ETV Bharat / city

किसी के दबाव में नहीं किया राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन : मायावती - Lok Sabha in charge

बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को पार्टी कार्यालय में समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किसी के दबाव में नहीं किया गया. द्रौपदी मुर्मू अनुसूचित जनजाति से हैं. उनका समर्थन बहुजन समाज पार्टी की नीति का हिस्सा है.

बसपा प्रमुख मायावती
बसपा प्रमुख मायावती
author img

By

Published : Jun 30, 2022, 3:51 PM IST

लखनऊ : बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को पार्टी कार्यालय में समीक्षा बैठक की. इस दौरान सभी मंडलों के पदाधिकारी मौजूद रहे. उन्होंने स्पष्ट किया कि एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किसी के दबाव में नहीं किया गया. द्रौपदी मुर्मू अनुसूचित जनजाति से हैं. उनका समर्थन बहुजन समाज पार्टी की नीति का हिस्सा है.

मायावती ने कहा कि राष्ट्रपति उम्मीदवार तय करने से पहले बसपा से कोई मशविरा नहीं किया है. न ही किसी तरीके की बातचीत की. ऐसे में द्रौपदी मुर्मू जोकि अनुसूचित जनजाति से आती हैं उनका समर्थन करना बेहतर है. यह बहुजन समाज पार्टी की नीति का हिस्सा है. यह फैसला किसी के दबाव में नहीं लिया गया है. इसमें न तो एनडीए और न ही यूपीए से मतलब है.
ये भी पढ़ें : पूर्व बसपा सांसद अकबर अहमद डंपी पर अवैध कब्जे का आरोप, जांच शुरू
सख्ती से निपटा जाए : मायावती ने कहा, नफरती तत्वों से तुष्टीकरण के बजाए सख्ती से निपटा जाए. इसमें किसी एक समुदाय का मकान ध्वस्त करना, जेल भेज देना गलत है. जो भी वैमनस्य को बढ़ावा देते हैं उन तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाए. इसमें किसी प्रकार का भेदभाव न हो. इसके अलावा उन्होंने सभी विधानसभा व लोकसभा प्रभारियों से पूरी ताकत से क्षेत्र में मेहनत करने कहा. साथ ही दुष्प्रचार से जनता को आगाह करने के लिए भी कहा. इसके अलावा अग्निपथ योजना पर सरकार को फिर से विचार करने को कहा, ताकि युवाओं का भविष्य सुरक्षित किया जा सके.

लखनऊ : बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को पार्टी कार्यालय में समीक्षा बैठक की. इस दौरान सभी मंडलों के पदाधिकारी मौजूद रहे. उन्होंने स्पष्ट किया कि एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किसी के दबाव में नहीं किया गया. द्रौपदी मुर्मू अनुसूचित जनजाति से हैं. उनका समर्थन बहुजन समाज पार्टी की नीति का हिस्सा है.

मायावती ने कहा कि राष्ट्रपति उम्मीदवार तय करने से पहले बसपा से कोई मशविरा नहीं किया है. न ही किसी तरीके की बातचीत की. ऐसे में द्रौपदी मुर्मू जोकि अनुसूचित जनजाति से आती हैं उनका समर्थन करना बेहतर है. यह बहुजन समाज पार्टी की नीति का हिस्सा है. यह फैसला किसी के दबाव में नहीं लिया गया है. इसमें न तो एनडीए और न ही यूपीए से मतलब है.
ये भी पढ़ें : पूर्व बसपा सांसद अकबर अहमद डंपी पर अवैध कब्जे का आरोप, जांच शुरू
सख्ती से निपटा जाए : मायावती ने कहा, नफरती तत्वों से तुष्टीकरण के बजाए सख्ती से निपटा जाए. इसमें किसी एक समुदाय का मकान ध्वस्त करना, जेल भेज देना गलत है. जो भी वैमनस्य को बढ़ावा देते हैं उन तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाए. इसमें किसी प्रकार का भेदभाव न हो. इसके अलावा उन्होंने सभी विधानसभा व लोकसभा प्रभारियों से पूरी ताकत से क्षेत्र में मेहनत करने कहा. साथ ही दुष्प्रचार से जनता को आगाह करने के लिए भी कहा. इसके अलावा अग्निपथ योजना पर सरकार को फिर से विचार करने को कहा, ताकि युवाओं का भविष्य सुरक्षित किया जा सके.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.