लखनऊ: सरकार भले ही दावा करे कि उत्तर प्रदेश में युवाओं को उनकी योग्यता के अनुरूप रोजगार मुहैया कराने का पूरा अवसर दिया जा रहा है, लेकिन रोडवेज के रोजगार मेले में तस्वीर कुछ ही बयां करती रही. यहां रोडवेज में चालक की भर्ती के लिए आवेदन लिए जा रहे थे, जिसमें शैक्षिक योग्यता 8वीं पास ही रखी गई थी, लेकिन नौकरी के लिए कतार में लोगों में अधिकतर ग्रेजुएट शामिल थे. दरअसल, यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम में आउटसोर्स ड्राइवर्स की भर्ती की जा रही है. इसीलिए गोमतीनगर के विभूति खंड स्थित रोडवेज वर्कशाप में दो दिवसीय रोजगार मेला लगा. जहां पहले दिन गुरुवार को बड़ी संख्या में उच्च शिक्षा की डिग्री लिए युवा आवेदन करने पहुंचे थे.
चालकों के 200 पद: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के लखनऊ रीजन में संविदा पर 200 चालकों की भर्ती निकली है. इसके लिए दो दिवसीय रोजगार मेले का आयोजन किया गया. इस मेले में गुरुवार को दूरदराज से 50 से ज्यादा लोगों ने बस ड्राइवर बनने के लिए पंजीकरण कराया. इनमें से छह लोगों के आवेदन रद्द कर दिए गए. बाकी लोगों को ड्राइविंग टेस्ट कराकर नियुक्ति पत्र बांटे गए. दो हजार रुपये प्रतिभूति राशि जमा करके विभिन्न डिपो में तैनाती की गई. कैसरबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अरविंद कुमार ने बताया कि दो दिवसीय रोजगार मेले के पहले दिन काफी संख्या में लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराए हैं. यह मेला शुक्रवार को भी लगेगा. इन ड्राइवरों को प्रशिक्षण देकर कुंभ मेले में भेजी जाने वाली बसों में तैनाती दी जाएगी. इस महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं को बिना किसी बाधा के बस सेवाएं मिलेंगी.
संविदा चालक बनने के लिए शैक्षित योग्यता
- कम से कम कक्षा आठ पास होना चाहिए.
- ट्रांसपोर्ट व्हीकल का डीएल होना चाहिए.
- लंबाई कम से कम पांच फुट तीन इंच हो.
- वेतन एक रुपये 89 पैसा प्रति किलोमीटर बस संचालन के हिसाब से मिलेगा.
- दो वर्ष की सेवा के बाद 16 व 19 हजार फिक्स वेतन मिलेगा.
- परिवार समेत फ्री बस यात्रा का पास वर्ष में दो बार मिलेगा.
- बस दुर्घटना में मृत्यु होने पर एक करोड़ का बीमा लाभ मिलेगा.
सभी रीजन में चालकों की आवश्यकता: लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि परिवहन निगम के लगभग सभी रीजन में चालकों की आवश्यकता है, इसलिए रोजगार मेले का आयोजन किया गया. लखनऊ क्षेत्रीय कार्यशाला में यह मेला लगा है. दो दिन के इस मेले में पहले दिन काफी युवाओं ने पंजीकरण कराया. उन्हें नियुक्ति पत्र बांटे गए. अब उन्हें बसों में तैनाती दी जाएगी.