लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में थाने के अंदर पुलिस ने दलित युवक पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल करते हुए जमकर पिटाई की. पीड़ित युवक की गलती बस इतनी थी कि वो पड़ोस में रहने वाले पति-पत्नी की लड़ाई देखने चला गया था. पुलिस उसे घर से उठाकर थाने ले आई और थाने के कमरे में तीन पुलिस कर्मियों ने चमड़े के पट्टे से जमकर पिटाई की. फिलहाल पीड़ित का इलाज प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है.
लखनऊ के बिजनौर थाना अंतर्गत कंकरकुआं के रहने वाले 30 वर्षीय सुभाष रावत ने बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाले विशाल व उसकी पत्नी के बीच बीती रात विवाद चल रहा था. जिस पर विशाल की पत्नी ने डायल 112 में कॉल कर पुलिस को बुलाया था. सुभाष के मुताबिक, पुलिस जब विशाल के घर पहुंची तो वह भी बाहर खड़े होकर देखने लगा. पुलिस ने सुभाष को बाहर खड़ा देख उसकी पिटाई कर दी, इस बीच सुभाष की मां उसे घर ले आई, लेकिन इतने भर से पुलिस को चैन नहीं आया. जिसके बाद पुलिस सुभाष को उसके घर से उठाकर थाने ले आई और वहां कमरे में बंद कर दिया. आरोप है कि तीन पुलिसकर्मियों ने उसकी चमड़े के पट्टे से पिटाई की. जिस पर वो बेहोश हो गया था.
पीड़ित सुभाष ने बताया कि थोड़ी देर बाद जब उसे होश आया तो उसने उसकी मां को पुलिस वालों से माफी मांगते हुए देखा. जिस पर थाने में मौजूद दारोगा ने उसे घर भेज दिया. सुभाष को उसके परिजन पहले लोक बंधु अस्पताल ले गए. उसके बाद एक निजी अस्पताल ले गए. जहां उसका इलाज चल रहा है.
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डीसीपी सेंट्रल अपर्णा कौशिक ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच सहायक पुलिस आयुक्त कृष्णानगर को दी है. साथ ही उन्हें निर्देश दिया गया है कि पिटाई का आरोप लगाने वाले पीड़ित के घर जाकर वो खुद मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी लें. रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी.
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