लखनऊः उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव ऊर्जा व पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने कहा है कि एटीएंडसी हानियां (line loss) कम करने और उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत आपूर्ति करने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार से पोषित रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर योजना के तहत मीटरिंग का काम स्वीकृत हो गया है. जिसके बाद अब उपभोक्ताओं के परिसर पर स्मार्ट प्री-पेड मीटरिंग, ट्रांसफॉर्मरों पर डीटी मीटरिंग और 11 केवी फीडर मीटरिंग का काम कराया जाएगा.
उन्होंने बताया कि स्मार्ट प्री-पेड मीटरिंग के अन्तर्गत पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड वाराणसी, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड लखनऊ, दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड आगरा, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ और केस्को कानपुर के लिए 73,27,988 मीटर, 75,28,737 मीटर, 53,54,069 मीटर, 61,43,261 मीटर और 62,500 मीटर लगाए जाने हैं. लॉस रिडक्शन के कार्य और उपभोक्ताओं के परिसर पर आर्मड केबिलिंग, 33 केवी व 11 केवी के जर्जर तार का सुदृढ़ीकरण, एलटी लाइन को एबीसी से बदलना व कृषि फीडरों के बनाने का काम स्वीकृत हो गया है. पूर्वांचल, मध्यांचल, दक्षिणांचल, पश्चिमांचल और केस्को के लिए 4543.78 करोड़, 4165.32 करोड़, 3771.57 करोड़, 3403.01 करोड़ और 614.93 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं.
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उन्होंने बताया कि विद्युत चोरी कम करने व उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत आपूर्ति के उद्देश्य से पूर्वांचल, मध्यांचल, दक्षिणांचल, पश्चिमांचल व केस्को के लिए 49390.67 किलोमीटर, 22539 किमी, 25228 किमी, 19252.99 किमी. और 1500 किमी. लाइन को एबीसी केबिल से बदला जाना है.
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