प्रयागराज: महाकुंभ 2025 से संबंधित भ्रामक पोस्ट और अफवाहें फैलाने वालों पर प्रशासन ने शिकंजा कर दिया है. DGP प्रशांत कुमार के निर्देश पर 14 सोशल मीडिया एकाउंट धारकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. ये झारखंड में पुलिस द्वारा की गई पिटाई का एक वीडियो महाकुंभ में श्रद्धालुओं के ऊपर लाठीचार्ज करने की बात कहकर प्रचारित कर रहे थे.
भ्रामक पोस्ट डालने वालों की स्कैनिंग के दौरान पता चला कि एक अकाउंट ने झारखंड के धनबाद में 1 जनवरी 2025 को पुलिस द्वारा की गई पिटाई को महाकुंभ का बताया. झारखंड स्थानीय पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज को महाकुंभ 2025 में लाठीचार्ज होने की बात लिखकर भ्रामक सूचना फैलाई गई. दावा किया गया था कि श्रद्धालुओं के ऊपर महाकुंभ पुलिस लाठीचार्ज कर रही है. उन्हें पीट रही है .कुंभ मेला पुलिस ने अपने आधिकारिक X अकाउंट से इस वीडियो का खंडन भी किया है.
DIG महाकुंभ वैभव कृष्णा ने बताया कि जनता में डर व विद्वेष फैलाने और षड्यंत्र की धाराओं में 14 एक्स अकाउंट को चिन्हित कर कोतवाली कुंभ मेला में अभियोग पंजीकृत किया गया है. इन सभी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. महाकुंभ को लेकर के किसी भी तरह की भ्रामक और अफवाह फैलाने वाली सूचना को सोशल मीडिया पर डालने वालों के खिलाफ पुलिस निगाह रख रही है. सख्त कार्रवाई होगी.
उधर, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने साफ कर दिया है कि महाकुंभ से जुड़ी किसी भी तरह की भ्रामक खबरें या सूचना फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उत्तर प्रदेश पुलिस महाकुंभ को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है. आम जनता से अपील करती है कि किसी भी भ्रामक सूचना पर विश्वास ना करें .महाकुंभ में आ रही श्रद्धालुओं से भी पुलिस लगातार अनाउंसमेंट कर इस बात का अपील कर रही है कि जो सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिसकर्मी है उनका सहयोग करें, पुलिसकर्मियों और सुरक्षा कर्मियों से बेवजह बहस ना करें, उनसे उलझे मत. जनता की सुरक्षा के लिहाज से डायवर्सन और बैरिकेडिंग जरूरी है, लिहाजा नियमों का पालन करें सुरक्षित रहें.