ETV Bharat / state

तेजी से बढ़ रहा कैंसर का ग्राफ; 6 साल में बढ़े 127105 मरीज, दो लाख से ज्यादा की स्क्रीनिंग - VARANASI NEWS

महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र एवं होमी भाभा कैंसर अस्पताल में हुआ मरीजों का पंजीकरण.

प्रेसवार्ता के दौरान टाटा स्मारक केंद्र, मुंबई के निदेशक डॉ. सुदीप गुप्ता व अन्य चिकित्सक
प्रेसवार्ता के दौरान टाटा स्मारक केंद्र, मुंबई के निदेशक डॉ. सुदीप गुप्ता व अन्य चिकित्सक (Photo credit: ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 22, 2025, 5:22 PM IST

वाराणसी : कैंसर को बेहद खौफनाक बीमारी माना जाता है. तमाम प्रयासों के बावजूद भी कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं. जी हां, महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र एवं होमी भाभा कैंसर अस्पताल में पिछले 6 वर्षों में 1,27,105 कैंसर मरीजों का पंजीकरण हुआ है. बड़ी बात यह है कि, इनमें से 65 हजार से ज्यादा मरीजों की सर्जरी की गई है. इसके साथ ही चार लाख से ज्यादा मरीजों को कीमोथेरेपी दी जा रही है.



प्रेसवार्ता के दौरान टाटा स्मारक केंद्र, मुंबई के निदेशक डॉ. सुदीप गुप्ता ने बताया कि मरीजों की संख्या में हर साल बढ़ोतरी हो रही है. 2018 में जब अस्पताल शुरू हुआ था तब कुल 6307 मरीजों का पंजीकरण हुआ था, जो 2024 में बढ़कर 26732 हो गया. 2018 से लेकर अब तक दोनों अस्पतालों में 1,27,105 मरीजों का पंजीकरण, 65 हजार मरीजों की सर्जरी 15,363 मरीजों को रेडियोथेरेपी और 4 लाख से अधिक कीमोथेरेपी की जा चुकी है. मरीजों के बढ़ते आंकड़े चिंतनीय हैं, हालांकि इसमें काफी हद तक बीमारी को लेकर लोगों में जागरूकता और घर के पास एक ही छत के नीचे कैंसर से जुड़ी सभी सुविधाएं मिलना भी हैं. गुणवत्तापरक और किफायती इलाज उपलब्ध होने से न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पड़ोसी राज्यों के कैंसर मरीज भी इलाज के लिए यहीं आते हैं.

दो लाख से अधिक लोगों की कैंसर स्क्रीनिंग : उन्होंने बताया कि, किसी भी बीमारी की समय रहते पहचान होने से न केवल बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है, बल्कि इसके प्रभावी प्रबंधन में भी मदद मिलती है. इसको ध्यान में रखते हुए अस्पताल द्वारा विभिन्न तरह के जांच अभियान चलाए जा रहे हैं और अब तक 2 लाख से अधिक लोगों की कैंसर स्क्रीनिंग की जा चुकी है. इनमें 1,68,000 महिलाओं की स्क्रीनिंग शामिल है. स्क्रीनिंग में मुख्य रूप से मुंह का कैंसर, स्तन कैंसर एवं गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर शामिल हैं.

350 करोड़ रुपये का निःशुल्क इलाज : उन्होंने बताया कि, कैंसर का इलाज लंबे समय तक चलने के कारण कई बार मरीज इलाज पूरा करने में असमर्थ होते हैं. वहीं अस्पताल आने वाले ज्यादतर कैंसर मरीज आर्थिक रूप से बेहद कमजोर होते हैं. उन्होंने बताया कि ऐसे मरीजों को इलाज में मदद करने के लिए अस्पताल में चिकित्सकीय समाजिक विभाग (एम.एस.डब्ल्यू.) है, जो अब तक 38,262 मरीजों को विभिन्न प्रकार की सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं से जुड़ी योजनाओं के जरिए 350 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का इलाज उपलब्ध करा चुका है. विभाग द्वारा न केवल ऐसे मरीजों को सरकारी योजनाओं के बारे में बताया जाता है, बल्कि उसके लिए सभी तरह के कागजी कार्रवाई में भी मदद की जाती है.


