लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रबंधों में जन सहयोग की बहुत बड़ी भूमिका है. उन्होंने सभी धर्म आचार्य एवं धर्म गुरुओं से कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए समाज में जागरूकता फैलाने की अपील की है.
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में स्थित हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों तथा बस अड्डों सहित राज्य की सीमा पर सघन चेकिंग करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने शहर के सभी मॉल्स को बंद करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा कि सभी धार्मिक, आध्यात्मिक सामाजिक सांस्कृतिक एवं मांगलिक गतिविधियों कार्यक्रमों को 2 अप्रैल तक स्थगित कर दिया जाए. वैवाहिक कार्यक्रमों में आमंत्रित लोगों की संख्या को 10 तक सीमित रखने का प्रयास हो.
शिक्षकों को भी संस्थान पहुंचने पर लगी रोक
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ, नोएडा एवं कानपुर शहर को सैनिटाइज किया जाए. नगर विकास विभाग द्वारा शहरी इलाकों में नियमित फॉगिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. स्कूलों तथा कालेजों के प्रिंसिपल व प्रबंधक यह सुनिश्चित करें कि आगामी 2 अप्रैल तक प्रिंसिपल, शिक्षकगण और नॉन टीचिंग स्टाफ भी विद्यालय नहीं आएंगे.
खाद्य सामग्री के लिए सीएम योगी ने किया आस्वस्त
सीएम ने कहा कि प्रदेश में खाद्यान्न सहित रोजमर्रा के इस्तेमाल की सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता है, सभी जिला अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी अथवा कालाबाजारी ना होने पाए. ऐसा करने वालों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई हो. यह भी सुनिश्चित किया जाए कि खरीददारी के दौरान लाइने ना लगे, कोरोना से बचाव के लिए मास्क का इस्तेमाल किया जाए.
निजी क्षेत्र के संस्थानों के कर्मचारी घर से करें काम
सीएम ने कहा कि निजी क्षेत्र के संस्थान जहां तक संभव हो कर्मचारियों को घर से कार्य करने की अनुमति दें. इस व्यवस्था को सरकारी विभागों एवं संस्थानों में भी लागू किया जाए. तहसील दिवस, समाधान दिवस, मुख्यमंत्री आरोग्य मेला तथा जनता दर्शन का आयोजन 2 अप्रैल तक स्थगित रहेंगे. उन्होंने पुलिस को पूरे प्रदेश में पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि सरकारी अस्पतालों में केवल इमरजेंसी सेवाएं ही प्रदान की जाएं. 31 मार्च 2020 तक ओपीडी जांच को स्थगित रखा जाए, जिससे अस्पतालों में अनावश्यक भीड़ इकट्ठा न होने पाए.
सीएम योगी का फरमान- लखनऊ, नोएडा और कानपुर को किया जाए सैनिटाइज
चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस ने भारत देश के कई शहरों को अपनी चपेट में ले लिया है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ, नोएडा और कानपुर महानगर को सैनिटाइज करने के आदेश दिए हैं. सीएम ने कहा है कि 2 अप्रैल तक प्रदेश के मॉल्स, स्कूल-कॉलेज और सार्वजनिक स्थान बंद किए जाए.
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रबंधों में जन सहयोग की बहुत बड़ी भूमिका है. उन्होंने सभी धर्म आचार्य एवं धर्म गुरुओं से कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए समाज में जागरूकता फैलाने की अपील की है.
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में स्थित हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों तथा बस अड्डों सहित राज्य की सीमा पर सघन चेकिंग करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने शहर के सभी मॉल्स को बंद करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा कि सभी धार्मिक, आध्यात्मिक सामाजिक सांस्कृतिक एवं मांगलिक गतिविधियों कार्यक्रमों को 2 अप्रैल तक स्थगित कर दिया जाए. वैवाहिक कार्यक्रमों में आमंत्रित लोगों की संख्या को 10 तक सीमित रखने का प्रयास हो.
शिक्षकों को भी संस्थान पहुंचने पर लगी रोक
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ, नोएडा एवं कानपुर शहर को सैनिटाइज किया जाए. नगर विकास विभाग द्वारा शहरी इलाकों में नियमित फॉगिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. स्कूलों तथा कालेजों के प्रिंसिपल व प्रबंधक यह सुनिश्चित करें कि आगामी 2 अप्रैल तक प्रिंसिपल, शिक्षकगण और नॉन टीचिंग स्टाफ भी विद्यालय नहीं आएंगे.
खाद्य सामग्री के लिए सीएम योगी ने किया आस्वस्त
सीएम ने कहा कि प्रदेश में खाद्यान्न सहित रोजमर्रा के इस्तेमाल की सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता है, सभी जिला अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी अथवा कालाबाजारी ना होने पाए. ऐसा करने वालों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई हो. यह भी सुनिश्चित किया जाए कि खरीददारी के दौरान लाइने ना लगे, कोरोना से बचाव के लिए मास्क का इस्तेमाल किया जाए.
निजी क्षेत्र के संस्थानों के कर्मचारी घर से करें काम
सीएम ने कहा कि निजी क्षेत्र के संस्थान जहां तक संभव हो कर्मचारियों को घर से कार्य करने की अनुमति दें. इस व्यवस्था को सरकारी विभागों एवं संस्थानों में भी लागू किया जाए. तहसील दिवस, समाधान दिवस, मुख्यमंत्री आरोग्य मेला तथा जनता दर्शन का आयोजन 2 अप्रैल तक स्थगित रहेंगे. उन्होंने पुलिस को पूरे प्रदेश में पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि सरकारी अस्पतालों में केवल इमरजेंसी सेवाएं ही प्रदान की जाएं. 31 मार्च 2020 तक ओपीडी जांच को स्थगित रखा जाए, जिससे अस्पतालों में अनावश्यक भीड़ इकट्ठा न होने पाए.