लखनऊ : भारतीय रोड कांग्रेस (Indian Road Congress) के 81वें वार्षिक अधिवेशन का आयोजन आठ से 11 अक्टूबर के बीच लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में किया जाएगा. लखनऊ में ही आयोजन पांचवीं बार होगा. इस बार भारतीय रोड कांग्रेस में सड़क निर्माण की जिन तकनीकों पर बात होगी उसमें सबसे बड़ी बात सड़क सुरक्षा को लेकर की जाएगी. लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद ने शनिवार को लोक भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में यह बातें पत्रकारों से कहीं.
जितिन प्रसाद ने कहा कि 1937, 1985, 1995, 2011 में भारतीय रोड कांग्रेस का आयोजन लखनऊ में किया हुआ था. इस बार फिर से यह लखनऊ में हो रहा है. हम सड़क निर्माण पर काम कर रहे हैं. सडक और सेतु निर्माण के लोग एक साथ आते हैं. तीन दिन कॉन्फ्रेंस चलेगी. फिर अंतिम दिन भ्रमण करेंगे. भारतीय रोड कांग्रेस अधिवेशन में कुल 2500 डेलीगेट्स शामिल होंगे. कुल 19 सत्र होंगे. एक सत्र उत्तर प्रदेश का होगा. उन्होंने बताया कि 2027 तक वन ट्रिलियन डालर, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर और सड़क का योगदान होगा. उन्होंने बताया कि एफडीआर तकनीकी पर काम होगा.
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उन्होंने बताया कि तकनीकी प्रदर्शनी में 180 स्टॉल लगाए जाएंगे. दुनिया भर की कम्पनी आएंगी. वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट का भी स्टॉल लगाया जाएगा. आठ अक्टूबर को शाम चार बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करेंगे. मुख्य अतिथि भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी होंगे. जनरल वीके सिंह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी आमंत्रित किये जाएंगे. लाइव टेलीकास्ट से 50 लाख लोग जुड़ेंगे. हम यू ट्यूब लाइव स्ट्रीम करेंगे. यहां प्रस्तुत किये जाने वाले रिसर्च पेपर अनुमोदित होंगे. स्टार्टअप के लिए भी मौका होगा. स्टूडेंट भी यहां आ सकेंगे. सड़क सुरक्षा पर बात होगी. यह सरकार की प्राथमिकता है. दुनिया की बेस्ट प्रेक्टिस को अपनाया जाएगा. कल्चरल प्रोग्राम होंगे. आस्था के केंद्रों पर भ्रमण होगा.