लगातार बढ़ रही सुविधाएं : गौरतलब है कि, कैंसर मरीजों को इलाज देने के साथ ही अब ये संस्थान शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में भी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. अस्पताल द्वारा हाल ही में जहां कैंसर के क्षेत्र में बेसिक रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए समर्पित लैब की स्थापना की गई, वहीं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र व होमी भाभा नेशनल इंस्टिट्यूट (डीम्ड विश्वविद्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, भारत सरकार) को ऑफ साइट कैंपस का भी दर्जा मिला है, जिससे यहां मेडिकल, सर्जिकल, रेडिएशन आंकोलॉजी, आंकोपैथोलॉजी एवं एनिस्थिसियोलॉजी सहित स्नातकोत्तर एवं सुपर स्पेशिलिटी के पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सहित पड़ोसी राज्यों के कैंसर मरीजों को गुणवत्तापरक इलाज उपलब्ध कराने के लिए इन दोनों अस्पतालों में हर साल नई सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है, ताकि कैंसर मरीजों को इलाज के लिए बड़े शहरों के चक्कर न लगाने पड़ें. पिछले साल शुरू हुई नई सेवाओं एवं सुविधाओं में मुख्य रूप से अतिरिक्त लीनियर एक्सलरेटर रेडिएशन मशीन, अतिरिक्त सीटी सिम्यूलेटर, मशीन, बैरियर लांड्री, कम्पोस्ट मशीन इत्यादि.

दान दाताओं का आभार : टाटा स्मारक केंद्र, मुंबई के निदेशक डॉ. सुदीप गुप्ता ने बताया कि मरीजों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए नई सुविधाओं के साथ-साथ वर्तमान सेवाओं का विस्तारण भी बेहद जरूरी है, जिसे कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के जरिए पूरा किया जा रहा है. अब तक अस्पताल को 136 करोड़ रुपये से अधिक का सीएसआर मिल चुका है, जिसके लिए हम सभी दानदाताओं के शुक्रगुजार हैं. इन राशि से अस्पताल में कई तरह की सुविधाएं मरीज हित को देखते हुए शुरू की गई हैं.


यह भी पढ़ें : वाराणसी के कैंसर अस्पताल में अब मिलेगी हाईटेक मशीनों की सुविधा, 14.49 करोड़ का अनुदान मिला - Varanasi Cancer Hospital - VARANASI CANCER HOSPITAL

यह भी पढ़ें : World Cancer Day: महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर अस्पताल ने जारी किए आंकड़े, 2022 में 22 हजार नए कैंसर मरीज हुए पंजीकृत - विश्व कैंसर दिवस

वाराणसी : कैंसर को बेहद खौफनाक बीमारी माना जाता है. तमाम प्रयासों के बावजूद भी कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं. जी हां, महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र एवं होमी भाभा कैंसर अस्पताल में पिछले 6 वर्षों में 1,27,105 कैंसर मरीजों का पंजीकरण हुआ है. बड़ी बात यह है कि, इनमें से 65 हजार से ज्यादा मरीजों की सर्जरी की गई है. इसके साथ ही चार लाख से ज्यादा मरीजों को कीमोथेरेपी दी जा रही है.



प्रेसवार्ता के दौरान टाटा स्मारक केंद्र, मुंबई के निदेशक डॉ. सुदीप गुप्ता ने बताया कि मरीजों की संख्या में हर साल बढ़ोतरी हो रही है. 2018 में जब अस्पताल शुरू हुआ था तब कुल 6307 मरीजों का पंजीकरण हुआ था, जो 2024 में बढ़कर 26732 हो गया. 2018 से लेकर अब तक दोनों अस्पतालों में 1,27,105 मरीजों का पंजीकरण, 65 हजार मरीजों की सर्जरी 15,363 मरीजों को रेडियोथेरेपी और 4 लाख से अधिक कीमोथेरेपी की जा चुकी है. मरीजों के बढ़ते आंकड़े चिंतनीय हैं, हालांकि इसमें काफी हद तक बीमारी को लेकर लोगों में जागरूकता और घर के पास एक ही छत के नीचे कैंसर से जुड़ी सभी सुविधाएं मिलना भी हैं. गुणवत्तापरक और किफायती इलाज उपलब्ध होने से न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पड़ोसी राज्यों के कैंसर मरीज भी इलाज के लिए यहीं आते हैं.

