मेरठ: यूपी के मेरठ जिले में एक बार फिर मकान बिकाऊ के लगे पोस्टर से हड़कंप मच गया है. शनिवार को जिले की एक कॉलोनी में दूसरे समुदाय के व्यक्ति के मकान खरीदने पर हिंदूवादी संगठन और स्थानीय लोग नाराज हो गये. कॉलोनी के कई घरों पर मकान बिकाऊ के पोस्टर लगा दिए गये. हिंदूवादी संगठनों ने भी इस मामले में विरोध शुरू कर दिया. हंगमा बढ़ने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले का समाधान किया.
दरअसल जिले के ट्रांसपोर्टनगर थाना क्षेत्र में शनिवार को कई घरों के सामने लोगों ने 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लगाकर नारेबाजी करने लगे. जिससे इलाके में हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही आनन फानन में पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई. दीवारों पर लगी पोस्टों को हटाया और लोगों को शांत किया. दरअसल पूरा मामला टीपी नगर थाना क्षेत्र की दुर्गापुरम कॉलोनी का है. जहां रहने वाली एक बुजुर्ग महिला ने अपना मकान एक मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति को बेच दिया था. जब ये बात बीते दिन स्थानीय लोगों को पता चली तो उन्हें नागवार गुजरा. शनिवार को हिंदूवादी संगठन के कुछ लोग भी वहां पहुंच गए और उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ जमकर नारेबाजी की.
मोहल्ले के लोगों को आरोप है कि प्रॉपर्टी डीलर ने कमीशन के लालच में दूसरे समुदाय के शख्स को कॉलोनी में बसा कर अच्छा नहीं किया. हिन्दूवादी नेता सचिन सिरोही का कहना है कि इस मुद्दे पर अगर अनशन भी करना पड़े तो किया जाएगा, लेकिन दूसरे समुदाय के व्यक्ति को कॉलोनी में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस बारे में हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने टीपीनगर थाने में शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की.
वहीं पूरे मामले को तूल पकड़ता देख पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए वहां के लोगों को समझाया बुझाया, साथ ही इस पूरे मामले में दोनों पक्षों में सहमति भी बनाई गई है. एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि, दुर्गापुरम पुरम में एक पक्ष के द्वारा दूसरे समुदाय से ताल्लुक रखने वाले एक व्यक्ति को मकान बेचा गया है, जिसके बाद वहां कुछ लोग विरोध कर रहे थे, जिसका संज्ञान लिया गया है और दोनों पक्षों के बीच में आपस में समझौता हो गया है. जो भी रकम मकान खरीदने वाले ने दी थी, वह भी वापस करने को लेकर सहमति हो गई है.
एसपी सिटी विक्रम सिंह ने कहा कि किसी भी तरह से किसी को भी माहौल खराब करने की अनुमति नहीं है और इस पूरे मामले में भी कुछ लोगों की ओर से जो रवैया अपनाया गया है उसकी जांच करके कार्रवाई की जाएगी.
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