लखनऊ: बाहुबली मुख्तार अंसारी पर प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने शिकंजा कसा है. लखनऊ विकास प्राधिकरण से इनफार्मेशट डिपार्टमेंट ने मुख़्तार और उनके परिवार से जुड़ी जानकारियां मांगी थी. इसके बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अनेक भूखंड की जानकारियां दी थी. इस मामले में अब ईडी ने कार्रवाई शुरू कर ली है. माना जा रहा है कि इसी निशानदेही के माध्यम से अब प्रवर्तन निदेशालय आगे भी मुख्तार अंसारी और उनके परिवार से जुड़ी सम्पत्तियों पर एक्शन लिया जाएगा. इससे अंसारी परिवार की और परतों को सरकार उधेड़ देगी.
वहीं, डालीबाग की जिस बिल्डिंग पर छापा मारा गया है उस पर शत्रु सम्पत्ति और अवैध निर्माण के मामले में अलग कार्यवाही चल रही है. निकट भविष्य में यह इमारत भी अंसारी परिवार के हाथ से जा सकता है. यह अंसारी परिवार के लिए और भी बड़ा झटका होगा. आने वाले समय में मुख्तार अंसारी को और भी तरीके से घेरा जाएगा.
करीब छह माह पहले ही ईडी से लखनऊ विकास प्राधिकरण से डिमांड के बाद एलडीए ने लगातार मुख्तार अंसारी की संपत्तियों की जांच की थी. एलडीए ने 10 ऐसे प्लॉट और फ्लैट की जानकारी ईडी को दी थी, जिनके आवंटियों के नाम मुख्तार या उनके करीबी हैं. इन आवंटियों में पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की संपत्ति का पता लगाने के लिए पूरा ब्यौरा संपत्ति सेक्शन को भेजा है. इसके बाद मुख्तार और उसके परिजनों के के नाम की असली संपत्ति के बारे में जानकारी जुटाई गई है.
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बता दें कि गैंगस्टर मुख्तार अंसारी पर योगी सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है. अब तक मुख्तार के लखनऊ, गाजीपुर, मऊ और वाराणसी में करोड़ों की संपत्ति सीज की जा चुकी है. लखनऊ विकास प्राधिकरण इससे पहले मुख्तार के दो अवैध निर्माण डाली बाग में गिरा चुका है, जो कि उसके बेटे के नाम थे. इसके अलावा शहर में अलग-अलग स्थानों पर मुख्तार और उसके करीबियों के अनेक अवैध निर्माण गिराए जा चुके हैं. जिसमें कैसरबाग का ड्रैगन माल भी शामिल है.
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