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राष्ट्रीय कार्यकारिणी के बाद तय होगा यूपी भाजपा का नया चेहरा, जुलाई में बदला नजर आएगा संगठन

भाजपा का उत्तर प्रदेश में संगठनात्मक ढांचा 21 मई के बाद बदलना शुरू हो जाएगा. भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 19 से 21 मई के बीच जयपुर में होगी. इस बैठक के बाद यूपी में भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष और नया महामंत्री संगठन मिल जाएगा.

भाजपा कार्यकर्ता
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Published : May 17, 2022, 4:34 PM IST

लखनऊ: भाजपा का उत्तर प्रदेश में संगठनात्मक ढांचा 21 मई के बाद बदलना शुरू हो जाएगा. भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 19 से 21 मई के बीच जयपुर में होगी. इस बैठक के बाद यूपी में भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष और नया महामंत्री संगठन मिल जाएगा.

इसका सीधा अर्थ यह है कि 31 मई तक दोनों अहम पदों पर नए लोग काबिज हो जाएंगे. इसके बाद अगले दो महीने में भाजपा के अन्य आला पदाधिकारियों की कुर्सियों में बदलाव हो जाएगा. अनेक ऐसे पदाधिकारी हैं जो पार्टी के एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के तहत प्रदेश संगठन से बाहर हो जाएंगे. अनेक नए लोगों को संगठन में अहम कुर्सियों पर जमने का मौका मिलेगा. इससे उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिए अगला एक महीना बहुत अहम होगा.

जानकारी देते संवाददाता ऋषि मिश्रा

जयपुर में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी वैसे तो उत्तर प्रदेश के लिए इस बार अहम नहीं है. इस बार की बैठक में मुख्य चर्चा उन राज्यों के चुनाव को लेकर होगी जहां बहुत जल्द ही लोकतंत्र का उत्सव मनाया जाना है. जैसे गुजरात, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, असम, छत्तीसगढ़ और कुछ अन्य राज्यों में चुनाव होना है. इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी को दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली संबोधित करेंगे जबकि बाकी दिन देशभर से आने वाले हजारों पदाधिकारी बैठक में शिरकत करेंगे.

इसी कार्यकारिणी में उत्तर प्रदेश को लेकर भी अहम फैसले होंगे. उत्तर प्रदेश की भाजपा में सबसे बड़ा बदलाव जो होना है, वह प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और महामंत्री संगठन सुनील बंसल के स्तर पर किया जाना है. स्वतंत्र देव सिंह अपने तीन कार्यकाल पूरा कर चुके हैं. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश की कैबिनेट में भी शामिल हो चुके हैं. वहीं, महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी उत्तर प्रदेश में लगभग 10 साल काट चुके हैं.

माना जा रहा है कि उनको भी संगठन अब तरक्की दे सकता है. इसलिए उत्तर प्रदेश से उनकी विदाई हो सकती है. इन दोनों बदलावों पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अलग से बातचीत हो सकती है. प्रदेश अध्यक्ष के पद पर जहां अलीगढ़ से सांसद सतीश गौतम, कन्नौज से सांसद सुब्रत पाठक, पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, पश्चिम में भाजपा के वरिष्ठ नेता संजीव बालियान और संगठन में अहम पद पर जिम्मेदारी निभा रहे विद्यासागर सोनकर का नाम आगे चल रहा है.

ये भी पढ़ें : सीएम की कैबिनेट बैठक आज, हो सकते हैं कई महत्वपूर्ण फैसले

मंत्री बने हम भाजपा नेता अब नहीं रहेंगे संगठन : एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के संगठन में अब उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह उपाध्यक्ष ए.के शर्मा, महामंत्री जेपीएस राठौर आने वाले समय मे संगठन में नहीं रहेंगे. ये तीन कुर्सियां भी अलग से जुलाई तक भरी जाएंगी.

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लखनऊ: भाजपा का उत्तर प्रदेश में संगठनात्मक ढांचा 21 मई के बाद बदलना शुरू हो जाएगा. भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 19 से 21 मई के बीच जयपुर में होगी. इस बैठक के बाद यूपी में भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष और नया महामंत्री संगठन मिल जाएगा.

इसका सीधा अर्थ यह है कि 31 मई तक दोनों अहम पदों पर नए लोग काबिज हो जाएंगे. इसके बाद अगले दो महीने में भाजपा के अन्य आला पदाधिकारियों की कुर्सियों में बदलाव हो जाएगा. अनेक ऐसे पदाधिकारी हैं जो पार्टी के एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के तहत प्रदेश संगठन से बाहर हो जाएंगे. अनेक नए लोगों को संगठन में अहम कुर्सियों पर जमने का मौका मिलेगा. इससे उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिए अगला एक महीना बहुत अहम होगा.

जानकारी देते संवाददाता ऋषि मिश्रा

जयपुर में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी वैसे तो उत्तर प्रदेश के लिए इस बार अहम नहीं है. इस बार की बैठक में मुख्य चर्चा उन राज्यों के चुनाव को लेकर होगी जहां बहुत जल्द ही लोकतंत्र का उत्सव मनाया जाना है. जैसे गुजरात, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, असम, छत्तीसगढ़ और कुछ अन्य राज्यों में चुनाव होना है. इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी को दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली संबोधित करेंगे जबकि बाकी दिन देशभर से आने वाले हजारों पदाधिकारी बैठक में शिरकत करेंगे.

इसी कार्यकारिणी में उत्तर प्रदेश को लेकर भी अहम फैसले होंगे. उत्तर प्रदेश की भाजपा में सबसे बड़ा बदलाव जो होना है, वह प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और महामंत्री संगठन सुनील बंसल के स्तर पर किया जाना है. स्वतंत्र देव सिंह अपने तीन कार्यकाल पूरा कर चुके हैं. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश की कैबिनेट में भी शामिल हो चुके हैं. वहीं, महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी उत्तर प्रदेश में लगभग 10 साल काट चुके हैं.

माना जा रहा है कि उनको भी संगठन अब तरक्की दे सकता है. इसलिए उत्तर प्रदेश से उनकी विदाई हो सकती है. इन दोनों बदलावों पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अलग से बातचीत हो सकती है. प्रदेश अध्यक्ष के पद पर जहां अलीगढ़ से सांसद सतीश गौतम, कन्नौज से सांसद सुब्रत पाठक, पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, पश्चिम में भाजपा के वरिष्ठ नेता संजीव बालियान और संगठन में अहम पद पर जिम्मेदारी निभा रहे विद्यासागर सोनकर का नाम आगे चल रहा है.

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मंत्री बने हम भाजपा नेता अब नहीं रहेंगे संगठन : एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के संगठन में अब उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह उपाध्यक्ष ए.के शर्मा, महामंत्री जेपीएस राठौर आने वाले समय मे संगठन में नहीं रहेंगे. ये तीन कुर्सियां भी अलग से जुलाई तक भरी जाएंगी.

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