लखनऊ: कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए देश में लॉकडाउन किया गया है. लॉकडाउन का अनुपालन न करने वालों के खिलाफ यूपी पुलिस कार्रवाई करते हुए धारा 188 सहित आपदा प्रबंधन एक्ट, महामारी अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर रही है. वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर भी आपत्तिजनक पोस्ट और अभद्र टिप्पणी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही हैं. 16 मार्च से 21 अप्रैल के बीच में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और अभद्र टिप्पणी करने वालों के खिलाफ 508 एफआईआर दर्ज की गई हैं.
लॉकडाउन के दौरान आम जनता को किसी तरह की गलत सूचना न मिले और अफवाह न फैले, इस बात को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया निगरानी सेल का गठन किया गया है. यह सेल 24 घंटे सोशल मीडिया पर निगरानी रखने का काम करता है. बीते 1 महीने से अधिक समय में सोशल मीडिया पर निगरानी करते हुए कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
कुल कितने मामले हुए दर्ज
भ्रामक सूचना फैलाने के मामलों में 136, सांप्रदायिक सद्भाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से किए गए पोस्ट के मामलों में 276 और सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने के तहत मामलों में 96 एफआईआर दर्ज की गई हैं. सोशल मीडिया निगरानी सेल आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इसके अलावा सेल के ट्विटर अकाउंट पर मिलने वाली शिकायतों का निस्तारण किया जाता है और इसके माध्यम से लोगों की मदद भी की जाती है.
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लॉकडाउन को लेकर अब तक सोशल मीडिया निगरानी सेल को 3719 ट्वीट प्राप्त हुए हैं, जिनमें से चिकित्सा सहायता और दवा उपलब्ध कराने के लिए 225, भोजन उपलब्ध कराने के लिए 390, लॉकडाउन के उल्लंघन के संदर्भ में 1371 ट्वीट प्राप्त हुए हैं. साथ ही कुछ अन्य ट्वीट विभिन्न अन्य विषयों से संबंधित प्राप्त हुए हैं, सभी ट्वीट को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही और सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.