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रिश्तों में मिठास घोलने के लिए आम की टोकरी लेकर माया से मिले सीएम चंद्रबाबू नायडू - meet to mayawati

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने मायावती को आंध्र प्रदेश से अपने साथ लाए मीठे आमों वाली एक टोकरी भेंट की. आम भेट करने का मतलब निकाला जा रहा है कि रिश्तो में आई खटास को मिठास में तब्दील किया जा सके और आने वाले दिनों में एक साथ मिलकर भाजपा को सत्ता से बाहर कर सत्ता का स्वाद चखा जा सके.

आम की टोकरी लेकर माया से मिले नायडू.
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Published : May 19, 2019, 3:08 AM IST

लखनऊ: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली में जब गैर भाजपा नेताओं की बैठक बुलाई थी, तो उसमें सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती नहीं पहुंचे थे. इससे चंद्रबाबू नायडू को शायद ये एहसास हुआ कि रिश्तो में कहीं न कहीं खटास है. लिहाजा, शनिवार को जब बसपा सुप्रीमो मायावती से मिलने वे लखनऊ के माल एवेन्यू स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे.

आम की टोकरी लेकर माया से मिले नायडू.

मायावती से मिले मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू

  • मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने मायावती को आंध्र प्रदेश से अपने साथ लाए मीठे आमों वाली एक टोकरी भेंट की.
  • आम भेट करने का मतलब निकाला जा रहा है कि रिश्तो में आई खटास को मिठास में तब्दील किया जा सके और आने वाले दिनों में एक साथ मिलकर भाजपा को सत्ता से बाहर कर सत्ता का स्वाद चखा जा सके.
  • विपक्षी दलों के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी को येन केन प्रकारेण सत्ता से हटाने की कवायद तेज कर दी है.
  • आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हुए हैं.
  • इसी सिलसिले में पहले लखनऊ में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और फिर बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ उन्होंने एक के बाद एक मुलाकात की और भविष्य की रणनीति तय की.
  • इससे पहले चंद्र बाबू नायडू भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात कर चुके हैं.
  • चंद्रबाबू नायडू दक्षिण के बड़े नेता माने जाते हैं, वे ज्यादातर सभी सरकारों में रहे हैं.
  • चंद्रबाबू नायडू को खबर है कि केंद्र की सत्ता की चाबी उत्तर प्रदेश को साथ लिए बिना हासिल ही नहीं की जा सकती है.
  • यही वजह है कि उत्तर प्रदेश की दो बड़ी पार्टियों बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के मुखिया से उन्होंने मुलाकात कर भविष्य का खाका खींचा है.

लखनऊ: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली में जब गैर भाजपा नेताओं की बैठक बुलाई थी, तो उसमें सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती नहीं पहुंचे थे. इससे चंद्रबाबू नायडू को शायद ये एहसास हुआ कि रिश्तो में कहीं न कहीं खटास है. लिहाजा, शनिवार को जब बसपा सुप्रीमो मायावती से मिलने वे लखनऊ के माल एवेन्यू स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे.

आम की टोकरी लेकर माया से मिले नायडू.

मायावती से मिले मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू

  • मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने मायावती को आंध्र प्रदेश से अपने साथ लाए मीठे आमों वाली एक टोकरी भेंट की.
  • आम भेट करने का मतलब निकाला जा रहा है कि रिश्तो में आई खटास को मिठास में तब्दील किया जा सके और आने वाले दिनों में एक साथ मिलकर भाजपा को सत्ता से बाहर कर सत्ता का स्वाद चखा जा सके.
  • विपक्षी दलों के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी को येन केन प्रकारेण सत्ता से हटाने की कवायद तेज कर दी है.
  • आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हुए हैं.
  • इसी सिलसिले में पहले लखनऊ में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और फिर बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ उन्होंने एक के बाद एक मुलाकात की और भविष्य की रणनीति तय की.
  • इससे पहले चंद्र बाबू नायडू भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात कर चुके हैं.
  • चंद्रबाबू नायडू दक्षिण के बड़े नेता माने जाते हैं, वे ज्यादातर सभी सरकारों में रहे हैं.
  • चंद्रबाबू नायडू को खबर है कि केंद्र की सत्ता की चाबी उत्तर प्रदेश को साथ लिए बिना हासिल ही नहीं की जा सकती है.
  • यही वजह है कि उत्तर प्रदेश की दो बड़ी पार्टियों बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के मुखिया से उन्होंने मुलाकात कर भविष्य का खाका खींचा है.
Intro:रिश्तों में मिठास घोलने आंध्र से आम की टोकरी लेकर माया से मिले नायडू

लखनऊ। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली में जब गैर भाजपा नेताओं की बैठक बुलाई थी तो उसमें सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती नहीं पहुंचे थे। इससे चंद्रबाबू नायडू को शायद ये एहसास हुआ कि रिश्तो में कहीं न कहीं खटास है। लिहाजा, आज जब बसपा सुप्रीमो मायावती से मिलने वे लखनऊ के माल एवेन्यू स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे तो उन्होंने मायावती को आंध्र प्रदेश से अपने साथ लाए मीठे आमों वाली एक टोकरी भेंट की। आम भेट करने का मतलब निकाला जा रहा है कि रिश्तो में आई खटास को मिठास में तब्दील किया जा सके और आने वाले दिनों में एक साथ मिलकर भाजपा को सत्ता से बाहर कर सत्ता का स्वाद चखा जा सके।


Body:विपक्षी दलों के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी को येन केन प्रकारेण सत्ता से हटाने की कवायद तेज कर दी है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हुए हैं। इसी सिलसिले में पहले लखनऊ में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और फिर बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ उन्होंने एक के बाद एक मुलाकात की और भविष्य की रणनीति तय की। इससे पहले चंद्र बाबू नायडू भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात कर चुके हैं। चंद्रबाबू नायडू दक्षिण के बड़े नेता माने जाते हैं। वे ज्यादातर सभी सरकारों में रहे हैं और इस बार भाजपा से किनारा कर गैर भाजपाई नई सरकार के गठन के लिए विपक्षी दलों को मिलाने में सेतु का काम करने में तेजी से लग गए हैं। चंद्रबाबू नायडू को खबर है कि केंद्र की सत्ता की चाबी उत्तर प्रदेश को साथ लिए बिना हासिल ही नहीं की जा सकती है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश की दो बड़ी पार्टियों बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के मुखिया से उन्होंने मुलाकात कर भविष्य का खाका खींचा है।


Conclusion:हालांकि यह तो 23 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की मेहनत रंग लाती है और उत्तर प्रदेश की धुर विरोधी दो पार्टियां समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन क्या गुल खिलाता है।
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