दो लाख से अधिक लोगों की कैंसर स्क्रीनिंग : उन्होंने बताया कि, किसी भी बीमारी की समय रहते पहचान होने से न केवल बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है, बल्कि इसके प्रभावी प्रबंधन में भी मदद मिलती है. इसको ध्यान में रखते हुए अस्पताल द्वारा विभिन्न तरह के जांच अभियान चलाए जा रहे हैं और अब तक 2 लाख से अधिक लोगों की कैंसर स्क्रीनिंग की जा चुकी है. इनमें 1,68,000 महिलाओं की स्क्रीनिंग शामिल है. स्क्रीनिंग में मुख्य रूप से मुंह का कैंसर, स्तन कैंसर एवं गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर शामिल हैं.

350 करोड़ रुपये का निःशुल्क इलाज : उन्होंने बताया कि, कैंसर का इलाज लंबे समय तक चलने के कारण कई बार मरीज इलाज पूरा करने में असमर्थ होते हैं. वहीं अस्पताल आने वाले ज्यादतर कैंसर मरीज आर्थिक रूप से बेहद कमजोर होते हैं. उन्होंने बताया कि ऐसे मरीजों को इलाज में मदद करने के लिए अस्पताल में चिकित्सकीय समाजिक विभाग (एम.एस.डब्ल्यू.) है, जो अब तक 38,262 मरीजों को विभिन्न प्रकार की सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं से जुड़ी योजनाओं के जरिए 350 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का इलाज उपलब्ध करा चुका है. विभाग द्वारा न केवल ऐसे मरीजों को सरकारी योजनाओं के बारे में बताया जाता है, बल्कि उसके लिए सभी तरह के कागजी कार्रवाई में भी मदद की जाती है.


लगातार बढ़ रही सुविधाएं : गौरतलब है कि, कैंसर मरीजों को इलाज देने के साथ ही अब ये संस्थान शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में भी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. अस्पताल द्वारा हाल ही में जहां कैंसर के क्षेत्र में बेसिक रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए समर्पित लैब की स्थापना की गई, वहीं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र व होमी भाभा नेशनल इंस्टिट्यूट (डीम्ड विश्वविद्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, भारत सरकार) को ऑफ साइट कैंपस का भी दर्जा मिला है, जिससे यहां मेडिकल, सर्जिकल, रेडिएशन आंकोलॉजी, आंकोपैथोलॉजी एवं एनिस्थिसियोलॉजी सहित स्नातकोत्तर एवं सुपर स्पेशिलिटी के पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सहित पड़ोसी राज्यों के कैंसर मरीजों को गुणवत्तापरक इलाज उपलब्ध कराने के लिए इन दोनों अस्पतालों में हर साल नई सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है, ताकि कैंसर मरीजों को इलाज के लिए बड़े शहरों के चक्कर न लगाने पड़ें. पिछले साल शुरू हुई नई सेवाओं एवं सुविधाओं में मुख्य रूप से अतिरिक्त लीनियर एक्सलरेटर रेडिएशन मशीन, अतिरिक्त सीटी सिम्यूलेटर, मशीन, बैरियर लांड्री, कम्पोस्ट मशीन इत्यादि.

दान दाताओं का आभार : टाटा स्मारक केंद्र, मुंबई के निदेशक डॉ. सुदीप गुप्ता ने बताया कि मरीजों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए नई सुविधाओं के साथ-साथ वर्तमान सेवाओं का विस्तारण भी बेहद जरूरी है, जिसे कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के जरिए पूरा किया जा रहा है. अब तक अस्पताल को 136 करोड़ रुपये से अधिक का सीएसआर मिल चुका है, जिसके लिए हम सभी दानदाताओं के शुक्रगुजार हैं. इन राशि से अस्पताल में कई तरह की सुविधाएं मरीज हित को देखते हुए शुरू की गई हैं.


यह भी पढ़ें : वाराणसी के कैंसर अस्पताल में अब मिलेगी हाईटेक मशीनों की सुविधा, 14.49 करोड़ का अनुदान मिला - Varanasi Cancer Hospital - VARANASI CANCER HOSPITAL

यह भी पढ़ें : World Cancer Day: महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर अस्पताल ने जारी किए आंकड़े, 2022 में 22 हजार नए कैंसर मरीज हुए पंजीकृत - विश्व कैंसर दिवस

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.