लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान जारी है. जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण में अब मौके पर ही पंजीकरण कर डोज लगाई जा रही है. दोनों डोज लगाने में यूपी नंबर एक पर है. वहीं 18 वर्ष से ऊपर अभी तीन करोड़ लोगों ने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं लगवाई है. इससे कोरोना संक्रमण बढ़ सकता है. इसको लेकर अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सभी से कोरोना वैक्सीन लगवाने की अपील की.
लखनऊ में कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे लोग 18 वर्ष से ऊपर की 77.24 फीसदी आबादी को पहली डोज लग गई है. 34.17 फीसदी को दूसरी डोज़ लग चुकी है. वहीं यूपी में वैक्सीन से वंचित लोगों को घर-घर जाकर खोजा जा रहा है. पहली और दूसरी डोज के छूटे लोगों की सूची बनाकर डोज लगाई जा रही है. ऐसे ही दिव्यांग और निराश्रित लोगों को भी वैक्सीन की डोज देने के निर्देश दिए गए हैं. यूपी में क्षेत्रों को क्लस्टर में बांटकर दोबारा टीकाकरण शुरू किया गया. इसमें दूसरी डोज लगाने के काम पर भी जोर दिया जा रहा है. इसमें फिक्स बूथ के अलावा कैम्प व घर-घर वैक्सीन की ड्राइव चलाई जा रही है. जिन इलाक़ों में क्लस्टर बनाकर पहली डोज लगाई गई है. उन क्षेत्रों में अब दूसरी डोज भी लगाई जा रही हैं. मौके पर ही पंजीकरण हो रहा है.शनिवार को 13,002 केंद्रों पर टीकाकरण शुरू किया गया. इसमें 12,917 सरकारी व 85 निजी केंद्र बनाए गए हैं. यूपी में कुल डोज अब 16 करोड़ 70 लाख पार हो गई. वहीं दूसरी डोज़ लेने वालों की तादाद 5 करोड़ 28 लाख पार कर गई. वहीं पहली डोज 13 करोड़ 41 लाख से ज्यादा को लगी. शनिवार को 9 लाख से अधिक डोज लगीं.राज्य में पहले चार से पांच लाख लोगों को रोज वैक्सीन लगाई जाती थी. जून के दूसरे सप्ताह से हर रोज 6 लाख टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया. वहीं 21 जून से हेल्थ टीम ने आठ लाख तक रोज डोज लगाना शुरू किया. ऐसे में जून में एक करोड़ डोज लगाने का लक्ष्य 24 दिन में हासिल कर लिया गया. जुलाई में हर रोज 10 लाख डोज लगाने का लक्ष्य तय किया गया. मगर केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में डोज नहीं मिली.
ऐसे में हर रोज 10 लाख वैक्सीन नहीं लग पाईं. वहीं 3 अगस्त को मेगा कैम्प लगाए गए. शहर से लेकर गांव तक ऑन द स्पॉट पंजीकरण कर टीकाकरण किया गया. इस दौरान 29 लाख 50 से अधिक को कोरोना का टीका लगाया गया. वहीं 16 अगस्त को 23 लाख 67 हजार से अधिक लोगों को टीका लगाया गया. 27 अगस्त को 'बिग वैक्सीनेशन डे' मनाया गया.
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इसमें 11 हजार से ज्यादा केंद्र बनाए गए थे. इसमें 30 लाख 686 डोज लगाने के रिकॉर्ड बना. अगस्त में दो करोड़ वैक्सीन लगाने का लक्ष्य पूरा किया गया. इसके बाद 6 सितम्बर को 33 लाख 42 हजार 360 को डोज लगी. सितम्बर में 3 करोड़ वैक्सीन लगाने का लक्ष्य था. मगर इस दौरान एक करोड़ 55 लाख ही डोज लग सकीं. वहीं अब 31 दिसम्बर तक सभी को पहली डोज लगाने का लक्ष्य तय किया गया.
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