लखनऊः गुरु तेगबहादुर के 400वें प्रकाश पर्व के अवसर पर राजधानी में आयोजित समागम कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए. इस दौरा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि सत्य, न्याय और धर्म के लिए किया जाने वाला बलिदान कभी व्यर्थ नहीं होता है. उन्होंने कहा कि 400 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन अत्याचारी और बर्बर औरंगजेब के खानदान को आज कोई पूछने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि दक्षिण यात्रा के बाद औरंगजेब उत्तर भारत नहीं आ पाया. गुरु तेगबहादुर जी के बलिदान को भारत स्मरण करता है. कुछ वर्ष पूर्व हमें गुरु नानक जी के 550वें प्रकाश पर्व में भी सम्मिलित होने का अवसर मिला था.
सीएम योगी ने कहा कि खालसा पंथ का यही उद्देश्य था कि सत्य मार्ग पर चलेंगे. यही कारण है कि अत्याचार, न्याय का अनुसरण करते हुए सिख समुदाय उन मूल्यों आदर्शों को आगे बढ़ा रहा है, यही उनके स्वावलंबन का भी आधार है. उन्होंने कहा कि गुरुतेग बहादुर महराज ने अपना बलिदान कश्मीर के लिए दिया था. कश्मीर उन्ही की वजह से सुरक्षित हो पाया, इसके लिए हर भारत वासी गर्व की अनुभूति करता है. सीएम योगी ने कहा कि पिछले दिनों हमने गुरू गोविंद जी के 4 साहबजादों के लिए कार्यक्रम मुख्यमंत्री आवास में ही आयोजित किया था. इससे पहले मुख्यमंत्री आवास अन्य कार्यक्रमों के लिए भी साक्षी बनता था. लेकिन पहली बार सिख समुदाय के लिए मुख्यमंत्री आवास में कीर्तन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. उन्होंने कहा कि ये हमारी धरोहर है, आने वाली पीढ़ियों को बताने का कार्य है.
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सीएम योगी ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है प्रकाशपर्व का ये कार्यक्रम एक वर्ष तक चलेगा और राज्य सरकार भी इसे यथासम्भव सहायता, प्रोत्साहित करेगी. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार उन सभी महान विभूतियों के सम्मान के लिए उनके जीवन वृतांत पाठ्यक्रमों में शामिल करने का कार्य कर रही है. जिन्होंने भारत की स्वाधीनता के लिए त्याग और बलिदान दिया. उन्होंने कहा कि सिख धर्म हमेशा त्याग और बलिदान के जाना जाता है. इसे याद रखना होगा नहीं तो अफगानिस्तान और पाकिस्तान में क्या हो रहा है सभी को पता है. प्रकाश पर्व के अवसर आयोजित समागम कार्यक्रम में नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन, राज्यसभा सांसद बृजलाल, मेयर संयुक्ता भाटिया सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे.