इस पैसे से किसी गरीब की मदद की जा सकती है. अरब से आयी कुर्बानी की प्रथा मुसलमान बच्चों के दिलों से रहम निकालने के लिए जिहादियों और कट्टरपंथियों ने शुरू की थी.
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वसीम रिजवी ने कहा कि शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के दोबारा गठन के बाद, वह इस प्रथा पर प्रतिबंध लगाएंगे. वो शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अन्तर्गत आने वाली वक्फ संपत्तियां, जिसमें दरगाह, कर्बला और मदरसे हैं. उन धार्मिक स्थलों पर जानवरों कि कुर्बानी को प्रतिबंधित कर देंगे. शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चुनाव में वसीम रिजवी दोबारा सदस्य चुने गए. इसका बड़े पैमाने पर विरोध हुआ था. विवादों के कारण चुनाव की आगे की प्रक्रिया भी फिलहाल रुकी हुई है.